शनिवार, 31 अक्टूबर 2020

विकास में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थानों की भूमिका- राउंड टेबल कान्फ्रेंस आज

 मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् (मेपकास्ट) द्वारा रविवार एक नवम्बर 2020 को राउंड टेबल कान्फ्रेंस का आयोजन सुबह साढ़े 10 बजे से होटल पलाश रेसीडेंसी में किया गया है। कांफ़्रेस के मुख्य अतिथि सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा होंगे।

कान्फ्रेंस का विषय 'प्रदेश के विकास में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थानों की भूमिका आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए भावी रोडमैप रखा गया है।

सम्मेलन का आयोजन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् मेपकास्ट और विज्ञान भारती के संयुक्त तत्वावधान में होगा। इस अवसर पर विज्ञान भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री जयंत सहस्त्रबुद्धे, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सचिव श्री एम. सेलवेन्द्रन, सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्यम सचिव श्री विवेक कुमार पोरवाल भी उपस्थित रहेंगे।

विद्यार्थियों ने वीडियो बनाकर दिया संदेश 3 नवम्बर को वोट जरूर डालें

 स्वीप के तहत मतदाता जागरूकता गतिविधियाँ जारी

विधानसभा उप चुनाव में अधिक से अधिक मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के मकसद से जिले में स्वीप (सिस्टमेटिक वोटर्स एज्यूकेशन एण्ड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन) के तहत विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत विद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर पर भी विभिन्न प्रकार की प्रतियोगितायें आयोजित हो रही हैं। इस कड़ी में मताधिकार के उपयोग पर  केन्द्रित वीडियो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यार्थियों ने एक से बढ़कर एक वीडियो बनाकर मतदाताओं को आगामी 3 नवम्बर के दिन अपने मताधिकार का उपयोग करने का संदेश दिया।
    वीडियो प्रतियोगिता में विद्यालय स्तर पर कुमारी वंशिका अग्रवाल शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक-1 उत्कृष्ट मुरार प्रथम, कुमारी शिवांगी त्रिवेदी शासकीय पदमा कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लश्कर द्वितीय एवं कुमारी परी मंगल दिल्ली पब्लिक स्कूल रायरू ग्वालियर तृतीय स्थान पर रहीं। महाविद्यालय स्तर पर कुमारी अंजली परिहार ने पहला स्थान प्राप्त किया। प्राथमिक स्कूल स्तर के विद्यार्थियों को विशेष पुरस्कार दिया गया। जिसमें देहली पब्लिक स्कूल रायरू की दिव्यांशी गुप्ता प्रथम, आदित्य जौहरी द्वितीय एवं मान मित्तल तृतीय स्थान पर रहे।
    महाविद्यालयीन एवं विद्यालयीन छात्र-छात्राओं द्वारा वीडियो के माध्यम से मतदाताओं से अपील की गई है कि वे हम सब बच्चों की आवाज सुनकर 3 नवम्बर को अधिक से अधिक संख्या में अपने मताधिकार का उपयोग कर लोकतंत्र की मजबूती में भागीदार बनें। वीडियो के माध्यम से यह भी आग्रह किया गया है कि सभी लोग मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखकर वोट डालने जाएँ। साथ ही अपने हाथ सेनेटाइजर और साबुन से लगातार साफ करते रहें।

विशेष प्रेक्षक मृणाल कांति दास आज से ग्वालियर प्रवास पर ( Mob. No. 9717488193 )

 भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदेश में विधानसभा उप चुनाव की निगरानी के लिये नियुक्त विशेष प्रेक्षक श्री मृणाल कांति दास एक नवम्बर को ग्वालियर जिले के प्रवास पर रहेंगे। श्री मृणाल कांति दास इस दौरान क्षेत्र भ्रमण कर विधानसभा उप निर्वाचन की गतिविधियों का जायजा लेंगे। विशेष प्रेक्षक श्री दास 5 नवम्बर को प्रात: 11 बजे ग्वालियर से छतरपुर के लिये प्रस्थान करेंगे। विशेष प्रेक्षक श्री मृणाल कांति दास का मोबाइल फोन नम्बर 9717488193 है।

रंगोली दे रहीं हैं संदेश वोट डालने जरूर आइयेगा....

 

 मतदान केन्द्रों के प्रवेश द्वारों पर महिलाओं द्वारा बनाई गईं सतरंगी रंगोली आकर्षण का केन्द्र बन रहीं हैं। इन सुंदर-सुंदर रंगोलियों को देखकर एक बारगी ऐसा आभास होता है कि मानो ये कह रहीं हैं कि 3 नवंबर को वोट डालने जरूर आइयेगा। विधानसभा क्षेत्र डबरा के मतदान केन्द्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं ने अन्य महिलाओं के सहयोग से मतदाताओं के स्वागत के लिए एक से बढ़कर एक रंगोलीं बनाईं हैं।
    जिले में विधानसभा उप चुनाव में अधिक से अधिक मतदान के लिए स्वीप (सिस्टमेटिक वोटर्स एज्यूकेशन एंड इलेक्ट्रोरल पार्टिसिपेशन) के तहत चलाए जा रहे मतदाता जागरूकता अभियान के तहत मतदान केन्द्रों को सजाया-सँवारने का काम भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में महिलाओं द्वारा रंगोली बनाई जा रहीं हैं।
    ज्ञात हो जिले के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 15-ग्वालियर, 16-ग्वालियर पूर्व एवं 19-डबरा (अजा) में 3 नवम्बर को प्रात: 7 बजे से सायंकाल 6 बजे तक मतदान होगा। मतों की गिनती 10 नवम्बर को एमएलबी कॉलेज में होगी।

मतदान एवं मतगणना की जानकारी समय पर आयोग को भेजने के लिये विधानसभा क्षेत्रवार दल गठित

 जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के पूर्व, मतदान दिवस एवं मतदान के अगले दिन की रिपोर्ट स्क्रूटनी (17-ए की संवीक्षा) रिपोर्ट, मतगणना (टेबूलेशन) एवं परिणाम से संबंधित रिपोर्ट भारत निर्वाचन आयोग एवं राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को निर्धारित समय पर उपलब्ध कराने के लिये कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने विधानसभा क्षेत्रवार दल गठित किए हैं। स्मार्ट सिटी की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती जयति सिंह को इस कार्य के लिये जिला स्तरीय नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है। श्रीमती जयति सिंह के निर्देशन में विधानसभा क्षेत्रवार गठित दल इस कार्य को अंजाम देंगे।

    ज्ञात हो जिले के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 15-ग्वालियर, 16-ग्वालियर पूर्व एवं 19-डबरा (अजा) में 3 नवम्बर को मतदान होगा। मतों की गिनती 10 नवम्बर को एमएलबी कॉलेज में की जायेगी।

कोविड संक्रमण को ध्यान में रखकर बंदियों से मुलाकात के समय में किया बदलाव

 कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर जेल विभाग द्वारा बंदियों से मुलाकात के संबंध में नई व्यवस्था लागू की गई है। जिसके तहत अब विचाराधीन बंदियों को सप्ताह में एक बार एवं दण्डित बंदियों को 15 दिवस में एक बार मुलाकात की अनुमति दी जायेगी। मुलाकात का समय प्रात: 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक निर्धारित किया गया है। मुलाकात की समय-सीमा भी 20 मिनट से घटाकर 15 मिनट कर दी गई है। अभी तक विचाराधीन बंदियों को सप्ताह में दो बार एवं दण्डित बंदियों को सप्ताह में एक बार मुलाकात की अनुमति मिलती थी।

