सोमवार, 9 नवंबर 2009

सहकारिता का उद्देश्य: लाभ के साथ बेहतर सेवा, संभागीय सहकारी संगोष्ठी सम्पन्न

सहकारिता का उद्देश्य: लाभ के साथ बेहतर सेवा, संभागीय सहकारी संगोष्ठी सम्पन्न

हमें खेद है मुरैना मध्‍यप्रदेश में चल रही भारी बिजली कटौती के कारण इस समाचार के प्रकाशन में विलम्‍ब हुआ है, फेलुअर विद्युत सप्‍लाई सही होने तक फोटो व समाचार समय पर हम अपडेट नहीं कर सकेंगे, इसके लिये हम क्षमाप्रार्थी हैं, कृपया अपडेट के लिये हमें ई मेल, जवाबी मेल या टिप्‍पणीयां न भेजें बिजली कटौती और कई अन्‍य कारणों से हम समय पर अपडेट नहीं दे पा रहे हैं इस सम्‍बन्‍ध में हम अलग से स्‍पष्‍टीकरण व अपनी मजबूरीयों का अलग से शीघ्र ही समाचार दे रहे हैं नरेन्‍द्र सिंह तोमर ''आनन्‍द'' प्रधान संपादक ग्‍वालियर टाइम्‍स समूह   

ग्वालियर 07 नवम्बर 09। इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर को आपरेटिव लिमिटेड (इफको) के तत्वावधान में आज राज्य स्तरीय स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान में संभागीय सहकारी संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

      संभागीय सहकारी संगोष्ठी के मुख्य अतिथि संयुक्त आयुक्त सहकारिता श्री प्रकाश खरे और अध्यक्ष मंडल प्रबंधक विपणन संघ श्री डी पी. तिवारी थे। संगोष्ठी में वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक (इफको) श्री एस व्ही.खेड़कर सहित संभाग के सभी जिलों के उप पंजीयक,जिले के विपणन अधिकारी और सहकारिता बैंक के महाप्रबंधकगण मौजूद थे।

      संगोष्ठी का उद्देश्य था कि कृषि आदान वितरण व ऋण वितरण से जुड़ी हुई समस्त संस्थाओं के जिला प्रमुख में आपसी सामन्जस्य व सहयोग निर्मितकर कृषि आदान वितरण प्रणाली व ऋण वितरण प्रणाली को सुचारू रूप से चलाया जा सके।

      श्री प्रकाश खरे ने संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पहले की स्थिति और आज की स्थिति में काफी फर्क है। पहले एकाधिकार का समय था उस समय कोई प्रतियोगी न था। आज सहकारिता के सामने संकट है साथ ही हम को अपनी बेहतर सेवा वह भी लाभ के साथ ही स्थिति को बनाये रखना है। उन्होंने कहा है कि शासन का भी उद्देश्य है कृषि को लाभकारी बनायें। इसके लिये सहकारिता में अपार संभावनायें हैं। इसके लिये हम सबको मिलकर कार्य करना होगा। प्लानिंग के साथ कार्य करने की जरूरत है।

      श्री खरे ने कहा है कि आज हमें जनसंपर्क की आवश्यकता है जिससे हमारे संबंध आम लोगों से अच्छे बन सकें। इसके लिये गांव-गांव में वहीं की संस्था हो, वहीं के कर्मचारी हो। क्योंकि कई समितिप्रबंधक अपने सदस्यों को तक नहीं जानते। उन्होंने कहा कि संगोष्ठी का सार, ट्रेनिंग एवं कार्यशाला में लिये गये निर्णय आदि को मैदानी स्तर तक पहुँचाया जाना चाहिये।

      श्री डी पी. तिवारी ने कहा कि इफको को पूरे देश सहित विदेशों में भी जाना जाता है इसकी एक अलग पहचान है। गांव का किसान इफको से भलीभांति परिचित है। उन्होंने कहा कि सहकारिता क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिये उपपंजीयक, जिला विपणन अधिकारी और सहकारी बैंक के मैनेजर को संयुक्त रूप से प्रयास करना चाहिये। उन्होंने कहा कि हमें गर्व होना चाहिये कि हम सहकारिता से जुड़े हुए हैं। इसका तंत्र निचले स्तर से ऊपर तक जुड़ा हुआ है।

      श्री एस व्ही. खेड़कर ने बताया कि संभागीय संगोष्ठी का आयोजन हर वर्ष किया जाता है। उन्होंने बताया कि इफको की शुरूआत 57 समिति के सहयोग से तीन नवम्बर 1967 में हुई। इफको के प्रमुख संयुक्त उद्यम देश में आई सी पी एल. (इफको छत्तीसगढ़ पावर लिमिटेड), आई के एस एल. (इफको किसान संचार लिमिटेड), इफको किसान सेज, इफको फाउंडेशन, आई एफ एफ डी सी. हैं। इसी के साथ विदेश में भी प्रमुख संयुक्त उद्यम है।  इफको द्वारा किसानों के हित में चलाये जा रहे कार्यक्रम किसान सभा, खेत दिवस, सहकारी कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यक्रम, फसल संगोष्ठी, किसान प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम, जिला सहकारी संगोष्ठी, महिला प्रशिक्षण कार्यक्रम, मृदा परीक्षण कार्यक्रम, जैव उर्वरक अभियान, प्रक्षेत्र प्रदर्शन, सामाजिक अभियान, गांव ग्रहण योजना, पशु चिकित्सा शिविर, जन चिकित्सा शिविर, कृषि यंत्र वितरण,क्रांतिक आदान वितरण, फास्फो-सल्फो-नाइट्रो कम्पोस्ट पिट, विशेष परियोजना आदि हैं।

      श्री खेड़कर ने इस वित्तीय वर्ष और गत वित्तीय वर्ष में अर्जित उपलब्धि के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने म प्र. में भिन्न-भिन्न तत्वों की विभिन्न जिलों में स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने उर्वरक उपयोग दक्षता, उर्वरकों का नमूना लेते समय की सावधानियां, उर्वरकों का नमूना लेना, विभिन्न तत्वों का प्रापर्टीज के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

      कार्यक्रम की शुरूआत में अतिथिगणों का फूलमाला से स्वागत किया गया। अंत में श्री खेड़कर ने आभार व्यक्त किया।

 

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