विकास के लिये साझा प्रयास जरूरी - मुख्य न्यायाधिपति श्री पटनायक
मुख्य न्यायाधिपति द्वारा जिला न्यायालय में पक्षकारों के बैठने के लिये लगी बैंचों का लोकार्पण, वृक्षोरोपण भी किया
ग्वालियर 30 जुलाई 09। राज्य उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति, न्यायमूर्ति श्री ए के. पटनायक ने जिला न्यायालय परिसर में अभिभाषक संघ की पहल पर पक्षकारों के बैठने के लिये लागाईं गईं बैंचों का आज लोकार्पण किया। इससे पहले उन्होने जिला न्यायालय परिसर में अशोक का पौधा रोप कर वृक्षारोपण कार्यक्रम में भी शिरकत की। इस अवसर पर उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री आर के. गुप्ता, श्री सुभाष संवत्सर, श्री ए के. श्रीवास्तव, श्री एस के. गंगेले, श्री अभय एम. नायक, श्री एस एस. द्विवेदी, श्री बी एम. गुप्ता, श्री ए पी. श्रीवास्तव व न्यायमूर्ति श्रीमती इन्द्राणी दत्ता, जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री ए के. मिश्रा , उच्च न्यायालय खण्डपीठ के रजिस्ट्रार श्री आर पी. वर्मा, जिला न्यायाधीश विजीलेंस श्री आई एस. श्रीवास्तव, सिविल जज श्री जे पी. राव व श्री आर के. गुप्ता, श्री आर पी. सोनी व जिला न्यायालय के रजिस्ट्रार श्री आर के. जैन सहित अन्य न्यायाधीशगण, अतिरिक्त महाधिवक्ता श्री श्याम बिहारी मिश्र, अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री डी के. कटारे व सचिव श्री राम विलाश शर्मा, जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक श्री ए. साँई मनोहर, मुख्य वनसंरक्षक श्री सिन्हा, वन संरक्षक श्रीमती समिता राजौरा तथा अभिभाषकगण मौजूद थे।
मुख्य न्यायाधिपति श्री ए के. पटनायक ने ग्वालियर अभिभाषक संध द्वारा पक्षकारों को बैठने की सहूलियत देने के लिये बैंच लगाने की पहल की सराहना करते हुए कहा कि हम खुद सक्षम होकर ही विकास पथ पर आगे बढ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार एवं जडीशियली के अपने सीमित संसाधन होते है अत: अभिभाषकों को अपनी अधोसंरचनागत जरूरतों की पूर्ति के लिये भी संयुक्त प्रयास करने चाहिये। श्री पटनायक ने कहा कि इस प्रकार की हर रचनात्मक पहल में जुडीशियली भी अपना पूर्ण सहयोग देगी। उन्होंने प्रदेश के अन्य जिलों के न्यायालयों में संयुक्त प्रयायों से हुए विकास कार्यों का उदाहरण भी दिया। मुख्य न्यायाधिपति ने कहा कि ग्वालियर में लायर्स ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करने की पहल अभिभाषक संघ करें, जुडीशियली भी इसमें अपना पूर्ण सहयोग देगी। उन्होंने कहा अभिभाषकगण संगठित होकर नेक काम के लिये संयुक्त प्रयास करेंगे तो काउन्सिल पर भी उनकी मांगें मानने के लिये दबाव बनेगा। श्री पटनायक ने कहा कि अभिभाषकगण साझा प्रयासों से अपना समूह बीमा करा सकते हैं और अपनी अन्य दिक्कतों का समाधान भी खुद कर सकते है। मुख्य न्यायाधिपति ने एडव्होकेट्स प्रोटेक्शन एक्ट की मांग पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत की स्वतत्रता में तत्समय महात्मागांधी, जवाहर लाल नेहरू व सुभाष चंद बोस आदि ने अपनी वकालत से अंग्रेजों को भी अपना लोहा मनवाया। अत: आज के भी एडव्होकेट्स भी संगठित होकर इतने सक्षम बनें, जिससे उन्होंने किसी प्रोटेक्शन एक्ट की जरूरत न रहे।
मुख्य न्यायाधिपति ने वृक्षारोपण को आज की महती आवश्यकता निरूपित करते हुए कहा कि हरीतिमा से हमारे दिमाग व सम्पूर्ण जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अत: ग्वालियरवासी भी चारो तरफ पेड़ ही पेड़ लगाकर ग्वालियर को हरा भरा करने की मुहिम जारी रखें।
उच्च न्यायालय ग्वालियर खण्डपीठ के पोर्टफोलियो न्यायाधिपति श्री सुभाष संवत्सर ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारा काम केवल मुकदमों के निराकरण मे सहयोग करना भर नहीं है, अपितु हमारा दायित्व है कि हम पक्षकारों की सुविधाओं का भी ध्यान रखें। इस दिशा में ग्वालियर अभिभाषक संध ने सराहनीय पहल की है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री ए के. मिश्रा ने कहा कि नि:शक्त वृध्द एवं महिला पक्षकारों के लिये बैठने की सुविधा जुटाना इन सबके प्रति गहरी संवेदनशीलता को दर्शाता है।
कार्यक्रम में अभिभाषक संध के अध्यक्ष श्री डी के. कटारे ने स्वागत उद्बोधन एवं अन्त में वरिष्ठ अभिभाषक श्री पुरूषोत्तम पाण्डेय ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन अभिभाषक संघ के सचिव श्री रामविलाश शर्मा ने किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें