छात्रावास अधीक्षक निलंबित व शिक्षक का 15 दिवस का कटेगा वेतन
छात्रावास सहित ग्रामीण अंचल की आधा दर्जन से अधिक संस्थाओं का
कलेक्टर ने किया आकस्मिक निरीक्षण
ग्वालियर, 2 जनवरी 09। जिले की जनपद पंचायत मुरार के दूरस्थ ग्रामों में सरकार द्वारा संचालित आश्रम छात्रावास तथा शासकीय अस्पतालों सहित आधा दर्जन से अधिक शासकीय संस्थाओं का आज जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने आकस्मिक निरीक्षण किया । आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा ग्राम उटीला में संचालित प्री मैट्रिक बालक छात्रावास में बिना सूचना के पहुँचे जिला कलेक्टर को अव्यवस्थायें मिलने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और यहाँ के अधीक्षक श्री रमेश परिहार को निलंबित करने की हिदायत दी । जिला कलेक्टर ने इसी तरह उटीला के ही आदिवासी प्री मैट्रिक आश्रम में कार्य से अक्सर नदारद रहने के आदी एक शिक्षक श्री सीताराम बघेल का 15 दिवस का वेतन ''काम नहीं तो वेतन नहीं'' के आधार पर काटने, उनकी दो वेतन वृद्वि रोकने और विभागीय जाँच शुरू करने के निर्देश भी जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग को दिये ।
कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने उटीला में सरकार द्वारा हाल ही में शुरू किये गये अनुसूचित जन जाति कन्या आश्रम, ग्राम हस्तिनापुर में संचालित प्री मैट्रिक बालक छात्रावास व कस्तूरबा गाँधी आवासीय विद्यालय तथा ग्राम बेहट के शासकीय प्री मैट्रिक छात्रावास का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने इन छात्रावासों के बच्चों से रूबरू होकर नास्ता तथा दोपहर व रात के भोजन सहित उन्हें शासन द्वारा मुहैया कराई जा रहीं अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान उन्हें हस्तिनापुर व बेहट के छात्रावासों की साफ -सफाई व अन्य व्यवस्थायें दुरूस्त मिलीं।
जिला कलेक्टर ने भ्रमण के दौरान उटीला व हस्तिनापुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का भी जायजा लिया। उन्होंने हस्तिनापुर में पोषण पुनर्वास केन्द्र को जल्द से जल्द शुरू करने की हिदायत यहां के खण्ड चिकित्साधिकारी को दी। श्री त्रिपाठी ने यह भी निर्देश दिये कि बी पी एल. परिवारों को दीन दयाल अन्त्योदय उपचार योजना तथा गर्भवती महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना का लाभ मिलने में कोई कठिनाई न हो।
गौरतलब है कि बीते रोज जिला कलेक्टर श्री त्रिपाठी द्वारा जिले के समस्त अनुविभागीय दण्डाधिकारियों समेत सभी राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं को लेकर सचेत किया गया और साफतौर पर हिदायत दी गई कि वे ग्रामीण अंचल का नियमित रूप से भ्रमण कर मौके पर ही जन समस्याओं का समाधान करें। साथ ही शासकीय संस्थाओं को सुव्यवस्थित ढ़ंग से संचालित करायें, ताकि जनसामान्य को शासकीय कार्यक्रमों का लाभ सुगमता से मिल सके। प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप शासकीय कामकाज में कसावट लाने के मकसद से ही जिला कलेक्टर आज बिना बताये दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में पहुंच गये।
छात्रावास के हर बच्चे को मिले दूध
जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने आश्रम एवं छात्रावासों के निरीक्षण के दौरान कहा कि हर छात्रावास में भोजन व्यवस्था के लिए निर्धारित किये गये मेन्यू (भोजन चार्ट)को आवश्यक रूप से प्रदर्शित करायें। साथ ही उसी के अनुसार बच्चों को सुबह का नास्ता तथा दोपहर व रात का भोजन दिया जाय। उन्होंने मेन्यू के अनुसार बच्चों को दूध-मुहैया कराने पर विशेष जोर दिया। कलेक्टर ने कहा कि जिन आश्रम/छात्रावासों में बच्चों को दूध नहीं मिलेगा वहां के अधीक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। श्री त्रिपाठी ने जिला संयोजक को यह व्यवस्था कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिये हैं।
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