    केन्द्रीय जेल अधीक्षक से प्राप्त जानकारी के अनुसार विशेष परिस्थितियों में मुलाकात के लिये अधिक व्यक्तियों के आवेदन प्राप्त होने पर जेल अधीक्षक आवेदनों का समुचित परीक्षण करने के बाद आवश्यक समझने पर मुलाकात की अनुमति दे सकेंगे। किंतु एक बार में दो से अधिक व्यक्तियों को मुलाकात की अनुमति नहीं दी जायेगी। सभी बंदियों को इनकमिंग दूरभाष सुविधा का लाभ समय-समय पर दिशा-निर्देशानुसार यथावत जारी रहेगा। मुलाकात कक्ष में आने वाले हर बंदी एवं परिजन को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। साथ ही कोविड-19 से बचाव के लिये निर्धारित गाइडलाइन एवं जेल मुख्यालय द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का पालन भी मुलाकात के समय करना होगा।

बी.ई./बी.टेक. और इंजीनियरिंग डिप्लोमा पाठ्यक्रम में काउंसलिंग 9 नवम्बर तक होगी

 तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा बी.ई./बी.टेक. तथा इंजीनियरिंग डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में एआईसीटीई नई दिल्ली द्वारा प्रवेश की अंतिम तिथि बढ़ाए जाने की वजह से काउंसलिंग कार्यक्रम में संशोधन किया गया है। मध्यप्रदेश के जिन जिलों में विधानसभा उप चुनाव हो रहे हैं उन जिलो में स्थित शासकीय एवं अनुदान प्राप्त संस्थाओं में पूर्व में निर्धारित तिथियों 2, 3 एवं 4 नवम्बर 2020 को अब द्वितीय चरण की काउंसलिंग के बाद उपस्थिति एवं प्रवेश संबंधी कार्य स्थगित रहेंगे। 

    बी.ई., बी.टेक. एवं इंजीनियरिंग डिप्लोमा पाठ्यक्रम में आवेदन पत्रों को ऑनलाइन उपलब्धता/आवंटित संस्था में उपस्थिति, मूल दस्तावेजों का सत्यापन एवं प्रवेश अब 2 से 9 नवम्बर के मध्य निर्धारित किया गया है। पूर्व में 6 नवम्बर तक प्रवेश प्रक्रिया होनी थी। प्रवेशित संस्था के लिए च्वाइस फिलिंग 9 एवं 10 नवम्बर तथा ब्रांच परिवर्तन की सूची एवं पत्रों की ऑनलाइन उपलब्धता 13 नवम्बर को निर्धारित की गई है। संस्था स्तर पर काउंसलिंग 10 से 16 नवम्बर तथा 19 एवं 20 नवम्बर को इच्छुक संस्था में प्रवेश प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों को उपस्थित होना होगा। काउंसलिंग के बाद रिक्त रह गई सीटों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 21 से 24 नवम्बर 2020 तथा प्रवेश प्रक्रिया के लिये 27 एवं 28 नवम्बर 2020 तिथि निर्धारित की गई है।
    लेट्रल एण्ट्री बी.ई./डिप्लोमा नॉन पीपीटी डिप्लोमा अम्बेडकर-एकलव्य योजनान्तर्गत ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 10 से 16 नवम्बर तक प्रवेश 19 एवं 20 नवम्बर निर्धारित की गई है। रिक्त सीटों के लिए 21 से 24 नवम्बर तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होंगे तथा 27 एवं 28 नवम्बर को इच्छुक संस्था में प्रवेश लिया जा सकेगा।

शुक्रवार, 30 अक्टूबर 2020

अपराधियों की पुख्ता नई आधुनिकतम आई टी टैक्नालाजी , सायबर वीडियो ट्रेसिंग के जरिये देते हैं वारदातों को अंजाम

वीडियो  काल अटेंड करने से पहले हो जायें सावधान

नरेन्द्र सिंह तोमर , एडवोकेट

80 फीसदी आपराधिक  वारदातों में की जाती है रैकी और फिर हत्या से लेकर सायबर क्राइम और चोरीयों के लिये इस्तेमाल किये जाते हैं , मोबाइलों की लोकेशन और आपकी लोकेशन और पृष्ठभूमि से लेकर हालातों और हालत की ट्रेसिंग .... 

जहां इस समय सायबर क्राइम का जोर बढ़ता जा रहा है , वहीं अभी भारत के पुलिस विभाग में न तो सायबर क्राइम विशेषज्ञ उपलब्ध हैं और न तकनीकी जानकारी के विशेषज्ञ , केवल एथिकल हैकिंग के कोर्स मात्र करे चंद लोगों के जरिये ही पुलिस विभाग अपना काम चला रहा है जबकि सायबर क्राइम एक बहुत बड़ी व्यापक विधा है और इसका दायरा व क्षेत्र तकरीबन आम आदमी के सभी निजी जीवन तक और प्रायवेसी तक पहुचता है ।

98 फीसदी आम आदमी को पता ही नहीं चलता और पता ही नहीं हो पाता कि उसके छोटे से मोबाइल फोन या उसके आई फोन या टेबलेट या डेस्कटाप के जरिये न तो उसका कुछ भी निजी रहा है और न कोई भी जानकारी निजी रही है ।

मसलन कई बरस पहले जब स्मार्ट फोन दुर्लभ थे और 10 हजार लोगों में से किसी एक पर स्मार्ट फोन होता था । 3 जी नेटवर्क तक आदमी कुछ हद तक महफूज था । भारत में 4 जी नेटवर्क के साथ तमाम दुष्टतायें अपने आप ही साथ आ गईं । लेकिन 4 जी के साथ , सावधानियां और सुरक्षायें कंपनीयां उपलब्ध नहीं करा पाईं । या धन के लालच और प्रतिस्पर्धा से भयभीत होकर बाजार कैप्चर हाथ से निकल जाने के डर या लोभ लालच से जानबूझ कर नहीं कराई गईं । अब तो 5 जी का टर्निंग टाइम है , भारत में 5 जी की लांचिंग और टेस्टिंग 2018 में की गई थी और सितंबर 2018 तक इसे आम लोगों के लिये लांच करने की घोषणा की गई थी , लेकिन किसी वजह से इसे पहले जनवरी 2019 तक फिर सितंबर 2019 तक बढ़ाया गया , सन 2019 में 5 जी की स्पेक्ट्रम की नीलामी की गई , इसे दो कंपनीयों ने खरीदा और बाद में एक अन्य कंपनी ने भी खरीदा । कंपनीयों ने सन 2019 में इसे जनवरी 2020 में चालू करने की घोषणा की , लेकिन कंपनीयां स्पेक्ट्रम खरीदने के बावजूद इसे अक्टूबर 2020 बीतने तक भारत में शुरू नहीं कर पाईं । जबकि 5 जी फोन बाजार में जनवरी 2020 के पहले ही सन 2019 में बाजार में आ गये ।

खैर नेटवर्क में कोई सी भी हो , मुख्य खतरा जहां से शुरू होता है उसमें पांच चीजें प्रमुख हैं 1. डिवाइस ( कम्प्यूटर , मोबाइल , लैपटाप , आई फोन आदि , डिवाइस की सम्यक परिभाषा आई टी एक्ट 2000 में देखें , यही परिभाषा व्यापक है , जिसमें किसी कम्यूनिकेशन डिवाइस को शामिल किया गया है चाहे वह कोई भी उपकरण हो और जिसका इस्तेमाल किसी भी संचार में या किसी भी माध्यम में आता हो जो किसी आवाज , इमेज , फोटो, वीडियो , या टेक्स्ट – लेख को कम्यूनिकेट करती हैं और संगृहीत की जाती हैं तथा एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरणीय और हस्तांतरणीय हैं ) चाहे वह फिजिकल हो , आप्टीकल हो या वायरलेस हो या इन्फ्रा रेड टेक्नालाजिकल कोई भी ( इन्फ्रारेड को सामान्य भाषा में आई आर कहा जाता है ) , कोई मॉडम या रूटर , कैमरा , ड्रॉन आदि सभी ( जिन के लिये गृह मंत्रालय द्वारा लायसेंस जारी किया जाता है वे मालवाहक ड्रोन , बगैर लायसेंस लिये कोई भी शख्स या कंपनी या सर्विस प्रोवाइडर कैसा भी कोई ड्रान कहीं भी नहीं , कभी भी नहीं उड़ा सकता या चला सकता है ) इस संबंध में गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा विस्तृत निर्देश एवं नियमावली व अनुज्ञप्ति विधान जारी किये गये हैं , ग्वालियर टाइम्स इन्हें सम्यक अवसर पर प्रकाशित करेगी । डिवाइसों की सेटिंग प्रमुख विषय वस्तु है , जिसमें प्रायवेसी और सिक्योरिटी सेटिंग्स ( निजता , गोपीयता और सुरक्षा सेटिंग ) प्रमुख हैं इन्हें सोच समझ कर अपनी आवश्यकता नुसार बेहद सख्त मोड पर सेट करके रखना चाहिये , यदि वायरलेस या आई आर के जरिये इन सेटिंगों से कोई छेड़छाड़ करता है या पासवर्ड चुराता है या किसी या सारी सेटिंग्स अल्टर करता है या किसी डिवाइस को फेब्रिकेट करता है , जाली डिवाइस या सिम क्लोन करके बनाता या इस्तेमाल करता है तो यह सब सायबर क्राइम् के तहत आता है और आई पी सी की तमाम धाराओं सहित , आई टी एक्ट 2000 के तहत परिभाषित अपराध हैं और इनकी सजा आजीवन कारावास तक निर्घारित है ।

2. सिम – दूसरे पहलू में सिम कार्ड चाहे वह फिजिकल सिम हो या इलेक्ट्रानिक या ई सिम हो या किसी सिम से कनेक्ट होने वाला आई आर या वायरलेस नेटवर्क हो जिसमें डब्ल्यू पी एस , वाई फाई , वी पी एन , डायरेक्ट वायरलेस / डब्ल्यू पी एस कनेक्टिविटी आदि शामिल हैं । किसी ऐसी कंपनी की सिम लें जिसमें कंपनी किसी भी फ्री योजना में या प्रथम रीचार्ज ( एफ आर सी ) में लाइव , फ्री टी वी पैक , फ्री सबस्क्रिप्शन ( डाटा और कालिंग के अलावा ) उपलब्ध न कराती हो , सिमों को बेचने की यही योजनायें लोभ लालच में आदमी के साथ होने वाली वारदातों की मुख्य वजह बनती है और अपराधी जो कि अधिकतर सिम विक्रेताओं से जुड़े रहते हैं , ऐसी सिमों / नई सिमों ( अपराधीयों की भाषा में इन्हें कमजोर सिम या सिमों की कमजोरी कहा पुकारा जाता है और ऐसी सिमों को और सिम धारक को अपना टारगेट बनाया जाता है , सिम सुरक्षा के लिये सबसे अव्वल सिम कार्ड में लाक डाल कर रखना चाहिये । सिम लाक खोलने के लिये अपराधी को लाक पासवर्ड डालना पड़ेगा , और पी यू के कोड जानने की जुगत लगानी होगी । अगर आपका पी यू के कोड अपराधी किसी तरह से जान लेते हैं तो आप बजाय सिम बदलने के लिये अपना सिम पोर्ट करा दें , इसे एम एन पी कहा जाता है , कंपनी बदलते ही आपका पी यू के कोड अपने आप बदल जायेगा ।

अपराधी सामान्यत: ( 90 प्रतिशत सिम संबंधी क्राइमों में ) आपके सिम लाक कोड, पी यूके कोड , स्थानीय सिम विक्रेताओं या लोकल सिम डीलर से आसानी से हासिल कर लेते हैं , उसके बाद आपकी सिम को लास एंड डेमेज करने का खेल शुरू होता है और आपके ओटीपी , पासवर्ड , वीडियो कालिंग , डिवाइसों पर कम्यूनिकेशन , कालिंग , सिंक्रोनाइजिंग , क्लाउड सिंक्रोनाइजेशन आदि आपके उस नंबर की सारी की सारी अपराधी हासिल कर लेते हैं । कैसे किया जाता है यह इसी आलेख समाचार में आगे पढ़ें ।

3. इंटरनेट सर्फिंग / ब्राउजिंग / हैबिटस / क्लोनिंग / सिंक्रोनाइजेशन/ ट्राझन्स / की लागर्स / मालवेयर्स  तथा वायरस आदि

4. सीक्रेट/ हिडन डिवाइसेज  और एप्लीकेशन्स / साफ्टवेयर्स आदि जैसे मोबाइलों में हिडन कैमरा एप्लीकेशन इंस्टाल करना

5. सभी प्रकार की ट्रेसिंग डिवाइसेज / सभी प्रकार की ट्रेसिंग एप्लीकेशन्स / साफ्टवेयर्स आदि चाहे वे आफलाइन काम करतीं हों / चाहे वे आनलाइन काम करतीं हों या चाहे वे बैकग्राउंड में काम करतीं हों ( सभी आई पी सी और आई टी एक्ट में परिभाषित अपराध हैं

 

शेष अगले अंक में ........  कुछ केसेज सायबर क्राइम मुरैना जिला तथा कैसे बनाया जाता है आपको शिकार और कैसे आपकी जान माल खतरे में है , कैसे बचें आप इन अपराधीयों से , कैसे करते हैं अपराधी आई टी और सायबर का इस्तेमाल करते हैं अपराधी , पुलिस कहां और कैसे असफल होती है , कैसे पुलिस में ही घुसे बैठे हैं 90 फीसदी सायबर अपराधी ....

