गुरुवार, 22 अप्रैल 2010

जिला पंचायत सामान्य सभा की बैठक सम्पन्न , 24 ग्राम पंचायतों में पेयजल परिवहन की अनुमति

जिला पंचायत सामान्य सभा की बैठक सम्पन्न , 24 ग्राम पंचायतों में पेयजल परिवहन की अनुमति

मध्यान्ह भोजन में घालमेल  करने वाले समूह के विरूध्द एफ आई आर. का निर्णय

ग्वालियर 21 अप्रैल 10। ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से जिले की 24 ग्राम पंचायतों को पेयजल परिवहन की अनुमति प्रदान करने तथा मध्यान्ह भोजन वितरण में घालमेल करने वाले स्व सहायता समूह के विरूध्द आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने का निर्णय जिला पंचायत सामान्य सभा की बैठक में लिया गया। बैठक जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रेमाबाई रामवरण सिंह गुर्जर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा सहित सभी जिलाधिकारी तथा उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मण सिंह सोलंकी सहित सभी सदस्यगण उपस्थित थे।

       मुख्यकार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा ने कहा कि गर्मी के बढते प्रभाव के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की माँग में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। गर्मी के कारण गिरते जल स्तर के कारण भी हैण्डपम्पों के सूखने की शिकायतें भी प्राप्त हो रही हैं। श्री शर्मा ने बताया कि ग्वालियर जिले की 299 ग्राम पंचायतों में 6 हजार 846 हैण्डपम्प स्थापित किये गये हैं। लेकिन वर्तमान में 5 हजार 799 हैण्डपम्प ही पेजयल की आपूर्ति कर पा रहे हैं। हैण्डपम्प संधारण के लिये लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के पास मात्र 44 हैण्डपम्प मैकेनिक उपलब्घ है। इसके साथ ही 82 नलजल योजनायें स्थापित की गई जिनमें से 52 नल जल योजनायें संचालित है तथा 30 नलजल योजनायें विभिन्न कारणों से बंद पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि नल जल योजनाओं के संधारण और संचालन का दायित्व ग्राम पंचायतों का है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत के सदस्यगण सरपंचों को नलजल योजनाओं के संचालन हेतु प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि जो नल जल योजनायें विद्युत कनेक्शन विच्छेदन के कारण बंद है उन्हें पुन: प्रारंभ कराया जावेगा। उन्होंने कहा कि 30 अप्रैल  को लोक  स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मैदानी अमले के साथ पुन: समीक्षा की जावेगी।

       उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ऐसे ग्राम जिनमें पेयजल की अति गंभीर स्थिति निर्मित हो गई है, वहाँ पेयजल परिवहन की अनुमति ग्राम पंचायत या स्थानीय जन प्रतिनिधियों की मांग पर प्रदान की जा रही है। जिला पंचायत सदस्य की मांग पर मुरार में ग्राम पंचायत भटपुरा, सूरों, गड़रौली घाटीगांव में ग्राम पंचायत वीरपुर, अजयपुर, गिरबई, कुई, तिलघना, छोटे का पुरा, मिलावली, पवा, राई, अमीआमा, डबरा विकासखण्ड में डबरा गांव, करई, लोहगढ, करियावटी, भितरवार में घिरौली, बाजना, स्याऊ तथा रिठौधन को पेयजल आपूर्ति की स्वीकृति प्रदान की जावेगी।

       महिला एवं बाल विकास विभाग की गतिविधियों की समीक्षा के दौरान सदस्यों ने स्व सहायता समूहों द्वारा साझा चूल्हा कार्यक्रम में पोषण आहार वितरण में लापरवाही की शिकायत की। श्री शर्मा ने स्व सहायता समूहों की लंबित राशि का शीघ्र भुगतान करने तथा आंगनबाड़ी केन्द्र की गतिविधियों में जन प्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये। श्री शर्मा ने बताया कि पोषण आहार वितरण में लापरवाही बरतने वाले 24 समूहों के विरूध्द कार्रवाई की गई है।

       श्री शर्मा ने मध्यान्ह भोजन वितरण में मुरार विकासखण्ड के ग्राम रनगंवा में घालमेल करने वाले स्व सहायता समूहों के पदाधिकारियों के विरूध्द आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने के निर्देश  जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिये। इसके साथ ही उन्होंने सभी सदस्यों से ग्रामीण क्षेत्र में भ्रमण के दौरान मध्यान्ह भोजन वितरण का निरीक्षण आवश्यक रूप से करने की बात कहीं।

 

मध्यान्ह भोजन की शिकायत हेतु टोल फ्री नंबर भी उपलब्ध कराया गया है इसके साथ ही कण्ट्रोल रूप भी बनाया गया है

टोल फ्री- 18002331133, कण्ट्रोल रूम- 0751-2237083

 

 

 

कोई टिप्पणी नहीं: