रविवार, 18 जनवरी 2009

रक्तदान और रक्ताधान के सुरक्षात्मक उपाय पर कार्यशाला शुरू

रक्तदान और रक्ताधान के सुरक्षात्मक उपाय पर कार्यशाला शुरू

मरीजों के लिये चिकित्सक भगवान के समान -स्वास्थ्य मंत्री श्री अनूप मिश्रा

ग्वालियर 17 जनवरी 09। आज स्थानीय लैण्डमार्क होटल में गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय, जयारोग्य अस्पताल तथा म.प्र. एड्स नियंत्रण सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में '' रेशनल यूज ऑफ ब्लड अण्डर ब्लड सैफ्टी'' विषय पर चार दिवसीय कार्यशाला को सम्बोधित करते हुये स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा तथा ऊर्जा मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने कहा कि मरीजों के लिये चिकित्सक भगवान के समान होता है।

       इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री मिश्रा ने यह भी कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जायेगा। स्टाफ के रिक्त पदों को भरने का प्रयास जारी है। इसके अलावा नये अस्पतालों का निर्माण तथा पुराने अस्पतालों का जीर्णोध्दार किया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि जरूरतमंद मरीजों को सही समय पर सही खून मिलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि चिकित्सक समर्पित भाव से मरीजों की सेवा करें। किसी चिकित्सक की कोई शिकायत नहीं मिलना चाहिए। चिकित्सकों की कमी को पूरा किया जायेगा। चिकित्सकगण स्वप्रेरणा से काम करें।

      उन्होंने कहा कि चिकित्सकगण मरीजों की चिन्ता करें, उनकी चिन्ता शासन करेगा। चिकित्सकों को समयबध्द पदोन्नति के अवसर दिये जायेंगे। उनके वेतन-भत्ते व सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की जायेगी।

      उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित चिकित्सकों से कहा कि वे इलाज के अलावा बीमारी रोकने का भी प्रयास करें तथा चिकित्सा के क्षेत्र में हो रही नई खोजों का गांव-गांव तक प्रचारित और प्रसारित करें। चिकित्सक गांवों मे जाकर गरीबों की सेवा कर आदर्श प्रस्तुत करें।

      इस अवसर पर गजराराजा चिकित्सालय की अधिकष्ठाता डॉ. शैला सप्रे ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि राज्य शासन ग्वालियर में चिकित्सा की सुविधा के विस्तार के लिये कृतसंकल्पित है। आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र में और अधिक प्रगति तथा खोजें होंगी।

      उन्होंने कहा कि ग्वालियर में ब्लड बैंक 1950 से संचालित है। यह कार्यशाला चार दिन चलेगी। इस कार्यशाला में चिकित्सकों और विद्यार्थियों को सुरक्षित रक्तदान और उसके सुरक्षित उपयोग पर नई-नई तकनीकों से परिचित कराया जा रहा है, जिससे भविष्य में कोई दुर्घटना न हो तथा सही समय पर मरीज को सही और  सुरक्षित खून मिले। मरीजों को उनके रिश्तेदारों को ही खून लेकर चढ़ाना उचित रहता है।

      इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री मिश्रा ने रक्तदान और उसके उपयोग विषय पर केन्द्रित एक स्वास्थ्य पत्रिका '' रेशनल यूज ऑफ ब्लड अण्डर ब्लड सेफ्टी'' का विमोचन भी किया। इस अवसर पर कार्यशाला में बड़ी संख्या में चिकित्सकों, शिक्षकों तथा जी आर. मेडिकील कॉलेज के स्नातकोत्तर कक्षा के विद्यार्थियों ने भाग लिया।    

कार्यक्रम के अन्त में स्वास्थ्य मंत्री श्री मिश्रा को डॉ. डी. सी. शर्मा ने स्मृति चिन्ह भेंट किया तथा उपस्थित समस्त महानुभावों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से किया गया।

 

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