मंगलवार, 18 अगस्त 2009

जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण के अभियानों में जन सहयोग जरूरी- सांसद श्री तोमर

जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण के अभियानों में जन सहयोग जरूरी- सांसद श्री तोमर

हरियाली महोत्सव के तहत रोपे गये 400 पौधे

ग्वालियर 16 अगस्त 09। ग्वालियर की वृक्ष विहीन पहाड़ियों को हराभरा करने के उद्देश्य से हरियाली महोत्सव के तहत वन विभाग द्वारा आज जिंसी डिपो एवं अरोरा फार्म के पास वृक्षारोपण किया गया। वृक्षारोपण का कार्यक्रम सांसद श्री  नरेन्द्र सिंह तोमर के मुख्य आतिथ्य एवं वन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रशांत मेहता की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इस अवसर पर आयुक्त भू अभिलेख श्री विनोद कुमार, राजस्व मण्डल के सदस्य डॉ. राजेश राजौरा, कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक श्री ए साँई मनोहर, नगर निगम आयुक्त श्री पवन शर्मा, मुख्य वन संरक्षक श्री आर बी. सिन्हा एवं श्री ए के. विसारिया, मुख्य वन संरक्षक बन्य प्राणी श्री मुरली कृष्णा, वन संरक्षक श्रीमती समिता राजौरा एवं श्री के. रमन, पत्रकारगण, वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी, ग्राम वन समितियों के अध्यक्ष व सदस्य तथा गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।

      इस अवसर पर आयोजित समारोह में सांसद श्री तोमर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जल संरक्षण एवं वृक्षारोपण की ओर विशेष ध्यान दिया है। इसीलिये म प्र. में हजारों जल संरचनाओं का निर्माण हुआ है तथा लाखों वृक्ष लगाये गये हैं। इन कार्यक्रमों में प्रदेश के नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है, जिसके फलस्वरूप इन कार्यक्रमों ने अब पूरी गति पकड़ ली है। उन्होंने कहा कि पौधे लगाने के बाद सूखने नहीं पायें, इसके लिये भी सरकार ने इंतजाम किये हैं। श्री तोमर ने कहा कि ग्वालियर एतिहासिक नगर है एवं अनेक विधाओं से सुसज्जित रहा है। इसे एकजुटता से और आगे बढ़ाना है, इसके लिये सभी की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि वे कहीं भी सेवा में रहें, लेकिन ग्वालियर के समग्र विकास के लिये प्रयास करते रहें। उन्होंने सभी से कहा कि शासन के अभियानों को सभी मिलकर आगे बढ़ायें तथा पर्यावरण के प्रति अपने दायित्वों का निर्वाह करें।

      अपर मुख्य सचिव श्री मेहता ने कहा कि प्रदेश में पहाड़ियों को हराभरा करने की योजना पर कार्य जारी है, इसमें ग्राम वन समितियों एवं पंचायतों का सहयोग आवश्यक है तथा पौधों की देखरेख की जिम्मेदारी उनकी होगी। उन्होंने कहा कि प्रकृति का संतुलन गड़वड़ा गया है तथा अनियंत्रित हो गया है। अधिक से अधिक पौधे लगाने से ही यह नियंत्रित हो पायेगा एवं वर्षा नियमित होगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सघन वनीकरण के लिये कार्बन क्रेडिट योजना शुरू की जा रही है। जिसमें अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिये लोगों को प्रेरित किया जायेगा। योजना के तहत वृक्षों से मिलने वाले अन्य लाभ तो मिलेंगे ही, इसके अलावा किसी व्यक्ति द्वारा लगाये गये पौधे जितनी कार्बन डाई ऑक्साइड लेंगे उसका क्रेडिट भी उसे मिलेगा। प्रारंभ में मुख्य वन संरक्षक श्री सिन्हा ने स्वागत भाषण देते हुए विभाग की प्रगति की जानकारी विस्तार से दी। इस अवसर पर लगभग 400 पौधे रोपे गये। इसमें ऑंवला, मॉलश्री, हर्रा, बहेड़ा, करंज, गुलमोहर तथा चिरौल प्रजाति के पौधे लगभग एक हैक्टेयर क्षेत्र में लगाये गये।

 

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