मंगलवार, 8 जुलाई 2008

योजनाओं का लाभ सफाई कामगारों को प्राथमिकता से मिले आयोग के सदस्यों ने दिये अधिकारियों को निर्देश

योजनाओं का लाभ सफाई कामगारों को प्राथमिकता से मिले आयोग के सदस्यों ने दिये अधिकारियों को निर्देश

ग्वालियर 7 जुलाई 08। भारत सरकार के राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्यगण सुश्री सत्या बहन, श्री मांगी लाल आर्य एवं राधेश्याम चौहान ने शासन के विभिन्न विभागों द्वारा सफाई कामगारों के लिये संचालित योजनाओं एवं कार्यकमों की प्रगति की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये ।  आज गांधीरोड सर्किट हाउस में आयोजित समीक्षा बैठक में अपर कलेक्टर श्री आर के जैन, नगर निगम के अपर आयुक्त श्री सुरेश शर्मा, जिले की विभिन्न नगरपालिका एवं नगर पंचायतों तथा संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

       राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्यगणों ने सफाई कामगारों के आर्थिक सामाजिक एवं शैक्षणिक स्तर में सुधार हेतु संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुये अधिकारियों को निर्देश दिये कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के लिये संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों में सफाई कामगारों को प्राथमिकता के आधार पर लाभान्वित किया जावे । जिससे यह वर्ग भी विकास की मुख्यधारा से जुड़ सके । सदस्यगणों में सफाई कामगारों एवं मलिन बस्तियों में रहने वाले परिवारों को मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराने के साथ साथ अधोसंरचनात्मक विकास के कार्य भी प्राथमिकता के आधार पर किये जावें। उन्होंने निर्देश दिये कि नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई कामगार बाहुल्य बस्तियों एवं मोहल्लों में भी योजनाओं का क्रियान्वयन भी प्राथमिकता से किया जावे ।

       आयोग के सदस्यगणों ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शासकीय कार्यालयों में उपयोग होने वाली सामग्री अनुसूचित जाति एवं जनजाति के उद्यमियों से 30 प्रतिशत  क्रय करने के प्रावधान के तहत बाल्मिकी समाज के उद्यमियों से भी सफाई कार्य में उपयोग में होने वाली झाडू, दस्ताने, फिनायल  आदि सामग्री प्राथमिकता के साथ क्रय की जाये ।

       उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वह सुनिश्चित करें कि अनुसूचित जाति वर्ग की जानकारी के साथ सफाई कामगारों के लाभान्वित हितग्राहियों की जानकारी भी पृथक से तैयार करें । सदस्यों ने निर्देश दिये कि जिला सर्तकता समिति की बैठकें भी नियमित आयोजित कर सफाई कामगारों के लिये संचालित योजनाओं की समीक्षा की जावे ।

       सदस्यगणों ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि सफाई कामगारों के लिये संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी देने हेतु नगर के सफाई कामगार बहुल्य एवं ग्रामीण क्षेंत्रों में शिविरों का आयोजन किया जावे । जिससे सफाई कामगार परिवारों को योजनाओं की जानकारी प्राप्त होगी । वहीं इन योजनाओं का लाभ भी उन्हें प्राप्त होगा । इसके साथ जिला शहरी विकास अभिकरण अन्त्यावसायी निगम एवं संबंधित नगर पंचायत आदि अपने कार्यालयों में सफाई कामगारों के लिये संचालित योजनाओं से संबंधित होर्डिंग भी लगाये जावें ।

       बैठक में शुष्क शौचालय, सीवर की सफाई के दोरान सफाई कर्मचारियों को उपलब्ध कराये जाने वाले सुरक्षा के संसाधन, ठेका पध्दत्ति पर कार्यरत सफाई कर्मचारी, सफाई कर्मचारियों के बैंक खातों में नियमित रूप से जमा होने वाली सामान्य भविष्य निधि की राशि आदि के संबंध में चर्चा की ।

मैनुअल स्केवेंजर पुनर्वास योजना में 8 सौ सफाई कामगारों को मिलेगी सहायता

सफाई कामगारों एवं उनके परिवारजनों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने हेतु राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त एवं विकास निगम द्वारा संचालित मैनुअल स्केवेंजर पुनर्वास योजना (एसआरएसएस) के तहत इस वर्ष 2008-09 में ग्वालियर जिले में 800 सफाई कामगारों को लाभान्वित किया जावेगा । इस योजना के तहत एक हितग्राही हो एक लाख रूपये की लागत से संचालित होने वाले स्वरोजगार हेतु 80 हजार रूपये ऋण एवं 20 हजार रूपये का अनुदान सहायता प्रदान की जावेगी ।

       जिला अन्त्यावसायी सहकारी विकास समिति के कार्यपालन अधिकारी श्री एम के जैन ने बताया कि मैनुअल स्कैवेज पुनर्वास योजना के तहत मुख्य रूप से रेडीमेड व्यवसाय, मोटर बांइडिंग, कम्प्यूटर रिपेयर, वीडियो केमरा , आटोरिक्शा, जैसे अनेकों व्यवसायों में लाभान्वित किया जावेगा । उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत जिले के हितग्राहियों को प्रशिक्षण देने की कार्यवाही की जा रही है । योजना के तहत अभी तक 12 हितग्राहियों को 9 लाख 60 हजार की राशि उपलब्ध कराई गई है ।

 

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