रविवार, 2 अगस्त 2009

मलिन बस्तियों का परिदृश्य बदलेगी डी.एफ.आई.डी. : शेजवलकर

मलिन बस्तियों का परिदृश्य बदलेगी डी.एफ.आई.डी. : शेजवलकर

ग्वालियर दिनांक 01.08.2009- नगर निगम ग्वालियर द्वारा म0प्र0 गरीबोन्मुखी परियोजना के अंतर्गत चलाये जा रहे डी.एफ.आई.डी. कार्यक्रम के परिणामस्वरूप अगले 2 वर्षों में शहर की मलिन बस्तियों का परिदृश्य बदल जावेगा। उक्त उद्गार महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने अपने उद्बोधन में कहे।

उन्होंने कहा कि इस परियोजना के क्रियान्वयन होने से ग्वालियर में प्रत्येक बस्ती को पानी, सड़क, बिजली जैसी बुनियादी सुविधायें मिल सकेगी। हमने महापौर बनते समय जो सपना देखा थे वह अब धरातल पर उतरना शुरू हो गया है। डी.एफ.आई.डी. की तीसरे वर्ष की कार्य योजना में जो कार्य तय किये गये थे उनका प्रथम कार्य आज शुरू हो रहा है। इस कार्यशाला का उद्देश्य यही है कि जिनके लिये विकास करना है वे ही अपनी योजना बनाकर क्रियान्वयन करे नगर निगम एक नोडल एजेंसी के रूप में संसाधन उपलब्ध करायेगी।

इस योजना के तहत प्रथम वर्ष में 5, द्वितीय वर्ष में 8 एवं तीसरे वर्ष में 11 मलिन बस्तियों का चयन किया गया जहां स्थानीय रहवासियों की मंशानुसार विकास कार्य प्रांरभ किये जा चुके है। इन 11 बस्तियों के रहवासी आज की इस कार्यशाला में स्वयं योजनायें बनायेंगे, अपने कार्य के लिये टेण्डर बुलायेंगे तथा कार्य के दौरान गुणवत्ता की मॉनिटरिंग भी करेंगे।

कार्यशाला को डी.एफ.आई.डी. के प्रभारी दत्तात्रेय भालेराव, उद्यमिता विकास केन्द्र सेडमेप ग्वालियर के क्षेत्र समंवयक मनोज सक्सैना, डॉ. दासारी रैना, फैमिदा शेख ने भी सम्बोधित किया।

कार्यशाला में 11 बस्तियों की लगभग 200 स्वयंसेवकों का प्रशिक्षण लिया गया। कार्यशाला में अपर आयुक्त कौशलेन्द्र सिंह भदौरिया, सुरेश शर्मा, उपायुक्त सुरेन्द्र सिंह भदौरिया, देवेन्द्र चौहान, प्रदीप श्रीवास्तव निगम की ओर से उपस्थित थे।

 

कोई टिप्पणी नहीं: