गर्मी की छुट्टियों में भी मध्यान भोजन वितरण होगा
सूखा प्रभावित क्षैत्रों में 30 जून तक मध्यान भोजन वितरण के निर्देश
ग्वालियर, 26 मई 10/ शासन द्वारा सूखा प्रभावित घोषित क्षैत्रो में गर्मी की छुट्टियों में शासकीय एवं शासन से अनुदान प्राप्त प्राथमिक तथा माध्यमिक शालाओं, राष्ट्रीय बालश्रम परियोजना अन्तर्गत संचालित शालायें तथा सर्व शिक्षा अभियान के अन्तर्गत सहायता प्राप्त विद्यालय के विद्यार्थियों को गर्मियों की छुट्टियों में 30 जून 2010 तक सभी दिवस शासकीय अवकाश छोड़कर मध्यान भोजन दिये जाने के निर्देश दिये है ।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा ने शासन के आदेश के परिपालन में मध्यान्ह भोजन वितरण के संबंध में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र तथा जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को मध्यान भोजन के संबंध में समस्त व्यवस्थाये करने के आदेश दिये है ।
उन्होने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व की अध्यक्षता में विकास खण्ड स्तरीय मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के संबंध में अनुश्रवण समिति की बैठक बुलाकर सभी व्यवस्थाये सुनिश्चित करने को कहा है । इसके साथ ही प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के रोस्टर के आधार पर शिक्षकों की डयूटी लगाकर सूची तैयार करने के निर्देश दिए है । इसके साथ ही राशि एवं खाद्यान्न का आवंटन तत्काल करने को कहा है ।
श्री विनोद र्श्मा ने बताया कि मध्यान भोजन कार्यक्रम के तहत गेहूँ प्रचलित क्षेत्र में रोटी-दाल सब्जी तथा चावल प्रचलित क्षैत्र में चावल-दाल सब्जी अनुसार पका हुआ गर्म भोजन उपलब्ध कराया जावे ।
गर्मी की छुट्टियों में शाला नही लगेगी अत: प्रत्येक शाला में मध्यान भोजन वितरण हेतु दिन का कोई समय निर्धारित कर मध्यान भोजन वितरित कराया जावेगा । सभी अभिभावकों को इसकी सूचना दी जावे ताकि प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को अभिभावक स्कूल लाकर मध्यान भोजन करा सके । मध्यान भोजन कार्यक्रम का व्यापक प्रचार प्रकार भी किया जावे । भोजन का वितरण छायादार स्थल पर किया जावे तथा भोजन के समय विद्यार्थियों को स्वच्छ पानी भी उपलब्ध कराया जावे ।
मध्यान भोजन कार्यक्रम का आयोजन एवं क्रियान्वयन स्वसहायता समूह के माध्यम से किया जावे । स्व सहायता समूह द्वारा न कर पाने की दशा में ग्राम पंचायत रसोईयों की नियुक्ति कर स्वयं के पर्यवेक्षण में गर्मी की छुट्टियो में कार्यक्रम का क्रियान्वयन करें ।
जिला एवं विकास खण्ड स्तर पर विभागीय अधिकारियों को रोस्टर बनाकर नियमित मध्यान भोजन कार्यक्रम का निरीक्षण एवं समीक्षा करने की जवाबदेह सौपी जावे।
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