नरेगा से हुए वृक्षारोपण का कलेक्टर ने लिया जायजा विभिन्न ग्रामों में पौधे भी रोपे
ग्वालियर 23 जुलाई 09। जरूरतमंदो को रोजगार मिले और धरती की हरीतिमा भी बनी रहे इस मकसद से जिले में रोजगार गारण्टी योजना (नरेगा) के तहत बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कराया जा रहा है। पौधों की सुरक्षा व सिंचाई के इंतजामों के साथ यह वृक्षारोपण खासकर ग्रामीण सड़कों के किनारे व ग्रामों में उपलब्ध सरकारी भूमि पर कराया जा रहा है। जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने आज विभिन्न ग्रामों में पहुँचकर वृक्षारोपण का जायजा लिया। साथ ही जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा व ग्रामीणजन के साथ विभिन्न प्रजातियों के पौधे भी रोपे।
जिला कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने भ्रमण के दौरान प्रसिध्द शीतला माता मंदिर को ए बी. रोड से जोड़ने वाली सड़क के दोनों ओर किये जा रहे वृक्षारोपण का अवलोकन किया और यहां कचनार प्रजाति का एक पौधा भी रोपा। करीबन 8 किलोमीटर लंबी इस लिंक रोड के दोनों ओर अभी तक एक हजार से अधिक पौधे मटका पध्दति से रोपे जा चुके हैं। छायादार प्रजातियों के इन पौधों को रोपने के लिये खोदे गये गड्डों में वैज्ञानिक पध्दति से कैंचुआ खाद सहित अन्य देशी खाद व कीटनाशक दवाइयां भी डाली गईं हैं। फिलहाल टैंकर से पौधों की सिंचाई कराई जा रही है। बाद में पंचायतों द्वारा रिक्शा टैंकर के माध्यम से यह सिंचाई की जायेगी।
वनीकरण का आदर्श प्रस्तुत कर रही है रायपुर पंचायत
जिले की ग्राम पंचायत रायपुर, रोजगार गारण्टी योजना की मदद से सफल वनीकरण का आदर्श प्रस्तुत कर रही है। जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने आज इस गांव में हुए सफल वृक्षारोपण का जायजा लिया और जिला पंचायत के सदस्य श्री लक्ष्मण सिंह सोलंकी व मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा के साथ नीम के पौधे रोपे। उन्होंने ग्राम पंचायत सरपंच को आश्वस्त किया कि पंचायत में जारी वृक्षारोपण के लिये धन की कमी नहीं आने दी जायेगी। इस पंचायत द्वारा सरकारी जमीन पर बीते वर्ष करीबन 9 सौ पौधे रोपे थे, जो तकरीबन सभी लहलहाते हुए खड़े हैं। उक्त वृक्षारोपण से आई हरीतिमा से प्रेरित होकर पंचायत ने मौजूदा वर्ष में वृक्षारोपण का दायरा बढ़ा दिया है और पुराने पौध रोपण के समीप स्थित सरकारी जमीन पर अब तक विभिन्न प्रजातियों के साढ़े 12 सौ से अधिक नये पौधे रोपे हैं। इसके अलावा समीपवर्ती पहाड़ी पर भी रोजगार गारण्टी योजना के तहत चार हजार से अधिक कंटूर ट्रेंच खोदकर उन पर बीज रोपण किया है। साथ ही ट्रेंचों के बण्ड पर अब तक सात सौ से अधिक नीम के पौधे रोपे जा चुके हैं। पौध रोपण का यह कार्य अभी जारी है। पंचायत ने पौधों की सुरक्षा के लिये सी पी डब्ल्यू. (पशु अवरोधक दीवाल) और सिंचाई के लिये ड्रिप सिंचाई पध्दति को अपनाया है। ग्राम पंचायत के सरपंच इस वर्ष हुई कम बारिश से खासकर पहाड़ी पर हुए पौध रोपण को लेकर चिंतित दिखाई देते हैं। लेकिन साथ ही विश्वास के साथ यह भी कहते हैं कि हम नजदीक बनी पानी के टंकी से पहाड़ी के हर पौधे तक पानी पहुँचायेंगे।
नवीन कलेक्ट्रेट भवन परिसर में भी रोपे पौधे
जिस पहाड़ी पर नवीन कलेक्ट्रेट भवन निर्माणाधीन हैं वह पहाड़ी भी कलेक्ट्रेट भवन पूर्ण होने के साथ ही विभिन्न प्रजातियो के पौधों से हरी भरी व सुरम्य हो जाये, इस उद्देश्य से यहाँ चार हजार से अधिक पौधे रोपे जा रहे हैं। इस कड़ी में आज जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी व जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा ने नवीन कलेक्ट्रेट भवन की पहाड़ी पर पौधरोपण किया। लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री ओ पी. भार्गव ने बताया कि लगाये गये पौधे पेड़ बन सकें इसके लिये पौधों की सुरक्षा व सिंचाई का दायित्व निजी ठेकेदार को सौंपा गया है। ठेकेदार द्वारा तीन वर्ष तक पौधों की सुरक्षा की जायेगी। ज्ञात हो नवीन कलेक्ट्रट भवन का निर्माण हाईकोर्ट व पुतलीघर के समीप स्थित एक पहाड़ी पर किया जा रहा है। पौधरोपण के पश्चात कलेक्टर ने निर्माणाधीन भवन का जायजा लेकर कार्य में और तेजी लाने के निर्देश दिये।
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