केंसर रोगियों के उपचार के लिये कोबाल्ट थैरेपी सुविधा अगले माह से
मेडिकल कॉलेज की कार्यकारिणी समिति की बैठक संपन्न
ग्वालियर 8 जुलाई 08 । गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय में कैंसर रोगियों के उपचार के लिये स्थापित कोबाल्ट थैरेपी की नवीन इकाई अगस्त माह से कार्य आरंभ कर देगी । यह जानकारी अधिष्ठाता डा(श्रीमती) शैला सप्रे ने आज यहां चिकित्सा महाविद्यालय की 26 वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुये व्यक्त की । उन्होंने कहा कि इस इकाई के प्रारंभ होने से जहां गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले तथा दीनदयाल योजना अन्तर्गत आने वाले कैंसर रोगियों को नि:शुल्क सेवाएं सुलभ हो सकेंगी वहीं सामान्य वर्ग के रोगियों को भी सिकाई (रेडियो थैरेपी), ब्रेकी थैरेपी, टीपीएस एवं मोल्ड आदि के लिये प्रायवेट चिकित्सालयों से कई गुना कम नाम मात्र शुल्क अदा करने पर यह सुविधाएं मिलने लगेंगी । उन्होंने कोबाल्ट इकाई को मूर्तरूप देने में युवा चिकित्सक डा. अक्षय निगम तथा इस दिशा में मार्ग दर्शन के लिये डा.जयवंत वले के प्रयासों की मुक्त कंठ से सराहना की ।
चिकित्सा महाविद्यालय की बाल रोग चिकित्सा विभाग की निर्माणाधीन सधन उपचार इकाई (आईसीयू)निर्धारित समय सीमा से पूर्व ही अगले माह तक बनकर तैयार हो जावेगी । यूनिसेफ द्वारा निर्मित की जाने वाली इस इकाई का उदाहरण देते हुये डा सप्रे ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सभी निर्माण कार्य तेजी से पूरा कराने की अपील की । उन्होंने बताया कि चिकित्सा महाविद्यालय में हाल ही में 129 नर्सेज की नियुक्ति की गई है जिनमें से 61 ने तो अपना कार्यभार भी ग्रहण कर लिया है । समिति ने शासन द्वारा स्वीकृत अन्य 376 पदों पर नर्सेज की भर्ती के लिये शीघ्र विज्ञापन दिये जाने पर बल दिया ।
समिति ने चिकित्सा महाविद्यालय के बहृिरंग विभाग (ओपीडी) के कम्प्यूटरीकरण के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुये नये कम्प्यूटरों की खरीद को भी मंजूरी दी । चिकित्सालय की निरंतर विद्युत आपूर्ति आवश्वस्त करने के लिये भी समिति ने आधा दर्जन बड़े जनरेटर क्रय करने का फैसला लिया । साथ ही समिति ने चिकित्सालय के चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टॉफ एवं अन्य कर्मचारियों के लिये 500 शासकीय आवासगृह निर्मित करने के प्रस्ताव पर भी सहमति की मोहर लगा दी । समिति ने उच्च न्यायालय तथा मेडिकल कौंसिल ऑफ इडिया द्वारा विभिन्न विभागों के उन्नयन की दिशा में दिये गये निर्देशों पर भी विचार विमर्श किया व ऐसे कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर मंजूरी भी दी । कार्यकारिणी समिति की इस बैठक में संचालक चिकित्सा शिक्षा के नुमाइंदे बतौर डा. एल पी वर्मा, विभागाध्यक्ष रेडियो डायग्नोसिस डा जयवंत वले, अधीक्षक जयारोग् चिकित्सालय समूह डा. पीसी महाजन, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभागाध्यक्ष डा. वीना अग्रवाल, विभागाध्यक्ष फोरेंसिक मेडिसन डा. जे एन सोनी, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण यांत्रिकी श्री आर एन जैन तथा कार्यपालन यंत्री श्री ओ पी भार्गव, कार्यपालन यंत्री विद्युत एवं यांत्रिकी श्री जे के सोनकर भी उपस्थित थे ।
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