नरेन्द्र सिंह तोमर , एडवोकेट ( आई टी एवं सायबर क्राइम स्पेशलिस्ट   , म. प्र उच्च न्यायालय , खंड पीठ . ग्वालियर हाई कोर्ट , जिला एवं सत्र न्यायालय मुरैना

गुरुवार, 29 अक्टूबर 2020

लोकतंत्र की मजबूती के लिये खुद वोट डालें और दूसरों को भी प्रेरित करें

 शहर की कॉलोनियों के रहवासी संघों के साथ हुई बैठक में किया गया आग्रह

    लोकतंत्र की मजबूती के लिये अपने मताधिकार का उपयोग अवश्य करें। स्वयं मतदान करने के साथ-साथ अधिक से अधिक लोगों को मतदान करने हेतु प्रेरित भी करें। विधानसभा उप निर्वाचन-2020 के लिये 3 नवम्बर को मतदान होगा। प्रात: 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान किया जा सकेगा। कोविड-19 के दृष्टिगत सभी मतदान केन्द्रों पर कोविड गाइडलाइन के तहत पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। मतदाता निर्भीक होकर अपने मतदान केन्द्र पर पहुँचें और मतदान करें। मतदाता जागरूकता अभियान के तहत बुधवार को नगर निगम के बाल भवन में रहवासी संघ के साथ बैठक में सीईओ जिला पंचायत एवं स्वीप कार्यक्रम के प्रभारी श्री शिवम वर्मा एवं नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिन ने यह बात कही।
    मतदाता जागरूकता अभियान के तहत मतदाताओं को मतदान हेतु प्रेरित करने के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। रहवासी संघ से भी अपेक्षा की गई है कि वे स्वयं भी मतदान करें और अपने आस-पास रहने वाले लोगों को भी मतदान हेतु प्रेरित करें। नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिन ने चर्चा के दौरान बताया कि मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा के साथ-साथ कोविड की रोकथाम के लिये भी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
    नगर निगम आयुक्त श्री माकिन ने बताया कि सभी मतदान केन्द्रों पर कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत मतदाताओं के लिये सेनेटाइजर, मास्क, ग्लब्स की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही मतदाताओं को बैठने और पेयजल की व्यवस्था भी मुहैया कराई जायेगी। प्रशासन द्वारा इसके लिये मतदान केन्द्र पर कर्मचारियों को तैनात कर जवाबदारी सौंपी गई है। मतदाता के मतदान केन्द्र पर पहुँचने पर उसकी थर्मल स्क्रीनिंग, सेनेटाइजेशन किया जायेगा। इसके पश्चात मतदान करने से पूर्व उसे हाथ के ग्लब्स प्रदान किए जायेंगे। जिन मतदाताओं के पास मास्क नहीं होगा, उन्हें मास्क भी उपलब्ध कराया जायेगा।
    सीईओ जिला पंचायत श्री शिवम वर्मा ने रहवासी संघ से चर्चा करते हुए कहा कि मतदाताओं को मतदान केन्द्र पर की गई व्यवस्थाओं की जानकारी हेतु कलेक्टर ग्वालियर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह द्वारा भी पत्र लिखकर जानकारी दी गई है। इसके साथ ही मतदान केन्द्रों पर की गई व्यवस्थाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। रहवासी संघ अपने स्तर से भी मतदाताओं को प्रेरित करने का काम करें। बैठक में रहवासी संघ के प्रतिनिधियों द्वारा मतदाताओं को जागरूक करने हेतु अपने स्तर से भी सहयोग करने का आश्वासन दिया।

 

मतदान दलों को उनकी सीट पर ही मिलेगी मतदान सामग्री, जमा करने के लिये टोकन व्यवस्था


 मतदान सामग्री वितरण व प्राप्ति के लिए तैनात अमले को किया प्रशिक्षित गैर हाजिर रहे 28 कर्मचारियों के खिलाफ होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई 

 मतदान सामग्री प्राप्त करने एवं जमा करने के लिये इस बार लम्बी-लम्बी कतारें नहीं लगेंगीं। मतदान दल को वहीं पर मतदान सामग्री प्रदान की जायेगी, जहाँ उसके बैठने का स्थान निर्धारित है। इसलिए मतदान सामग्री प्राप्त करने के लिए मतदान कर्मियों को इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं रहेगी। काउण्टर पर पीठासीन अधिकारी केवल ईवीएम व वीवीपैट लेने जायेंगे। इसी तरह मतदान सामग्री जमा करने के लिए पहली बार टोकन व्यवस्था की गई है। मतदान सामग्री वितरण व वापसी का काम कुल 94 काउण्टर के माध्यम से होगा।
   इस आशय की जानकारी विधानसभा उप चुनाव के लिये मतदान सामग्री वितरण एवं प्राप्ति के लिए तैनात किए गए अमले को प्रशिक्षण के दौरान दी गई। मतदान सामग्री वितरण एवं प्राप्ति दलों को यह प्रशिक्षण बुधवार को एमएलबी कॉलेज परिसर में विधानसभा क्षेत्रवार दिया गया। कुल 10 प्रतिशत रिजर्व अधिकारी-कर्मचारियों सहित लगभग 890 शासकीय सेवकों ने यह प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण में गैर हाजिर रहे 28 अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की गई है। इन सभी अधिकारी-कर्मचारियों को आगाह किया गया है कि यदि उन्होंने 29 अक्टूबर तक अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई तो उनके खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत कार्रवाई कर दी जायेगी।
इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं मतदान सामग्री वितरण व प्राप्ति प्रभारी श्री शिवम वर्मा ने कहा कि सामग्री वितरण एवं प्राप्ति के लिये तैनात सभी अधिकारी-कर्मचारी स्वयं कोविड गाइडलाइन का पालन करें और मतदान दलों से भी कराएँ। उन्होंने कहा कोविड संक्रमण को ध्यान में रखकर इस बार टोकन व्यवस्था लागू की गई है। चुनाव सामग्री वितरण व वापसी से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी पूरी संजीदगी व मुस्तैदी के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन कर इस काम को अंजाम दें।
    जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विजय दुबे ने बताया कि मतदान सामग्री वितरण व संकलन के लिए हर विधानसभा क्षेत्र के मान से दो प्रकार के काउण्टर लगाए जायेंगे। एक काउण्टर पर ईवीएम एवं अन्य महत्वपूर्ण प्रपत्र वितरण व प्राप्ति का काम होगा।  दूसरे काउण्टर पर शेष सामग्री वितरित और जमा होगी। विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 15-ग्वालियर के लिये 16-16 काउण्टर, विधानसभा क्षेत्र 16-ग्वालियर पूर्व के लिये 18-18 काउण्टर एवं विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 19-डबरा (अजा) के लिये 13-13 काउण्टर बनाए गए हैं। हर काउण्टर पर 8 अधिकारी-कर्मचारी सामग्री वितरण व प्राप्ति के लिये तैनात रहेंगे।
    ज्ञात हो विधानसभा उप निर्वाचन कार्यक्रम के तहत जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में 3 नवम्बर को मतदान होगा। मतदान सम्पन्न कराने के लिये 2 नवम्बर को एमएलबी कॉलेज से मतदान सामग्री प्रदान कर मतदान दलों को मतदान केन्द्रों के लिये रवाना किया जायेगा। मतदान सामग्री का वितरण इस दिन प्रात: 6 बजे से होगा। मतदान सामग्री की वापसी 3 नवम्बर को मतदान के बाद एमएलबी कॉलेज में ही होगी और स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच ईवीएम सुरक्षित रखी जायेंगीं। मतगणना 10 नवम्बर को होगी।

कोविड-19 से बचाव के लिये मतदान दलों को मिलेगी 6 प्रकार की सामग्री
    कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिये मतदान दलों को 6 प्रकार की सामग्री प्रदान की जायेगी। जिसमें हैण्ड ग्लब्स, मास्क, फेस सील्ड, शू कवर, गोगल (चश्मा) व सेनेटाइजर शामिल हैं।

संभाग आयुक्त ने मतगणना स्थल का किया निरीक्षण

 ग्वालियर संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सैना ने भाण्ड़ेर विधानसभा उपनिर्वाचन हेतु 10 नवम्बर को होने वाली मतगणना के संबंध में मतगणना स्थल का निरीक्षण कर मतगणना कि तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 
   इस दौरान कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बी. विजय दत्ता, पुलिस अधीक्षक श्री गुरूकरण सिंह, अपर कलेक्टर श्री सुजान सिंह रावत, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अतेन्द्र सिंह गुर्जर, उपजिला निर्वाचन अधिकारी श्री अशोक सिंह चौहान, भाण्ड़ेर विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निग ऑफीसर श्री अरविन्द माहौर सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।   
   संभाग आयुक्त ने स्ट्रांग रूम सहित दो कक्षों में होने वाली मतगणना की व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर जानकारी ली। उन्होंने मतगणना स्थल पर वाहन व्यवस्था, उम्मीदवारों एवं, मतगणना एजेन्टों को प्रवेश, मीडिया सेंटर के गठन, आदि की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि मतगणना स्थल के बाहर दो बड़ी स्क्रीन, कैमरे भी लगाए जाए। जिससे सामग्री वितरण एवं प्राप्ति के दौरान किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो।  
   कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बी. विजय दत्ता ने बताया कि 10 नवम्बर को शासकीय पॉलीटैक्निक महाविद्यालय दतिया में मतगणना होगी। मतगणना का कार्य दो कक्षों में किया जायेगा। प्रत्येक कक्ष में मतगणना हेतु 7-7 टेबिल लागई जायेगी। मतगणना कर्मियों के साथ, मतगणना अभिकर्ताओं के बैठने की भी व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक मतगणनरा कक्ष में 1-1 सहायक रिटर्निग ऑफीसर रहेगा। जिसमें एक कक्ष में रिटर्निग ऑफीसर के समक्ष डाक मत पत्र की भी गणना होगी।

सिन्हा ने लिया डाक मत पत्र सुविधा केन्द्रों का जायजा


सामान्य प्रेक्षक श्री संजय सिन्हा ने बुधवार को भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान में पहुँचकर डाक मत पत्र सुविधा केन्द्रों का जायजा लिया। उन्होंने कर्मचारियों द्वारा डाले जा रहे डाक मत पत्रों की प्रक्रिया देखी। भारत निर्वाचन आयोग ने जिले के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 15-ग्वालियर एवं 16-ग्वालियर पूर्व में हो रहे उप चुनाव पर निगरानी रखने के लिये भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री संजय सिन्हा को सामान्य प्रेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी है।
    डाक मत पत्र सुविधा केन्द्रों का जायजा लेने के बाद प्रेक्षक श्री सिन्हा ने विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर एवं ग्वालियर पूर्व के मतदान केन्द्रों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के तहत मतदान केन्द्रों पर सभी इंतजाम मुकम्म्ल करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर संबंधित तहसीलदार एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे

झा ने किया वाहन जाँच नाके का निरीक्षण

 प्रेक्षक श्री अजयनाथ झा ने बुधवार को डबरा तिराहे के समीप स्थित कल्याणपुर पिछोर अंतर जिला नाका का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने नाके पर तैनात एसएसटी को यहाँ से गुजरने वाले वाहनों की सघन चैकिंग करने के निर्देश दिए। प्रेक्षक श्री अजयनाथ की मौजूदगी में की गई वाहन चैकिंग के दौरान एक वाहन से एक लाख 90 हजार रूपए का नगद कैश बरामद हुआ। एसएसटी टीम द्वारा इस धनराशि के संबंध में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
    प्रेक्षक श्री अजयनाथ झा ने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं रिटर्निंग अधिकारी को मतदान सम्पन्न होने तक सभी नाकों पर कड़ाई पूर्वक अवैध सामग्री एवं अवैध धनराशि के परिवहन पर नजर रखने के लिये कहा है।
    ज्ञात हो भारत निर्वाचन आयोग ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री अजयनाथ झा को विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 19-डबरा (अजा.) के उपचुनाव पर निगरानी रखने के लिये सामान्य प्रेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी है।

29 अक्टूबर को आईआईटीटीएम में खुले रहेंगे डाक मत पत्र सुविधा केन्द्र

 डाक मत पत्र डालने के लिये 29 अक्टूबर को भी आईआईटीटीएम (भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान) में विधानसभा क्षेत्रवार डाक मत पत्र सुविधा केन्द्र खुले रहेंगे। इसी तरह 30 व 31 अक्टूबर को डीआरपी लाईन स्थित कम्युनिटी हॉल में यह सुविधा केन्द्र बनाए जायेंगे। इसके बाद कलेक्ट्रेट में एक नवम्बर को तीनों विधानसभा क्षेत्रों के सुविधा केन्द्र चालू रहेंगे। जिन अधिकारी-कर्मचारियों ने डाक मत पत्र के लिये फार्म-12 भरकर जमा कराए हैं और जिनके नाम डाक मत पत्र सूची में शामिल हैं उनसे अपील की गई है कि वे अनिवार्य रूप से अपने मताधिकार का उपयोग करें। 
    डाक मत पत्र के नोडल अधिकारी श्री के के गौर ने बताया कि इन सुविधा केन्द्रों पर अधिकारी-कर्मचारी प्रात: 10 बजे से सायंकाल 5.30 बजे तक डाक मत पत्र डाले जा सकेंगे।

खेतों में ही धान की नरवाई जलाई तो अर्थदण्ड के साथ धारा-188 के तहत कार्रवाई होगी

 कलेक्टर ने आदेश जारी कर धान के अवशेष जलाने पर लगाया प्रतिबंध 

जिले में धान के अवशेषों (नरवाई) को खेतों में ही अंधाधुंद तरीके से जलाए जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा-144 के तहत इस आशय का आदेश जारी किया है । उन्होंने आदेश में स्पष्ट किया है कि जो भी व्यक्ति या संस्था ऐसा करते हुए पाई गईं तो उसे नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशानुसार निर्धारित पर्यावरण मुआवजा जमा करना होगा। साथ ही इस आदेश का उल्लंघन दण्ड विधान की धारा-188 के तहत दण्डनीय होगा। पर्यावरण मुआवजा निर्धारण तथा अर्थदण्ड के लिये संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय दण्डाधिकारी अधिकृत किए गए हैं।
    धान के अवशेषो को जलाने पर दो एकड़ या उससे कम जमीन धारक को 2500 रूपए अदा करने होंगे। इसी तरह दो एकड़ से अधिक और 5 एकड़ से कम जमीन वाले धारक को अवशेष जलाने की हर घटना पर 5 हजार रूपए का मुआवजा देना होगा। 5 एकड़ से अधिक भूमि के लिये 15 हजार रूपए का मुआवजा निर्धारित किया गया है।
    कलेक्टर श्री सिंह ने आदेश में स्पष्ट किया है कि कम्बाइन संचालकों को धान फसल कटाई के समय  पूरा एहतियात बरतना होगा। इस अवसर पर अग्निशमन यंत्र, रेत की बाल्टियाँ इत्यादि सहित कर्मचारियों की व्यवस्था भी रखनी होगी। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को भी इस आदेश के जरिए हिदायत दी गई है कि धान के खेतों के पास स्थित ट्रांसफार्मर की निरंतर निगरानी रखें, जिससे चिंगारी व शॉर्ट सर्किट की वजह से अग्नि दुर्घटना की संभावना न रहे।

