परीक्षा उत्तीर्ण करने के साथ व्यवहारिक ज्ञान अर्जन भी जरूरी - श्री मिश्रा
एस एल पी. कॉलेज में स्वास्थ्य मंत्री श्री मिश्रा द्वारा पुरस्कार वितरण नवीन कक्षों का लोकार्पण भी किया
ग्वालियर 02 फरवरी 10। परीक्षा उत्तीर्ण कर अगली कक्षा में पहुँच जाना उतना महत्वपूर्ण नहीं, जितना महत्वपूर्ण यह है कि विद्यार्थियों के व्यवहारिक ज्ञान में कितनी बढ़ोत्तरी हुई। महाविद्यालयीन शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात विद्यार्थियों में इतना व्यवहारिक ज्ञान होना चाहिये, जिससे वे जीवन के हर क्षेत्र में मजबूती से कदम बढ़ा सकें। उक्त आशय के विचार लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने आज श्यामलाल पाण्डवीय महा विद्यालय के वार्षिक स्नेह सम्मेलन के पुरस्कार वितरण एवं नवीन कक्षों के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। समारोह की अध्यक्षता राज्य सभा सांसद श्री प्रभात झा ने की। अतिथि द्वय ने इस अवसर पर महाविद्यालय में नव निर्मित कक्षों का लोकार्पण भी किया। इन कक्षों का निर्माण लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनूप मिश्रा के प्रयासों से करीबन 42 लाख 19 हजार रूपये की लागत से किया गया है। समारोह में अतिथि द्वय ने महाविद्यालय के उत्कृष्ट छात्र छात्राओं एवं खेल गतिविधियों में उल्लेखनीय सफलता अर्जित करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया।
स्वास्थ्य मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने कहा कि वर्तमान में कड़ी प्रतिस्पध्र्दा का युग है अत: महाविद्यालयीन शिक्षा भी प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रखकर दी जानी चाहिये। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे विद्यार्थियों को प्रतियोगिता परक शिक्षा के साथ कम्प्यूटर में भी पारंगत करें, जिससे वे पढ़ाई पूरा करने के बाद कम्प्यूटर के अभाव में अपने व्यवसाय अथवा नौकरी में पिछड़ें नहीं। श्री मिश्रा ने कहा कि शिक्षा का तेजी से व्यवसायीकरण हुआ, जिससे शिक्षकों के मान सम्मान में कमी आई है। इससे बचने के लिये शिक्षकों व विद्यार्थियों को गुरू-शिष्य परंपरा के सिध्दांतों पर अमल करना होगा। श्री मिश्रा ने समारोह में मौजूद विद्यार्थियों एवं शिक्षकों से स्वर्णिम मध्यप्रदेश के निर्माण में सहभागी बनने का आह्वान भी किया।
राज्य सभा सांसद श्री प्रभात झा ने कहा कि पढ़ाई ऐसी हो, जिससे विद्यार्थियों में वैषयिक ज्ञान के साथ-साथ देश भक्ति का जज्बा भी पैदा हो। शिक्षा ऐसी हो जिससे हर विद्यार्थी के मन में भारतीयता का बोध पनपे। उन्होंने कहा कि शिक्षक व विद्यार्थी ऐसे प्रयास करें, जिससे महाविद्यालय तपस्या के केन्द्र बनें। श्री झा ने विद्यार्थियों से कहा कि वे यदि लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ेंगे तो उन्हें सफलता अवश्य मिलेगी।
महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष श्री जय प्रकाश राजौरिया ने भी अपने विचार व्यक्त किये। आरंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य श्री यू सी. तिवारी ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने महाविद्यालय की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। समारोह में छात्र संघ अध्यक्ष श्री राहुल मौर्य, उपाध्यक्ष कु पूजा चौहान, सचिव श्री सतानन्द शर्मा व सह सचिव श्री यदुनाथ सिंह भी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन आचार्य श्री अशोक शर्मा ने किया।
विज्ञान भवन व प्रवेश द्वार बनेगा
श्यामलाल पाण्डवीय महाविद्यालय में विज्ञान भवन व प्रवेश द्वारा बनाया जायेगा। महाविद्यालय के वार्षिक स्नेह सम्मेलन के पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने आये लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने इस आशय का आश्वासन महाविद्यालय प्रबंधन को दिया। उन्होंने महाविद्यालय में 60 कम्प्यूटर प्रदाय करने की भी घोषणा की। श्री मिश्रा एवं राज्य सभा सांसद श्री प्रभात झा ने महाविद्यालय के अन्य विकास कार्यो में भी भरपूर मदद का भरोसा दिलाया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें