मंगलवार, 18 अगस्त 2009

करोड़ों के गहनों से सजाये जायेंगे गोपाल मंदिर के राधा-कृष्ण

करोड़ों के गहनों से सजाये जायेंगे गोपाल मंदिर के राधा-कृष्ण

ग्वालियर दिनांक 13.08.2009- भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज गोपाल मंदिर के गिरधर गोपाल को गहनों से सजाया जायेगा। उक्ताशय की जानकारी डॉ. पवन कुमार शर्मा द्वारा प्रेस को जारी विज्ञप्ति में दी गई। उन्होंने बताया कि विगत तीन वर्ष से जन्माष्टमी महोत्सव में फूलबाग स्थित गोपाल मंदिर स्थित कृष्ण एवं राधा को उनके प्राचीन आभूषणों से सुसज्जित किया जाता रहा है। पहली बाहर सन् 2007 में जन्माष्टमी पर बैंक के लॉकर में दशकों से बंद आभूषण्ा जेबर तथा भगवान के बेशकीमती बर्तन इत्यादि खुलवाये गये।

नगर निगम द्वारा एक कमेटी बनाकर भारी पुलिस बल के बीच उक्त गहनों को साफ कराया गया तथा उन पर पॉलिस इत्यादि कराई गई। तब से निरंतर प्रतिवर्ष गोपाल मंदिर की जन्माष्टमी कार्यक्रम में उक्त गहने तथा भगवान के सोने-चांदी के बर्तन व सजावट का सम्पूर्ण सामान भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बैंक लॉकर से लाकर भगवान का श्रृंगार किया जाता है।

निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने बताया कि भगवान के सजावट तथा गहनों की सुरक्षा के बीच नगर निगम द्वारा एक कमेटी का निर्माण किया गया है। उक्त कमेटी महापौर महोदय द्वारा नियुक्त पार्षदों के मार्गदर्शन तथा लेखाधिकारी दिनेश बाथम के नियंत्रण में जन्माष्टमी समारोह पर भगवान श्रीकृष्ण का वास्तविक गहनों से श्रृंगार करेगी।

श्री दिनेश बाथम लेखाधिकारी द्वारा बताया गया कि आज पुलिस बल के साथ बैंक लॉकर से भगवान के आभूषण तथा श्रृंगार सामग्री एवं पात्र निकालकर लाये जायेंगे तथा इनकी सफाई इत्यादि कर भगवान का श्रृंगार किया जायेगा। दोपहर 2 बजे से भगवान के दर्शन आम नागरिकों के लिये खोले जायेंगे। रात्रि में 1 बजे के बाद भगवान के उक्त आभूषण लेखाधिकारी द्वारा पुलिस बल के साथ जिला कोषालय में जमा कराये जायेंगे। उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से सम्पूर्ण मंदिर में पुलिस बल तथा क्लॉज सर्किट कैमरे लगाकर पल-पल की वीडियोंग्राफी की जावेगी।

निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा द्वारा बताया गया कि नगर निगम के इस प्रतिष्ठापूर्ण आयोजन के लिये गोपाल मंदिर पर विशेष साज-सज्जा की गई। नदी गेट से गोपाल मंदिर तक तथा अम्बेडकर मार्ग से गोपाल मंदिर पहुंचने वाले मार्गों पर नया डाम्बरीकण किया गया इस मंदिर के अंदर इंटर लॉकिंग टाईल्स भी लगाई गई है तथा विशेष एस.फाल्ट लाईट की व्यवस्था भी की गई है।

ऐसे सजेंगे भगवान

राधाकृष्ण के श्रृंगार में नगर निगम द्वारा बैंक लॉकर में संचित करोड़ों रू. कीमत के गहने उपयोग किये जायेंगे जिसमें सफेद मोती वाला पंचगढ़ी हार लगभग ढाई लाख कीमत का, सात लढ़ी हार जिसमें 62 असली मोती और 55 पन्ने होंगे अनुमानत: 8 से 10 लाख रू. की कीमत का होगा, इसके अलावा सोने के तोड़े तथा सोने का मुकुट कृष्ण पहनेंगे जिनकी कीमत भी 10 लाख रू. से अधिक है। गोपाल मंदिर की राधाजी का ऐतिहासिक मुकुट जिसमें पुखराज और माणिक जणित के पंख है तथा बीच में पन्ना लगा है तीन किलो वजन के इस मुकुट की कीमत लगभग 27 से 30 लाख के बीच आंकी गई थी तथा इसमे लगे 16 ग्राम पन्ने की कीमत लगभग 6,46,000/- आंकी गई।

राधाकृष्ण के नकसिक श्रृंगार के लिये लगभग साढ़े पांच लाख रू. के जेबर उपलब्ध हैं जिनमें श्रीजी तथा राधा के झुमके, सोने की नथ, कण्ठी, चूड़ियां, कड़े इत्यादि से भगवान को सजाया जायेगा। भगवान के भोजन इत्यादि के लिये भी प्राचीन बर्तनों की सफाई कर इस दिन भगवान का भोग लगाया जावेगा। लगभग 5 लाख रू. कीमत के चांदी के विभिन्न बर्तनों से भगवान का भोग अराधना होगी। जिनमें भगवान की समई, इत्र दान, पिचकारी, धूपदान, चलनी, सांकड़ी, छत्र, मुकुट, गिलास, कटोरी, कुंभकरिणी, निरंजनी आदि सामग्रियों का भी कल प्रदर्शन किया जावेगा।

महापौर विवेक नारायण शेजवलकर एवं सभापति बिजेन्द्र सिंह जादौन ने समस्त नागरिकों से अपील की है कि इस अविस्मरणीय क्षण का आनंद उठाने हेतु भारी मात्रा में उपस्थित हों।

 

कोई टिप्पणी नहीं: