मनुष्य की हर समस्या का समाधान हमारी पारंपरिक खेती में- डॉ. कुसमरिया
कृषि विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन एवं चलित मृदा परीक्षण प्रयोगशाला का लोकार्पण
ग्वालियर 06 फरवरी 10। राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर के प्रशासनिक भवन एवं चलित मृदा परीक्षण प्रयोगशाला का लोकार्पण आज किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मनुष्य की हर समस्या का हल हमारी पारंपरिक कृषि में हैं और इसके लिये हमें अपनी विरासत की ओर लौटना होगा। बीटी. बैगन के संदर्भ में आनुवांशिक रूप से प्रवर्धित फसलों को मानवता के लिये खतरा बताते हुए उन्होंने कहा कि इस विषय में अधिक अनुसंधान की जरूरत है।
डॉ. कुसमरिया ने कहा कि खेती की समस्याओं का समाधान हमारी विरासत में हैं, हमें जैविक खेती, गौपालन, कचरे का प्रबंधन जैसी चीजों की ओर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि रासायनिक खादों के अत्यधिक उपयोग से हमारे खेत खराब हुए हैं। जैविक खेती के द्वारा हम इसे बचा सकते हैं। किसानों को जैविक खेती के लाभ के विषय में समझाना वैज्ञानिकों की जिम्मेदारी है। डॉ. कुसमरिया ने कहा कि आधुनिक खेती के नाम पर हमारा किसान बड़ी बीज एवं खाद कंपनियों का गुलाम होता जा रहा है। बी टी. बैगन मानव जीवन के लिये हानिकारक है और इस पर अभी अधिक अनुसंधान की जरूरत है। डॉ. कुसमरिया ने कहा कि विश्वविद्यालय की अब तक की उपलब्धियाँ प्रशंसनीय है तथा शासन इसको संसाधनों की कमी नहीं आने देगा। विश्वविद्यालय को शोध व अनुसंधान के साथ साथ रोजगार, किसान स्वावलंबन, बीज उपलब्धता, मृदा स्वास्थ्य सुधार, जैविक आधार पर किसान की आर्थिक उन्नति जैसे आयामों पर विशेष ध्यान देना चाहिये।
इस अवसर पर उपस्थित संचालक कृषि डॉ. डी एन. शर्मा ने कहा कि चलित मृदा परीक्षण के लिये शासन सतत् प्रयत्नशील है। किसानों में मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनवाने के लिये तथा सूक्ष्म तत्वों की पूर्ति के बारे में जागरूकता लाने के लिये कृषि विज्ञान केन्द्र की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। स्वागत भाषण में कुलपति डॉ. व्ही एस. तोमर ने विश्वविद्यालय की चहुँमुँखी प्रगति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि छात्रों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास किये जा रहे हैं। साथ ही कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण के बारे में पाठयक्रम प्रारंभ करने की हमारी योजना है। इस अवसर पर किसान मोर्चा भाजपा के अध्यक्ष श्री वेदप्रकाश शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे।
प्रारंभ में आमंत्रित अतिथियों का स्वागत अधिष्ठाता, कृषि संकाय, डॉ. वाय एम. कूल, संचालक अनुसंधान, डॉ. एच एस. यादव, कुलसचिव डॉ. राजीव सक्सेना, अधिष्ठाता डॉ. एन एस. तोमर, केन्द्रीय तकनीकी परिषद के डॉ. व्ही के. श्रीवास्तव, केन्द्रीय कर्मचारी संघ के महेन्द्र सिंह गुर्जर, सेवानिवृत्त कृषि वैज्ञानिक डॉ. ए एस. तिवारी, डॉ. जी एस. भारद्वाज, छात्र प्रतिनिधि मनोज कुमार पालिया, उपयंत्री श्री आर के. गुप्ता, कासलीवाल वायोमेडिक्स के संजय कासलीवाल व आदित्य मिश्रा आदि ने किया। आभार प्रदर्शन डॉ. वाय एम. कूल तथा संचालन श्री वाय एम. इन्दापुरकर ने किया।
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