बुधवार, 16 जुलाई 2008

//हरियाली महोत्सव //जिले में पौधों की सुरक्षा पर विशेष जोर

//हरियाली महोत्सव //जिले में पौधों की सुरक्षा पर विशेष जोर

पौधरोपण की समीक्षा बैठक में जुलाई माह में शतप्रतिशत लक्ष्य पूर्ति के निर्देश

ग्वालियर 13 जुलाई 08 । जिले में हरियाली महोत्सव के तहत सुरक्षा व उचित देखभाल के पुख्ता प्रबंध के साथ पौधरोपण पर जोर दिया जा रहा है । जिला कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों से साफ तौर पर कहा है कि जो भी पौधे लगाये जायें वे अच्छी गुणवत्ता के हों, साथ ही उनकी सुरक्षा के बेहतर इंतजाम किये जायें, जिससे पौधे आगे चलकर पेड़ बन सकें । इसी सिलसिले में आज जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा ने विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर लक्ष्यपूर्ति की समीक्षा की और पौधों की सुरक्षा के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये । यहां जिला पंचायत के सभागार में संपन्न हुई बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अनिल सिंह कुशवाह व जीडीए के मुख्य र्कापालन अधिकारी श्री विजय अग्रवाल सहित संबंधित विभागों के जिला प्रमुख एवं जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित थे ।

नये शासकीय भवनों में पौधरोपण अनिवार्य

       नये शासकीय भवन परिसर में  को तभी पूर्ण माना जायेगा जब उसमें वाटर रीचार्जिंग एवं आवश्यक पोध रोपण कर लिया गया हो । जिला प्रशासन ने इस संबंध में निर्देश दिये हैं कि नये शासकीय भवन परिसर में उपलब्ध स्थान के अनुसार पौधरोपण व रूफ वाटर हार्वेस्ंटिग आदि की व्यवस्था की जाये । जिन भवनों में जगह कम है वहां भी कम से कम पांच पौधे अवश्य रोपे जायें ।

 

       जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा ने कहा कि पौध रोपण स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखकर किया जाये । मिट्टी की प्रकृति, पानी की उपलब्धता, व सुरक्षा इंतजामों का पौधरोपण के समय पूरा धन रखा जाये । उन्होंने कहा सप्ताह अंत तक सभी विभाग लक्ष्य की 50 प्रतिशत तथा जुलाई के अंत तक लक्ष्य की शतप्रतिशत पूर्ति आवश्यक रूप से कर लें । श्री शर्मा ने कहा चूंकि इस वर्ष शुरू से ही अच्छी बारिश हुई है अत: यह मौसम पौधरोपण के लिये विशेष रूप से अनुकूल है । उन्होंने कहा जिन विभागों द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार पौधरोपण के लिये गङ्ढे तैयार कर लिये हैं वे पौधों की मांग जिला पंचायत को तत्काल भेजें ताकि उनसकी पूर्ति की जा सके ।

       पादप व वृक्षारोपण विशेषज्ञ श्री भारद्वाज ने जिले की मिट्टी में आसानी से पनपने वाले पौधों के बारे में बैठक में बताया । उन्होंने जानकारी दी कि छेंकुर, नीम, बबूल, पाखर, आम, बरगद, पीपल आदि जिले में आसानी से लग जाते हैं । इन वृक्षों में विशेष औषधीय गुण भी होते हैं  । साथ ही ये पक्षियों की धर्मशाला के समान काम करते हैं । पादप शास्त्रियों का ऐसा मानना है जिन खेतों के समीप पेड़ों पर पक्षी निवास करते हैं उनमें कीट व्याधियां नहीं पनपती ।

 

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