मंगलवार, 27 अक्टूबर 2020

मतदान केन्द्रों पर कोविड गाइडलाइन का भी पालन सुनिश्चित हो - संभाग आयुक्त

 

विधानसभा उप निर्वाचन-2020 के लिये मतदान 3 नवम्बर को होगा। मतदान से पूर्व मतदान केन्द्रों पर सभी व्यवस्थायें चाक-चौबंद की जाएँ। कोवडि संक्रमण के दृष्टिगत जारी की गई गाइडलाइन का पालन हो। मतदाता को मतदान केन्द्र पर किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने मंगलवार को नगर निगम के बाल भवन में निर्वाचन के संबंध में अधिकारियों से चर्चा करते हुए यह बात कही।
    निर्वाचन की तैयारियों के लिये आहुत इस बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, सीईओ जिला पंचायत श्री शिवम वर्मा, नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिन, अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आशीष तिवारी, एडीएम श्री किशोर कान्याल, अपर आयुक्त नगर निगम श्री आर के श्रीवास्तव उपस्थित थे।
    संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना ने कहा कि मतदान केन्द्रों पर कोविड गाइडलाइन के तहत मतदान करने आने वाले हर मतदाता का सेनेटाइजेशन करें। इसके साथ ही मतदाताओं को आवश्यकतानुसार मास्क एवं ग्लब्स की उपलब्धता हो, मतदाता को मतदान केन्द्र पर बैठने की व्यवस्था के साथ-साथ पेयजल की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया कि सभी मतदाताओं से अपील की जाए कि मतदान करने हेतु मतदान केन्द्र पर आते समय संक्रमण की रोकथाम हेतु मास्क अनिवार्यत: लगाकर आएँ। मतदान के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित किया जाए।
    संभाग आयुक्त श्री सक्सेना ने कहा कि मतदान केन्द्र पर सेनेटाइजेशन, थर्मल स्क्रीनिंग, ग्लब्स वितरण आदि के लिये व्यक्तिश: कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाए। मतदान केन्द्रों पर तैनात किए जाने वाले कर्मचारियों को प्रशिक्षित भी किया जाए। इसके साथ ही इस बार मतदान प्रात: 7 बजे से शाम 6 बजे तक होना है। मतदान केन्द्रों पर लाईट की व्यवस्था भी अच्छे से की जाए। मतदाताओं को टोकन का वितरण हो तथा उनका नम्बर आने पर मतदान कराने की व्यवस्था की जाए। मतदान केन्द्र पर मतदाता के आते और जाते समय सेनेटाइज करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
    कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि शहरी क्षेत्र में नगर निगम एवं ग्रामीण क्षेत्र में जिला पंचायत के माध्यम से मतदान केन्द्रों पर व्यवस्थायें सुनिश्चित की जा रही हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा निर्वाचन के लिये जारी किए गए दिशा-निर्देशों के साथ-साथ कोविड संक्रमण की रोकथाम हेतु जारी की गई गाइडलाइन का भी पालन सुनिश्चित किया जायेगा।

कलेक्टर आज रहवासी संघों के प्रतिनिधियों की बैठक लेंगे

 विधानसभा उप चुनाव में अधिक से अधिक मतदान के लिये जिले में स्वीप (सिस्टमेटिक वोटर्स एज्यूकेशन एण्ड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन) के तहत जागरूकता कार्यक्रम जारी है। इस कड़ी में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह 28 अक्टूबर को शहरी क्षेत्र की कॉलोनियों के रहवासी संघों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर चर्चा करेंगे। इस दिन यह बैठक प्रात: 11.30 बजे रूपसिंह स्टेडियम के समीप स्थित बाल भवन सभागार में आयोजित होगी।
    उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आशीष तिवारी ने बताया कि इस बैठक के माध्यम से खासतौर पर रहवासी संघों को यह समझाया जायेगा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के पालन में जिला प्रशासन द्वारा क्या-क्या इंतजाम किए जा रहे हैं।

जिला कॉन्टेक्ट सेंटर 1950 स्थापित

 विधानसभा उप निर्वाचन-2020 के लिये सभी व्यवस्थायें चाक-चौबंद की जा रही हैं। निर्वाचन के दौरान सूचनाओं का आदान-प्रदान करने के लिये कलेक्ट्रेट स्थित जिला निर्वाचन कार्यालय में जिला कॉन्टेक्ट सेंटर 1950 स्थापित किया गया है।
    उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री आशीष तिवारी ने बताया कि जिला कॉन्टेक्ट सेंटर 1950 पर संपर्क कर मतदाता चुनाव से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

प्रेक्षकों की मौजूदगी में हुआ पुलिसकर्मियों का रेण्डमाइजेशन

 

किस मतदान केन्द्र पर कौन से पुलिस जवान तैनात रहेंगे। यह निर्धारण रेण्डमाइजेशन के जरिए प्रेक्षकगणों की मौजूदगी में किया गया। मंगलवार को यहाँ एलएनआईपीई में हुए पुलिसकर्मियों के रेण्डमाइजेशन के दौरान सामान्य प्रेक्षक श्री संजय सिन्हा व श्री अजयनाथ झा तथा पुलिस प्रेक्षक श्री एम एन तिवारी मौजूद थे।
    ज्ञात हो भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के तहत जिले के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 15-ग्वालियर, 16-ग्वालियर पूर्व एवं 19-डबरा (अजा) में आगामी 3 नवम्बर को मतदान होगा। मतों की गिनती 10 नवम्बर को एमएलबी कॉलेज में की जायेगी।

प्रेक्षकगणों ने किया रायरू डिस्टलरी का निरीक्षण
    भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जिले में विधानसभा उप चुनाव पर निगरानी रखने के लिये नियुक्त सामान्य प्रेक्षकगण श्री संजय सिन्हा व श्री अजयनाथ झा ने पुलिस प्रेक्षक श्री एम एन तिवारी के साथ मंगलवार को रायरू पहुँचकर यहाँ स्थित डिस्टलरी का निरीक्षण किया। प्रेक्षकगणों ने बारीकी के साथ डिस्टलरी के अभिलेखों को देखा।
प्रेक्षक श्री सिन्हा ने मौके पर पहुँचकर देखी डाक मत पत्र डालने की प्रक्रिया
    विधानसभा क्षेत्र 15-ग्वालियर व 16-ग्वालियर पूर्व के सामान्य प्रेक्षक श्री संजय सिन्हा ने 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों द्वारा डाले जा रहे डाक मत पत्रों की प्रक्रिया को मौके पर पहुँचकर देखा। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र 15-ग्वालियर के अंतर्गत गाँधी नगर एवं 16-ग्वालियर पूर्व के अंतर्गत सिटी सेंटर स्थित ग्रीन गार्डन में डाक मत पत्र डालने की प्रक्रिया का जायजा लिया।

