सोमवार, 8 फ़रवरी 2010

प्रदेश के विकास के लिये आबकारी राजस्व बढ़ायें- श्री राघवजी

प्रदेश के विकास के लिये आबकारी राजस्व बढ़ायें- श्री राघवजी

वाणिज्यिक कर मंत्री द्वारा विभागीय गतिविधियों की समीक्षा

ग्वालियर 06 फरवरी 10। वाणिज्यिक कर एवं वित्त मंत्री श्री राघवजी ने कहा है कि आबकारी विभाग से अर्जित राजस्व का उपयोग प्रदेश के विकास एवं जन कल्याणकारी योजनाओं में होता है। अत: नई आबकारी नीति का पालन करते हुए देशी व विदेशी मदिरा दुकानों का निष्पादन करायें, जिससे अधिकाधिक राजस्व की प्राप्ति हो सके। श्री राघवजी आज यहां मोतीमहल स्थित आबकारी आयुक्त कार्यालय के सभागृह में प्रदेश की आबकारी गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने खासकर ग्वालियर एवं चंबल संभाग में वाणिज्यिक कर विभाग की गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में आबकारी विभाग के आयुक्त श्री अरूण पाण्डेय, अपर आयुक्त श्री उत्तम अग्रवाल व ग्वालियर संभाग के उप आयुक्त आबकारी श्री अमलोक सिंह छावड़ा सहित ग्वालियर एवं चंबल संभाग के सभी जिलों के आबकारी अधिकारी मौजूद थे।

       वाणिज्यिक कर मंत्री श्री राघव जी ने कहा कि आबकारी राजस्व में बढोत्तरी के साथ-साथ मदिरा की अवैध विक्री को भी सख्ती से रोका जाये। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मदिरा दुकानों के निष्पादन से हर जिले के राजस्व में कम से कम 20 फीसदी बढोत्तरी के प्रयास किये जायें। श्री राघवजी ने कहा कि नई आबकारी नीति में ठेकेदारों के हितों का भी पूरा ध्यान रखा गया है, अत: राजस्व बढ़ोत्तरी में कठिनाई नहीं होना चाहिये। उल्लेखनीय है कि आगामी वित्तीय वर्ष के लिये मदिरा दुकानों के निष्पादन के लिये जो प्रक्रिया अपनाई गई है, उसके तहत प्रथमत: उन दुकानों व समूहों का नवीनीकरण किया जायेगा जो वर्तमान में संचालित हैं और नई व्यवस्था में पात्रता की श्रेणी में आते हैं। इस प्रक्रिया के बाद शेष बची दुकानों व नवीन खोली जाने वाली दुकानों का निष्पादन टेण्डर प्रक्रिया द्वारा किया जायेगा।

       आबकारी विभाग को हाईटेक बनाने के लिये किये जा रहे कम्प्यूटरीकरण कार्य की भी वाणिज्यिक कर मंत्री ने बैठक में जानकारी ली। आबकारी आयुक्त श्री अरूण पाण्डेय ने बताया कि आगामी अप्रैल माह तक विभाग के कम्प्यूटरीकरण का कार्य पूर्ण हो जायेगा। इसके बाद सम्पूर्ण विभागीय कार्य ऑन लाइन हो जायेंगे। इससे उत्पादन समेत मदिरा परिवहन में लगे वाहनों की स्थिति भी विशेष सिस्टम के माध्यम से महकमे की जानकारी में रहेगी। आयुक्त ने बताया कि आगे  चलकर इस सिस्टम से ई-पेमेण्ट भी होने लगेगा। आबकारी आयुक्त ने यह भी जानकारी दी कि मौजूद वर्ष में दिसम्बर माह के अन्त तक आबकारी विभाग ने करीबन 2090 करोड़ रूपये का राजस्व अर्जित किया है, जो लक्ष्य से 53 करोड़ रूपये अधिक है।

       आबकारी आयुक्त ने विभाग को सशक्त बनाने के लिये अधिकारियों को शस्त्र मुहैया कराने, स्टॉफ व्यवस्था खासकर सिपाइयों की भर्ती तथा वाहन संख्या बढ़ाने की माँग रखी। वाणिज्यिक मंत्री ने परीक्षण उपरांत उक्त सभी मांगों को पूर्ण करने का आश्वासन बैठक में दिया।

 

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