सोमवार, 19 जनवरी 2009

सिर एवं गले के केंसर पर संगोष्ठी का आयोजन

सिर एवं गले के केंसर पर संगोष्ठी का आयोजन

ग्वालियर 18 जनवरी 09। सर्जरी अपडेट 2009 के अंतर्गत शल्य क्रिया विभाग द्वारा सिर एवं गले के केंसर का समग्र इलाज विषय पर सतत् चिकित्सा अभियान के तहत संगोष्ठी आयोजित की गई जिसमें मुख्य अतिथि राज्य सभा सांसद श्री प्रभात झा एवं अध्यक्षता डीन जी आर. चिकित्सा महाविद्यालय डॉ. शैला सप्रे ने की। श्री प्रभात झा  ने वर्तमान आई सी यू. के ऊपर सर्जरी आई सी यू. बनाने के लिये प्रारंभिक राशि दस लाख रूपये देने की घोषणा की तथा सर्जरी विभाग के अपग्रेडेशन के लिये हर प्रकार की सहायता एवं राशि प्रदाय करने का आश्वासन दिया।

      श्री प्रभात झा ने चिकित्सकों की तुलना ईश्वर से की तथा कहा भगवान को भगवान रहने के लिए जिस तरह से तपस्या करनी पड़ती है उसी तरह से चिकित्सकों को चिकित्सक अनुरूप रहने के लिए तपस्या करनी चाहिए तथा दुखी परेशान व्यक्तियों के साथ सहृदयता एवं सहानुभूति रखना चाहिए। डॉ. श्रीमती शैला सप्रे, अधिष्ठाता द्वारा अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सर्जरी विभाग को उच्च स्तरीय बनाने के लिए हर संभव सहायता देने का वचन दिया। संगोष्ठी में उपस्थित डॉ. ए के. जैन विभागाध्यक्ष ई एन टी. विभाग द्वारा सर्जरी सभागार हेतु एक ए सी. भेंट किया गया। डॉ. एल पी. वर्मा, विभागाध्यक्ष सर्जरी विभाग द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया।

      मंच पर उपस्थित डॉ. बी आर. श्रीवास्तव एवं डॉ. अक्षय निगम द्वारा केंसर चिकित्सा के नये आयामों पर प्रकाश डाला गया। अतिथियों का धन्यवाद डॉ. संजनी जलज द्वारा व्यक्त किया गया। उद्धाटन समारोह के बाद,वैज्ञानिक सत्र में दिल्ली से आये विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिए गये। वेदान्त काबरा मैक्स हास्पिटल नई दिल्ली द्वारा हेड एण्ड नैक केंसर की सर्जरी से इलाज पर प्रकाश डाला गया।

      दिल्ली के सफदर जंग अस्पताल से आए प्लास्टिक सर्जन डॉ. राकेश कैज द्वारा हैड एण्ड  केंसर की सर्जरी के बाद हुई जटिल विकृतियों को प्लास्टिक सर्जरी द्वारा ठीक करने की विधियों का वर्णन किया गया।

      डॉ. मनीष गैरोला रेडियेशन आनकोलाजिस्ट ने केंसर रोग में रेडियोथेरेपी की विभिन्न तकनीको के बारे मे जानकारी दी तथा सर्जरी पूर्व, सर्जरी के दौरान एवं सर्जरी के पश्चात रेडियोथेरेपी की उपयोगिता के बारे में जानकारी दी । डॉ. समीर खत्री मेडिकल आनकोलाजिस्ट ने केंसर कीमोथैरेपी की पुरानी एवं नई विधियों का उपयोग बताया तथा उनके फायदे एवं नुकसानों के बारे में विस्तार से व्याख्यान दिया। आज की सी एम ई में सीनियर प्रोफेसर डॉ. बी एच. जैन, डॉ. महेश उपाध्याय डॉ. एस के श्रीवास्तव, डॉ. एस एम. तिवारी, डॉ. ए के. जैन, डॉ. यू एस. तिवारी, डॉ. ओ पी. जाटव, डॉ. डी के. शाक्य, डॉ. अशोक मिश्रा सहित सर्जरी विभाग सभी सीनियर चिकित्सक डॉ. अजय गंगजी, डॉ. सुनील अग्रवाल, डा. संजना, डा. प्रशान्त, डॉ. राजेश प्रजापति, डा. अनुराग चौहान, डा. नवीन कुशवाह, डा. मुकेश नरवरिया, डा. चन्द्रकला दत्ता, डॉ. मनीश सिंह, डॉ. प्रशान्त श्रीवास्तव मौजूद थे। इस सी एम ई. में अधीक्षक एवं संयुक्त संचालक जे ऐ एच. डॉ. पी सी महाजन की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

      इसमे सर्जरी एवं ई एन टी. के समस्त सीनियर एवं जूनियर चिकित्सक उपस्थित थे। इस पूरे कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. एम एम. मुदगल ने किया।

 

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