राज्य बीमारी सहायता निधि : गंभीर बीमारियों से पीड़ित 77 मरीजों को इलाज के लिये मिली लगभग 44 लाख की मदद
ग्वालियर 03 अगस्त 09। गंभीर बीमारियों से पीड़ित गरीब एवं असहाय लोगों के इलाज का जिम्मा प्रदेश सरकार ने अपने ऊपर लिया है। सरकार ने इसके लिये राज्य बीमारी सहायता निधि गठित की है। इस निधि से जिले में गंभीर बीमारियों से पीड़ित गरीब तबके के 77 मरीजों के इलाज के लिये लगभग 44 लाख रूपये की सहायता मुहैया कराई जा चुकी है। इनमे से सात मरीजों के इलाज पर मौजूदा वर्ष के बीते तीन माह में 5 लाख 40 हजार रूपये की राशि खर्च की गई है। ज्ञात हो राज्य बीमारी सहायता निधि के अन्तर्गत गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों का इलाज प्रदेश व देश के बड़े-बड़े चिकित्सा संस्थानों में कराया जाता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य बीमारी सहायता निधि से जिले में वित्तीय वर्ष 2006-07 में छ: मरीजों के इलाज पर 2 लाख 55 हजार रूपये की राशि खर्च की गई। इसी तरह वर्ष 2007-08 में 26 मरीजों के इलाज पर लगभग 13 लाख 89 हजार व वर्ष 2008-09 में 38 मरीजों के इलाज पर 22 लाख 15 हजार रूपये की राशि व्यय हुई। मौजूदा वित्तीय वर्ष के पिछले तीन माह में गंभीर बीमारियों से पीड़ित जिले मे गरीब तबके के सात लोगों के इलाज पर 5 लाख 40 हजार रूपये की राशि खर्च की गई है।
गौरतलब है कि राज्य बीमारी सहायता निधि से हृदय सर्जरी, कैंसर सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी व थियोरिक सर्जरी जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज कराया जाता है। इसके अलावा रीनल सर्जरी एवं रीनल ट्रान्सप्लाटेंशन, कूल्हा बदलना, घुटना बदलना, सिर की चोटें जिसमें ऑपरेशन की आवश्यकता हो, स्पाइनल सर्जरी, रेटिनल डिटेचमेण्ट व प्रसवोत्तर जटिलताओं जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित गरीब तबकों के मरीजों का इलाज राज्य सरकार कराती है।
नामचीन चिकित्सा संस्थानों में इलाज की सुविधा
राज्य बीमारी सहायता योजना के तहत प्रदेश के बड़े-बड़े चिकित्सा संस्थानों समेत देश के नामचीन चिकित्सा संस्थानों में इलाज कराने के लिये भी सहायता मुहैया कराई जाती है। इनमें दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एस्कॉर्ट, बत्रा, इन्द्रप्रस्थ, जे बी. पंत व एल एन टी पी. हॉस्पिटल, मुम्बई स्थित के एम. हास्पिटल, जसलोक हॉस्पिटल, टाटा मेमोरियल, नानावटी हॉस्पिटल, बॉम्बे हॉस्पिटल, लीलावती हॉस्पिटल तथा अपोलो हॉस्पिटल, चैन्नई व हैदराबाद, शंकर नेत्रालय चैन्नई व केयर हॉस्पिटल हैदराबाद शामिल हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें