वे फोन लगाते रहे, लोक सेवक साहब स्विच आफ करके सोते रहे, किस्सा मुरैना का
मुरैना 14 नवम्बर 09, सबेरे 6 बजे से संभागीय मुख्यालय मुरैना पर देर रात तक अबाध रूप से अघोषित बिजली बोल, अवसर चचा नेहरू के जन्मदिवस पर शहर व अंचल में आयोजित कार्यक्रमों का ।
मामला भोपाल तक पहुँचा (यह मामला भोपाल में पिछले तीन चार दिनों से छान बीन में चल रहा है ) और भोपाल के हाई प्रोफाइल प्रदेश भाजपा नेता व्यक्तिगत रूचि लेकर मामले की पड़ताल में जुटे हैं ।
13- 14 नवंबर की दरम्यानी रात मुरैना भोपाल के बीच दनादन फोन खटकते हैं और रूथानीय भाजपा नेताओं नेताओं को भी अलर्ट किया जाता है । भाजपा जिलाध्यक्ष नागेन्द्र तिवारी सबेरे ही मुरैना की आम जनता में से कई लोगों से फोन पर बात करते हैं इसके बाद पूरे दिन यानि सबेरे 6 बजे से बिजली पूरी तरह गोल होती है और देर रात साढ़े 9 बजे तक बिजली सप्लाई पूरी तरह बन्द रहती है ( शहर मुरैना- संभागीय मुख्यालय)
इसी दिन एक कार्यक्रम में दिल्ली नगर निगम से एक वरिष्ठ आई.ए.एस. ( भारत सरकार के कई मंत्रालयों में कार्यरत रह चुके) का मुरैना में एक कार्यक्रम चल रहा होता है,, उनके साथ सुप्रीम कोर्ट की महिला एडवोकेट और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी मुरैना आते हैं और बिजली गोल, जनता परेशान ।
भोपाल से मुरैना हॉट लाइन पर भाजपा के प्रदेश पदाधिकारी मुरैना की जनता से निरन्तर सम्पर्क में, रात 10 बजे तक भाजपा के सभी हाई प्रोफाइल प्रदेश पदाधिकारी मुरैना के एस.ई. एस .के. सचदेवा के मोबाइल पर पूरे दिल भर और देर रात तक फोन लगा कर चेक करते हैं हर बार साहब का मोबाइल स्विच ऑफ आता है । भाजपा हाईप्रोफाइल नेता चौंक भी जाते हैं और बेहद गंभीर भी हो जाते हैं । और स्वयं ही बोलते हैं कि हम सब समझ गये कि वहॉं क्या हो रहा है । सब कुछ हमारी समझ में आ गया । मामला और अधिक उच्च स्तर पर जाता है फिर मंत्रालयों के फोन खटकते हैं । लेकिन स्थिति जस की तस । जूनियर इंजीनियर तथा शिकायत कार्यालय तक के टेलीफोन चेक किये जाते हैं परिणाम वही शून्य बटा सन्नाटा ।
अंतत: एस.ई. से बड़े अधिकारीयों के मोबाइल व फोन नंबरों की तलाश चालू होती है..... खबर लिखे जाने तक पूरी मध्यप्रदेश भाजपा इस सिरदर्दी से जूझ रही थी । देखते हैं आगे क्या होता है । फिलहाल भाजपा नेताओं और मंत्रियो ने मुरैना की जनता से विभिन्न प्रकार की शिकायतें अपने कार्यालय पते पर, ई मेल पर, डाक द्वारा या मोबाइल फोन पर मंगाई हैं ।
देखते हैं कि इस हंगामें का अंतिम परिणाम क्या निकलता है, ज्ञातव्य है कि जहॉं मुरैना की बिजली सप्लाई पूरी तरह चौपट होकर ठप्प है वहीं फर्जी बिल बांटकर करोड़ों अरबों रूपये की फर्जी वसूली विद्युत वितरण कंपनी के नाम पर जाली बिल तैयार कर मुरैना के बिजली अधिकारीयों ने कर डाली है ।
ग्वालियर टाइम्स से चर्चा के दौरान भाजपा के उच्च स्तरीय नेताओं सारे मामले में कड़ी कार्यावाही करने और जनता की सारी परेशानीयों को दूर करने तथा भ्रष्ट व नाकारा अधिकारीयों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर दण्डित कराये जाने का सम्पूर्ण आश्वासन दिया है अत: ग्वालियर टाइम्स अपना कार्य पुन: प्रारंभ करने का आश्वासन देती है (यदि बिजली समस्या सुधरी तो) । सारे मामले में भाजपा अध्यक्ष नागेन्द्र तिवारी बेहद लापरवाह और जनसमस्याओं के प्रति पूर्णत: उदासीन सिद्ध हुये और उनकी कार्यप्रणाली पूरी तरह संदेह के घेरे में आ गयी ।
दूसरी ओर मामले की एक अन्य गोपनीय छानबीन आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो और लोकायुक्त एवं सी.बी.आई के साथ कोर सेण्टर द्वारा भी शीघ्र ही प्रारंभ किये जाने की खबर है, मुरैना वासीयों द्वारा राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग एवं महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार को भी शिकायतें की जाने की खबर है ।
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