गुरुवार, 8 जनवरी 2009

अनाधिकृत रूप से निर्माण कार्यों की राशि रखे बैठे शिक्षकों के खिलाफ करायें एफ.आई.आर.

अनाधिकृत रूप से निर्माण कार्यों की राशि रखे बैठे शिक्षकों के खिलाफ करायें एफ.आई.आर.

शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर के निर्देश

ग्वालियर 3 जनवरी 09। जिन पालक शिक्षक संघों के सचिवों (शिक्षकों) ने स्कूल भवन , अतिरिक्त कक्ष व छात्रावास भवन आदि के लिये राशि प्राप्त कर ली है किन्तु उक्त निर्माण कार्य पूर्ण नहीं कराये हैं, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करें और वेतन से राशि वसूल कर किसी दूसरी एजेन्सी से कार्य पूर्ण कराये जायें। यह निर्देश जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों को दिये। आज यहां जिला कार्यालय में आयोजित हुई बैठक में कलेक्टर ने यह भी हिदायत दी कि जो शिक्षक अनाधिकृत रूप से शासन की वड़ी धनराशि अपने पास रखे हुए हैं उनके खिलाफ पुलिस में गबन का प्रकरण दर्ज करायें । साथ ही इस राशि की बसूली के लिए तहसील में आर.आर.सी. भी दर्ज करायें। उन्होंने ऐसे शिक्षकों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को भी कहा है।

       जिला कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने स्कूल भवन, अतिरिक्त कक्ष व छात्रावास भवन आदि से सम्बन्धित अधूरे निर्माण कार्य विशेष अभियान चलाकर पूर्ण करने पर जोर दिया। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि जहां स्कूल भवन व अतिक्ति कक्ष आदि के लिए स्थल की समस्या हो उसका निराकरण संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व व तहसीलदार से समन्वय स्थापित कर कर लें। श्री त्रिपाठी ने कहा निर्माण कार्यों में स्पष्ट प्रगति दिखनी चाहिये, इसमें किसी प्रकार की बहानेबाजी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। पाठय पुस्तक, गणवेश व साइकिल वितरण की भी बैठक में समीक्षा की गई। दक्षता संवर्धन कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिये कि ऐसे प्रयास करें, जिससे बच्चों में शैक्षणिक गुणवत्ता का विकास स्पष्ट: दिखाई दे। उन्होंने शालाओं में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने पर विशेष बल दिया।

कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी व जिला परियोजना समन्वयक समेत सहायक परियोजना समन्वयक, खण्ड स्त्रोत समन्वयक व खण्ड शिक्षाधिकारियों को शिक्षण संस्थानों के निरीक्षण की संख्या बढ़ाने की विशेष हिदायत दी। उन्होने कहा निरीक्षण इस प्रकार से हो जिससे उसके प्रभावी परिणाम दिखाई दें। बैठक में छात्रवृत्ति वितरण, आवासीय व गैर आवासीय ब्रिज कोर्स, मानव विकास केन्द्र व कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की भी बारीकी से समीक्षा की गई और आवश्यक सुधार के निर्देश दिये गये।

       बैठक में बताया गया कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में जिले में छठवीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली दो हजार 40 व नवीं कक्षा में प्रवेश लेने वालीं दो हजार 426 बालिकाओं को साइकिलें मुहैया कराई गईं हैं। इसी प्रकार सभी स्कूली बच्चों को पात्रतानुसार गणवेश व पाठय पुस्तकों का वितरण कर दिया गया है।

 

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