सोमवार, 27 जुलाई 2009

ग्वालियर जिले में आपातकालीन चिकित्सा प्रबंधन सेवा शुरू

ग्वालियर जिले में आपातकालीन चिकित्सा प्रबंधन सेवा शुरू

सांसद श्री तोमर व लोक स्वास्थ्य मंत्री श्री मिश्रा ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना कीं अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाओं से सुसज्जित 12 एम्बुलेंस

ग्‍वालियर 26 जुलाई 09ग्‍वालियर जिला भी अत्याधुनिक आपातकालीन चिकित्सा प्रबंधन सेवा वाले जिलों में शमिल हो गया है। सांसद व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर एवं लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने आज जिला चिकित्सालय मुरार से 12 नई एम्बूलेंस के चालकों और पैरामेडिकल स्टाफ को एम्बूलेंस की चाबियां प्रदान कर एवं हरी झंडी दिखाकर जिले के लिये आपातकालीन चिकित्सा प्रबंधन सेवा (ई.एम.एस) का शुभारंभ किया। तोमर ने टोल फ्री 108 नंबर डायल कर इस सेवा से जुड़े अमले को धन्यावाद भी दिया। इससे पहले यह सेवा भोपाल व जबलपुर में शुरू हो चुकी है। गौरतलब है कि ये एम्बूलेंस विशेष डिजाइन में तैयार की गईं और अत्याधुनिक चिकित्सा अपकरणों से सुस्सजित हैं। टोल-फ्री नंबर 108 डायल करने पर तत्काल सड़क दुर्घटना, अग्नि दुर्घटना, मेडिकल ट्रामा- हार्ट अटेक- ब्रेन हेमरेज व प्रसव कालीन आकास्मिकता में मरीज की मदद के लिए एम्बुलेंस तत्काल पहुँचेंगी।

       जिला चिकित्सालय मुरार में आयोजित ई एम एस. के शुभारंभ समारोह में ग्वालियर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री धीर सिंह तोमर, पुलिस महानिरीक्षक श्री अरविन्द कुमार, जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक श्री ए. साँई मनोहर, संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थय सेवायें डॉ. एच एस. शर्मा व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्चना शिंगवेकर समेत अन्य संबंधित अधिकारी व नगर के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

       आपातकालीन चिकित्सा प्रबंधन सेवा के शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए सांसद व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के दृष्टिकोण से मध्यप्रदेश को देश के विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने के लिये प्रदेश सरकार बड़ी शिद्दत के साथ प्रयासरत है, इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आये हैं। उन्होंने कहा गरीब पिछड़े और दूरस्थ अंचल में निवासरत लोगों तक चिकित्सा सुविधायें पहुँचाने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा किये गये प्रयास सराहनीय हैं। इसी दिशा में सरकार ने आपातकालीन चिकित्सा प्रबंधन सेवा (ई.एम.एस) शुरू की है। इस सेवा के माध्यम से खासकर दुर्घटना पीड़ित लोगों को त्वरित चिकित्सीय मदद पहुँचाकर उनका जीवन बचाया जा सकेगा।

       लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा व कानून व्यवस्था हर जनहितैषी सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिये। प्रदेश सरकार ने इसी बात को ध्यान में रखकर स्वास्थ्य को भी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल किया है। राज्य शासन ने जहां हर गरीब जरूरतमंद को बेहतर स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराने के लिये योजनायें बनाईं हैं वहीं हाल ही में आपातकालीन प्रबंधन सेवा भी शुरू की है। उन्होंने कहा आरंभ में यह सेवा मेडीकल कॉलेज वाले शहरो में शुरू की गई है। यह सेवा भोपाल, ग्वालियर व जबलपुर में शुरू हो चुकी है और जल्द ही इंदौर एवं रीवा में भी यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद इस सेवा का विस्तार इन चिकित्सा महाविद्यालयों के निकटवर्ती एक-एक जिले में किया जायेगा। बाद में शनै:-शनै: विस्तार कर सभी जिलों में यह सुविधा मुहैया करवायी जायेगी। श्री मिश्रा ने कहा पाँच वर्षों के भीतर प्रदेश में लगभग 850 एम्बुलेंस सभी जिलों में उपलब्ध हो जायेंगी। मौजूदा वर्ष में 100 एम्बुलैंस चयनित जिलों में संचालित हो जायेगी।

       स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने बताया कि विभाग द्वारा आपातकालीन चिकित्सा प्रबंधन सेवा (ईएमएस) जी.वी.के.-ई.एम.आर.आई. के तकनीकी सहयोग से बिना नफा-नुकसान के आधार पर प्रारंभ की गई है। विभाग द्वारा कॉल सेंटर हेतु आवश्यक सॉफ्टवेयर और सुसज्जित एम्बूलेंस#उपकरणों और आवर्ती व्यय के लिये जी.वी.के.-आई.एम.आर.आई. की मध्यप्रदेश ईकाई को 16 करोड़ 60 लाख रूपये दिये जा चुके हैं। इसके अलावा सेवा के संचालन पर इस वर्ष 15 करोड़ रूपये भी राज्य शासन द्वारा वहन किये जायेंगे।

टोल फ्री 108 डायल करने पर तत्काल पहुँचेगी एम्बुलेंस

       योजना के अंतर्गत 108 एक समग्र नि:शुल्क (टोल-फ्री) नंबर है, जिसे किसी भी मोबाईल#लैण्डलाइन से बिना कोड के डायल किया जा सकेगा।प्रत्येक एम्बूलेंस में चालक एवं आपातकालीन पैरा मेडिकल तकनीशियन (ई.एम.टी.) उपलब्ध रहेंगे, जो प्रभावित व्यक्ति को प्राथमिक उपचार प्रदान करने हेतु प्रशिक्षित है। इस सुसज्जित एम्बूलेंस में आवश्यक जीवनरक्षक उपकरण, औषधियां, ऑक्सीजन व दुर्घटनाग्रस्त वाहन आदि से लोगों को वाहर निकालने वाली साम्ाग्री आदि भी उपलब्ध रहेंगी। एम्ब्ूलेंस के वाहन चालकों के पास मोबाईल फोन भी रहेगा। यह एम्बूलेंस जी.पी.एस.#जी.आय.एस. पध्दति का प्रयोग करते हुए उपयोग में लाई जायेंगी। इस पध्दति के उपयोग से किसी भी समय एम्बूलेंस की भौगोलिक स्थिति का पता लगाया जा सकेगा तथा निकटतम उपलब्ध एम्बूलेंस को पीड़ित#प्रभावित व्यक्ति तक पहुंचने के लिए निर्देशित किया जा सकेगा। सामान्यत: नगरीय क्षेत्रों में एम्बूलेंस 18 से 20 मिनिट में एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 28 से 30 मिनिट में पहुंच सकेगी।

 

बारह स्थानों पर तैयार खड़ी रहेंगी एम्बुलेंस

आपातकालीन चिकित्सा प्रबंधन सेवा (ई एम एस.) के तहत आईं एम्बुलैंस जिले में 12 स्थानों पर हर समय तैयार हालत में खड़ी रहेंगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्चना शिंगवेकर ने बताया कि ग्वालियर नगर में यह एम्बुलैंस हजीरा, गोले का मंदिर, बारादरी चौराहा, बहोड़ापुर पुरानी छावनी, विक्की फैक्ट्री के समीप, सिटी सेंटर स्थित फायर स्टेशन व बेला की बाबड़ी पर तैनात रहेंगी। जिले में इसके अलावा उटीला, चीनौर, टेकनपुर, भितरवार व घाटीगांव में एम्बुलैंस फिलहाल तैनात की गई हैं।

 

 

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