सोमवार, 1 फ़रवरी 2010

नरेगा के कार्यों में उदासीनता पर उपयंत्री को निलंबित करने एवं हिसाब-किताब न देने वाले सचिवों के खिलाफ एफ आई आर. दर्ज कराने के निर्देश

नरेगा के कार्यों में उदासीनता पर उपयंत्री को निलंबित करने एवं हिसाब-किताब न देने वाले सचिवों के खिलाफ एफ आई आर. दर्ज कराने के निर्देश

विकास कार्यों की समीक्षा बैठक सम्पन्न

ग्वालियर 29 जनवरी 10। नरेगा (राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के तहत जिले के ग्रामीण अंचल में संचालित कार्यों से अधिकाधिक श्रमिकों को लाभान्वित करायें। साथ ही नरेगा सहित अन्य योजनाओं के तहत चल रहे कार्यों का मूल्यांकन व हिसाब-किताब समय से दें और उसकी कम्प्यूटर में फीडिंग भी करायें। इस काम में उदासीनता बरतने पर सख्त कार्रवाई होगी। इस आशय के निर्देश कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने दिये। वे आज कलेक्ट्रेट में ग्रामीण विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने जनपद पंचायत भितरवार में पदस्थ एक उपयंत्री द्वारा लंबे समय से कार्यों का मूल्यांकन न किये जाने पर उसे निलंबित करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही जिन ग्राम पंचायत सचिवों द्वारा शासकीय धन राशि का लम्बे समय से हिसाब-किताब नहीं दिया जा रहा है, उनके खिलाफ एफ आई आर. दर्ज कराने की हिदायत दी है। जिन उपयंत्रियों व ग्राम पंचायत सचिवों ने एम आई एस. डाटा फीडिंग नहीं कराई है, उनका वेतन रोकने की हिदायत भी कलेक्टर ने दी है।

       ग्रामीण अंचल में विभिन्न शासकीय योजनाओं के तहत चले रहे विकास कार्यों की समीक्षा के लिये बुलाई गई बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा, जिले की सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, कार्यपालन यंत्री, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा व लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग तथा ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के सहायक यंत्रियों समेत अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

       कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों व आर ई एस के सहायक यंत्रियों से सख्त लहजे में कहा कि वे नरेगा के कामों का सतत रूप से जायजा लें और क्षेत्र के सभी जरूरतमंद श्रमिकों को इन कार्यों के माध्यम से रोजगार दिलायें। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में नरेगा के तहत जिले की सभी 299 ग्राम पंचायतों में 331 कार्य प्रचलित हैं। श्री त्रिपाठी ने नरेगा तथा नरेगा व अन्य योजनाओं के संयोजन जिले में चल रहे कार्यों की विकासखण्ड वार समीक्षा की। उन्होंने नरेगा के तहत अब तक बनाई गईं और प्रस्तावित सड़कों को विकास खण्डवार नक्शे पर प्रदर्शित करने की भी हिदायत दी।

       ग्रामीण पेयजल व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री को निर्देश दिये कि आगामी ग्रीष्म ऋतु को ध्यान में रखकर अभी से कदम उठायें और खण्डस्तर पर पर्याप्त संधारण सामग्री का भण्डारण सुनिश्चित करें। उन्होंने नई नल-जल योजनाओं को तत्परता से विद्युत कनेक्शन देने के निर्देश कार्यपालन यंत्री विद्युत को दिये। निर्माणाधीन किचन शेड, स्वर्णजयंती ग्राम स्वरोजगार योजना, सम्पूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम सहित अन्य विकास योजनाओं की भी बैठक में समीक्षा की गई।

 

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