दिव्यांग मतदाताओं की मदद के लिये “हैल्प डेस्क

 विधानसभा उप निर्वाचन-2020 में दिव्यांग मतदाता बिना किसी परेशानी के अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें। इसके लिये कलेक्ट्रेट में “हैल्प डेस्क” बनाई गई है। कलेक्ट्रेट स्थित कक्ष क्र.-110 में दिव्यांग मतदाताओं के सहायतार्थ स्थापित यह “हैल्प-डेस्क” 29 अक्टूबर से शुरू होगी और मतदान दिवस यानि 3 नवम्बर तक संचालित रहेगी। “हैल्प डेस्क” का दूरभाष नम्बर 0751-2446321 है।
   संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय एवं नोडल अधिकारी पीडब्ल्यूडी वोटर्स श्री राजीव सिंह से प्राप्त जानकारी के मुताबिक दिव्यांगजन हैल्प डेस्क पर प्रात: 9 बजे से रात्रि 9 बजे तक संपर्क कर सकेंगे।

मतदान केंद्रों की व्यवस्थाएं करें चाक-चौबंद : निगमायुक्त

 विधानसभा उप चुनाव के लिए मतदान का समय नजदीक आ गया है सभी मतदान केंद्रों पर आवश्यक व्यवस्थाएं समय से पहले पूर्ण कर ली जावे इसके लिए सभी संबंधित क्षेत्र के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर जाकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर जो भी कार्य शेष रह गए हो उन्हें तत्काल पूर्ण करावें। उक्त आशय के निर्देश नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिन ने आज बाल भवन में निर्वाचन की समीक्षा बैठक में संबंधित क्षेत्र अधिकारियों को दिए।
   बाल भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में अपर आयुक्त श्री आरके श्रीवास्तव श्री नरोत्तम भार्गव सहित अन्य सभी संबंधित अधिकारी एवं सभी क्षेत्राधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान ग्वालियर विधानसभा एवं ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी मतदान केंद्रों पर आगामी 3 नवंबर को विधानसभा के उपचुनाव होने हैं, इसको लेकर मतदान केंद्रों की व्यवस्था की समीक्षा करते हुए नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिन ने आज सभी क्षेत्राधिकारियों को निर्देश दिए।
   निगमायुक्त ने क्षेत्र अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी मतदान केंद्रों पर साफ सफाई की व्यवस्था एवं सैनिटाइजेशन का कार्य समय से पहले पूर्ण कर लें तथा मतदान केंद्रों पर मतदाताओं हेतु आवश्यक दूरी पर गोले बनवाए जाएं तथा टेंट,फर्नीचर, विद्युत, पेयजल,रैंप इत्यादि की व्यवस्था एवं अन्य सामग्री जिसकी व्यवस्था नगर निगम को करनी है, की व्यवस्थाएं संबंधित अधिकारियों से समन्वय बनाकर तत्काल पूर्ण करें। इसके साथ ही मतदान केंद्रों तक पहुंचने वाली रोड को भी दुरुस्त कराया जाए। जिससे मतदान के दिन मतदाताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े। इसके लिए किसी भी समस्या के निराकरण हेतु क्षेत्राधिकारी अपर आयुक्त श्री आरके श्रीवास्तव से संपर्क कर समस्या का निराकरण करा सकते हैं

इस बार मतदान शुरू होने के डेढ़ घंटे पहले होगा मॉकपोल, मतदान का समय भी एक घंटा बढ़ा, मतदान दलों का द्वितीय चरण का प्रशिक्षण जारी

 

इस बार के विधानसभा उप चुनाव में मतदान शुरू होने के 90 मिनट पहले मॉकपोल होगा। पिछले चुनावों में 45 मिनट पहले मॉकपोल करने का प्रावधान था। मॉकपोल सम्पन्न होने की रिपोर्ट पीठासीन अधिकारी को अपने सेक्टर अधिकारी को देनी होगी। मतदान के समय में भी एक घंटे का इजाफा किया गया है। विधानसभा उप चुनाव कार्यक्रम के तहत 3 नवम्बर को सुबह 7 बजे से सायंकाल 6 बजे तक मतदान होगा। पहले के चुनावों में शाम 5 बजे तक मतदान होता था। इस आशय की जानकारी मतदान दलों के द्वितीय प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा दी गई। प्रशिक्षण के दौरान कोविड गाइडलाइन के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया गया।
   मतदान दलों को द्वितीय चरण का प्रशिक्षण यहाँ भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान में तीन पालियों में दिया जा रहा है। मंगलवार को इस प्रशिक्षण में तीनों पालियों में करीबन 1572 अधिकारियों व कर्मचारियों को मास्टर ट्रेनर द्वारा मतदान संबंधी सम्पूर्ण बारीकियां विस्तारपूर्वक बताई गईं ।
    प्रथम चरण के प्रशिक्षण में पीठासीन अधिकारी तथा मतदान अधिकारी क्रमांक-1, 2 व 3 को प्रशिक्षित किया जा रहा है । इस प्रशिक्षण में मतदान अधिकारियों को खास तौर पर ई.व्ही.एम (इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन) अर्थात बैलेट यूनिट व कंट्रोल यूनिट के बारे में तकनीकी एवं व्यवहारिक प्रशिक्षण विस्तार से दिया जा रहा है। साथ ही वीवीपैट के काम करने की प्रक्रिया भी मतदान दलों को समझाई जा रही है। सा‍थ ही यह भी जानकारी दी गई कि इस बार ईवीएम की कंट्रोल यूनिट की बैटरी सेक्टर अधिकारी की मौजूदगी में बदली जा सकेगी।
    मतदान दलों को मतदान केन्द्र की स्थापना, मतदान शुरू होने से पूर्व की जाने वाली घोषणा, एजेन्टो की मौजूदगी में मोकपोल, ग्रीन पेपर सील लगाना, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए रक्षोपाय, मतदान केन्द्र में और बाहरी 200 मीटर की परिधि में प्रतिबंधात्मक आदेशों के पालन आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
    पीठासीन अधिकारियों को समझाइश दी गई कि निर्वाचन सामग्री प्राप्त करते समय यह सुनिश्चित कर लें कि सूची के अनुसार सभी सामग्री उन्हें मिल गई है। मुख्य रूप से मतदान यूनिट, नियंत्रण यूनिट, वीवीपैट, निविदत्त मतपत्र, मतदाताओं का रजिस्टर, निर्वाचक नामावली की चिन्हित प्रति और नामावली की अतिरिक्त प्रतियाँ, ग्रीन पेपर सील, सीलिंग वैक्स एवं अमिट स्याही महत्वपूर्ण सामग्री में शामिल है।

कोविड गाइडलाइन का होगा पालन, वोट डालने के लिये दिए जायेंगे टोकन
    मतदान केन्द्र परिसर में कोविड गाइडलाइन का पालन कराया जायेगा। हर मतदाता को “पहले आओ पहले वोट डालो” आधार पर टोकन दिया जायेगा और बारी आने पर वह अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेगा। सभी मतदाताओं को हैण्डग्लब्स  और जो मतदाता फेस मास्क लगाकर नहीं आयेंगे उन्हें मास्क भी मुहैया कराए जायेंगे। मतदान अधिकारी क्र.-1 के सामने एक बार में एक से अधिक मतदाता खड़ा नहीं रह सकेगा।
    मतदान केन्द्र में प्रवेश के समय हर मतदाता की थर्मल स्क्रीनिंग की जायेगी। तापमान अधिक होने पर मतदाता को बैठने के लिये कहा जायेगा और आधे घंटे बाद फिर से थर्मल स्क्रीनिंग की जायेगी। यदि तापमान सही आया तो उसे मतदान की अनुमति दी जायेगी, अन्यथा मतदान के आखिरी घंटे में वह अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेगा।

