लाड़ली लक्ष्मी को लखपति बनाने में जबलपुर संभाग अव्वल चम्बल संभाग फिसड्डी
जिले के हिसाब से छिंदवाड़ा रहा पहले स्थान पर
मध्यप्रदेश में दो वर्ष पूर्व शुरू हुई लाड़ली लक्ष्मी योजना के अब तक हुए क्रियान्वयन में जबलपुर संभाग अव्वल रहा है। इस योजना से लाभान्वित हुई 2 लाख 50 हजार 702 बालिकाओं में सबसे अधिक 58 हजार 424 बालिकाएं अकेले जबलपुर संभाग की है। राज्य सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना को अपनाने में जबलपुर संभाग के नागरिक अग्रणी रहे है। इसी तरह जिलों के हिसाब से देखा जाए तो छिंदवाड़ा जिला इस मामले में पहले स्थान पर रहा है। इस जिले में सबसे अधिक 16 हजार 402 बालिकाओं को योजना से लाभान्वित किया गया है।
संभागवार स्थिति | ||
1 | जबलपुर | 58,424 |
2 | इन्दौर | 41,565 |
3 | सागर | 27,732 |
4 | उज्जैन | 27,527 |
5 | भोपाल | 24,435 |
6 | ग्वालियर | 17,012 |
7 | रीवा | 16,197 |
8 | नर्मदापुरम | 14,558 |
9 | शहडोल | 11,810 |
10 | चम्बल | 11,442 |
लाड़ली लक्ष्मी योजना में अपनी स्थिति सुदृढ़ रखने वाले अन्य संभागों में इन्दौर संभाग दूसरे स्थान पर रहा है, जहां 41 हजार 565 बालिकाओं को लखपति बनाने की तैयारी की गई है। तीसरे स्थान पर रहे सागर संभाग ने 27 हजार 732 प्रकरणों के स्थान पर अपनी उपस्थिति दर्ज की है। चौथे क्रम पर उज्जैन संभाग 27 हजार 527, पांचवें स्थान पर भोपाल संभाग 24 हजार 435, छटवें स्थान पर ग्वालियर संभाग 17 हजार 12, सातवें स्थान पर रीवा संभाग 16 हजार 197, आठवें स्थान पर नर्मदापुरम संभाग 14 हजार 558 और नौवें स्थान पर शहडोल संभाग रहा, जहां 11 हजार 810 बालिकाओं को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ मिला। इसी प्रकार अंतिम दसवें स्थान पर चम्बल संभाग रहा है, वहां 11 हजार 442 बालिकाओं को लाभ दिलाया गया।
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