गुरुवार, 11 जून 2009

सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत, जोनल एवं नोडल अधिकारियों का प्रशिक्षण सम्पन्न

सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत, जोनल एवं नोडल अधिकारियों का प्रशिक्षण सम्पन्न

ग्वालियर 10 जून 09। जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को और अधिक सुदृढ बनाने के उद्देश्य से आज यहां डॉ. भगवत सहाय सभागार में जोनल एवं नोडल अधिकारियों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने उपस्थित जोनल एवं नोडल अधिकारियों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत खाद्यान्न एवं केरोसिन को गरीब परिवारों तक पहुँचाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

      कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि इस व्यवस्था के चुस्त दुरूस्त रहने से गरीबों का भरण पोषण तथा जीवन यापन सहजता से हो सकेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जिले के नोडल एवं जोनल अधिकारियों ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत खाद्यान्न वितरण में महती भूमिका निभाई है, इसके लिये सभी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी इसे उनके ऊपर थोपा हुआ कार्य नहीं समझें, बल्कि इसे पूरी निष्ठा व ईमानदारी से संपादित करें। श्री त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और इसमें किसी को भी दबाब में आकर कार्य करने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के माध्यम से वितरित होने वाले खाद्यान्न से गरीब वर्ग के व्यक्ति की आवश्यकता की पूर्ति होगी तथा खाद्यान्न सुरक्षा की दिशा में सार्थक प्रयास होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जो दुकानें अध्यक्ष व प्रबंधक के निजी आवासों में संचालित पाई जायें उनके विरूध्द प्रकरण बनाकर प्रस्तुत करें, जिससे ऐसी दुकानों से कालाबाजारी रोकी जा सके। उन्होंने बताया कि ग्वालियर नगरीय क्षेत्र में निजी आवास में संचालित होने के कारण 16 उचित मूल्य की दुकानों को अलग जगह पर स्थापित किया गया है।

      इसी प्रकार शासन के निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्र में उचित मूल्य की दुकान स्तरीय निगरानी समितियां '' राइट टू फड'' अनुविभागीय अधिकारियों द्वारा गठित की गई हैं। इन समितियों के द्वारा खाद्यान्न केरोसिन का उचित मूल्य दुकानों पर आवंटन उठाव उपलब्धता एवं वितरण पर निगरानी रखी जावेगी तथा समक्ष में खाद्यान्न केरोसिन का वितरण कराया जायेगा। इन समितियों की बैठकें प्रत्येक माह की वितरण दिनांक को ग्राम पंचायत के पटवारी शासकीय उचित मूल्य की दुकान पर आयोजित करेंगे। इन समितियों में पंचायत सदस्य, स्थानीय स्वयंसेवी संगठन व पटवारी सम्मिलित हैं।

      कलेक्टर ने निर्देश दिये कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में प्रत्येक नोडल अधिकारी उचित मूल्य की दुकान का प्रारंभिक स्टॉक प्रतिदिन सत्यापित करेंगे तथा समक्ष में वितरण कराने के उपरांत शाम को शेष स्टॉक सत्यापित करेंगे। जिससे शेष स्कंध का डायवर्सन न हो। शहरी क्षेत्र में दुकानें सम्पूर्ण माह खुली रहती हैं तथा ए पी एल. के खाद्यान्न केरोसिन के वितरण की जांच हेतु उचित मूल्य दुकान से सम्बन्धित लगभग 8-10 उपभोक्ताओं की रेण्डम जांच करें कि माह में खाद्यान्न केरोसिन प्राप्त हुआ है कि नहीं।

      उक्त प्रशिक्षण के प्रारंभ में अपर कलेक्टर श्री आर के. जैन द्वारा नोडल एवं जोनल अधिकारियों को अपने कर्तव्य सही ढंग से संपादित करने के निर्देश दिये गये। जिला आपूर्ति नियंत्रक श्रीमती ज्योतिशाह नरवरिया द्वारा खाद्यान्न केरोसिन वितरण तथा स्टॉक वितरण रजिस्टर संधारित करने तथा उचित मूल्य दुकान निगरानी समितियों के संबंध में विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया। जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित 600 उचित मूल्य दुकानों में कार्यरत लगभग 450 जोनल एवं नोडल अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन डॉ. भगवत सहाय सभागार ग्वालियर में किया गया। जिसमें जोनल, नोडल अधिकारियों के रूप में विभिन्न विभागों जिसमें खाद्य, सहकारिता, जलसंसाधन, कृषि, मण्डी, ग्रामीण विकास, पशु पालन, राजस्व, सामाजिक न्याय, हाउसिंग बोर्ड, महिला एवं बाल विकास, वाणिज्यिक कर, लोक निर्माण विभाग आदि के अधिकारी/ कर्मचारी कार्यरत है।

 

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