कलेक्टर ने लिखी मतदाताओं को पाती, बेझिझक वोट डालने आएँ, मतदान केन्द्र पर कोरोना से बचाव के पुख्ता इंतजाम रहेंगे

 विधानसभा उप चुनाव में सभी से मतदान का आग्रह करते हुए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने मतदाताओं तक अपनी पाती पहुँचाई है। उन्होंने इस पाती के माध्यम से अपील की है कि डरें नहीं, भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत हर मतदान केन्द्र पर कोविड-19 से बचाव के लिये पूरे इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा है कि 3 नवम्बर के दिन जब ग्वालियर मतदान करेगा तब “लोकतंत्र जीतेगा, कोरोना हारेगा” ।
    जिला निर्वाचन अधिकारी श्री सिंह ने पाती के माध्यम से मतदाताओं तक संदेश पहुँचाया है कि आपके मतदान केन्द्र को एक दिन पहले अच्छे से सेनेटाइज किया जायेगा। मतदान केन्द्र के प्रवेश और निकास द्वार पर हर मतदाता के लिये साबुन, पानी और सेनेटाइजर का इंतजाम रहेगा। जो मतदाता मास्क लगाकर नहीं आयेंगे, उन्हें मास्क मुहैया कराए जायेंगे। स्वास्थ्य कर्मियों एवं आशा कार्यकर्ताओं द्वारा हर मतदाता के तापमान (थर्मल स्क्रीनिंग) की जाँच की जायेगी।
कलेक्टर ने अपनी पाती में मतदाताओं का भ्रम दूर करते हुए जिक्र किया है कि वोट डालने के लिये लाईन नहीं लगानी पड़ेगी। सभी मतदाता सोशल डिस्टेंसिंग के साथ अपना वोट डाल सकें, इसके लिये “पहले आओ पहले वोट डालो” सिद्धांत के आधार पर हैल्प डेस्क से टोकन वितरित किए जायेंगे। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिये मतदान केन्द्र परिसर में गोले के निशान भी लगाए जायेंगे। किसी भी मतदान केन्द्र पर एक हजार से ज्यादा मतदाता नहीं हैं, जिससे भीड़ न हो। महिला एवं पुरूष मतदाताओं के लिये अलग-अलग प्रतीक्षा करने के लिये छायादार स्थान कुर्सियों सहित बैठने के लिये उपलब्ध रहेंगे।

मतदाता को कोई शिकायत करनी हो तो इस नम्बर पर फोन करें
    कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने पाती के माध्यम से यह भी बताया है कि यदि किसी मतदाता को शिकायत दर्ज करानी है तो टोल फ्री नम्बर 1950 पर अपनी बात रख सकते हैं। साथ ही इस टोल फ्री नम्बर से चुनाव संबंधी जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा मतदाता cViGiL एप भी डाउनलोड कर सकते हैं। इस एप पर फोटो, वीडियो इत्यादि अपलोड कर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। सीविजिल पर प्राप्त शिकायतों का समाधान 100 मिनट के भीतर किया जाता है।

सोमवार, 26 अक्टूबर 2020

सुमावली विधानसभा ( मुरैना जिला ) उपचुनाव लड़ रहे सभी 9 प्रत्याशीयों की उनके चुनाव चिह्न सहित सूची

 सुमावली विधानसभा ( क्रमांक 05 ) से निम्न 9 प्रत्याशी विधानसभा उपचुनाव 2020 लड़ रहे हैं

1. अजब सिंह कुशवाह - इंडियन नेशनल कांग्रेस - हाथ का पंजा ( हाथ)
2. ऐदल सिंह कंसाना - भारतीय जनता पार्टी - कमल ( कमल का फूल)
3. राहुल डण्डोतिया उर्फ सोनू  - बहुजन समाज पार्टी - हाथी
4. ममता - आजाद समाज पार्टी ( कांशी राम) - ट्रेक्टर चलाता किसान
5 . शत्रुघ्न सिंह फौजी - सपाक्स - झूला
6. सुनील कुशवाह - समाजवादी पार्टी - साइकल
7. चरन सिंह कुशवाह - निर्दलीय - एयर कंडीशनर
8. रंजीता सिंह - निर्दलीय - अलमारी
9. सतेन्द्र सिंह - निर्दलीय - सेब

प्रेक्षक संजय सिन्हा ने एमएलबी कॉलेज पहुँचकर देखा मॉकपोल, एमएलबी कॉलेज में ईवीएम की कमीशनिंग के साथ-साथ हो रहा है मॉकपोल

     भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा क्षेत्र 15-ग्वालियर व 16-ग्वालियर पूर्व के लिये नियुक्त सामान्य प्रेक्षक श्री संजय सिन्हा ने सोमवार को एमएलबी कॉलेज पहुँचकर मॉकपोल एवं ईवीएम कमीशनिंग का जायजा लिया। विधानसभा क्षेत्रवार ईवीएम की तैयारी एमएलबी कॉलेज में की जा रही है। ईवीएम कमीशनिंग का जायजा लेने विभिन्न राजनैतिक दलों एवं प्रत्याशियों के प्रतिनिधि भी पहुँच रहे हैं। जिले के तीनों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान के लिये उपयोग में लाई जाने वाली इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) व वीवीपैट तैयार करने (कमीशनिंग) का काम एमएलबी कॉलेज में किया जा रहा है।
        ईवीएम कमीशनिंग के साथ-साथ राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों एवं प्रत्याशियों की मौजूदगी में मॉकपोल (दिखावटी मतदान) भी कराया जा रहा है। प्रेक्षक श्री सिन्हा ने विधानसभा क्षेत्र 15-ग्वालियर एवं 16-ग्वालियर पूर्व की ईवीएम से हो रहे मॉकपोल का निरीक्षण किया। मॉकपोल के बाद  ईवीएम का सभी डाटा क्लीयर कर मशीन स्विच ऑफ कर दी जा रही हैं। मतदान के लिये पूर्णत: तैयार हो चुकीं (कमीशनिंग के बाद) सभी ईवीएम स्ट्राँग रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच रखी जा रही हैं। हर विधानसभा क्षेत्र के लिये रिजर्व रूप से भी ईवीएम तैयार कराई जा रही हैं।
        ज्ञात हो जिले के तीनों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में सहायक मतदान केन्द्रों सहित कुल 1188 मतदान केन्द्र हैं। इनमें से विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर में 409, ग्वालियर पूर्व में 447 एवं विधानसभा क्षेत्र डबरा (अजा.) में 332 मतदान केन्द्र हैं।
    जिले के विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र-15 ग्वालियर, 16-ग्वालियर पूर्व एवं 19-डबरा (अजा.) में उप निर्वाचन होना है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किए गए कार्यक्रम के अनुसार जिले में 3 नवम्बर को मतदान और 10 नवम्बर को मतगणना होगी।