शुक्रवार, 9 अप्रैल 2010

ग्राम दौनी में नया दौर शुरू, जनभागीदारी से एक ही दिन में बनाया 700 मीटर लंबा पहुँच मार्ग

ग्राम दौनी में नया दौर शुरू, जनभागीदारी से एक ही दिन में बनाया 700 मीटर लंबा पहुँच मार्ग

कलेक्टर ने भी अधिकारियों के साथ श्रमदान कर ग्रामीणों को किया प्रोत्साहित

ग्वालियर 08 अप्रैल 10। साठ के दशक में आई श्वेत-श्याम फिल्म नयादौर का गीत '' साथी हाथ बढ़ाना एक अकेला थक जायेगा मिल कर बोझ उठाना'' आज भी उतना लोकप्रिय है, जितना इस फिल्म के रिलीज होने के समय था। यह गीत न केवल कर्णप्रिय है बल्कि यह सहकार से कठिन से कठिन कार्य पूर्ण करने की प्रेरणा भी देता है। जिले की जनपद पंचायत भितरवार के ग्राम दौनी व उसके समीपवर्ती गांवों के लोगों ने मिलजुलकर एक ही दिन में करीबन 700 मीटर लम्बा पहुँचमार्ग तैयार कर यह साबित किया है कि सामुदायिक सहभागिता से बड़े से बड़ा काम किया जा सकता है। ग्रामीण अंचल की समस्याओं का जायजा लेने के लिये निकले कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी आज जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा के साथ संयोग से इस गांव में पहुँच गये। उन्होंने वहां जब देखा कि करीबन 40 ट्रेक्टर, दो जे सी बी. मशीनों के साथ लगभग 200 गांववासी पहुँच मार्ग बनाने में जुटे हैं, तो उन्होंने भी इस रचनात्मक काम में श्रमदान कर ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया।

       इस अंचल के निवासी श्री सुरेन्द्र सिंह सिद्दू बताते हैं कि ग्राम दौनी व उसके समीपवर्ती गांवों के लोगों को अपने तहसील मुख्यालय भितरवार तक पहुँचने के लिये करीबन 60 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। इस गांव से भितरवार तक जाने के लिये करीबन 20 किलोमीटर लम्बा दूसरा रास्ता भी है, परंतु यह मार्ग ऊबड़-खाबड़ होने से अनुपयोगी है। यहां के लोग बड़ी शिद्दत के साथ यह पहुँचमार्ग बनने की जरूरत महसूस करते हैं। ऐसे में एक दिन अखबार में यहां के लोगों ने खबर पढ़ी कि भितरवार तहसील के ही ग्राम आदमपुर में कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने कड़ी दोपहरी में ग्रामीणों के साथ श्रमदान किया और ग्रामीणों ने इससे प्रोत्साहित होकर जन सहयोग से अपने गांव में तालाब खोद लिया है। ग्राम दौनी के लोगों को भी इस श्रमदान से प्रेरणा मिली और वे भी अपने गांव को भितरवार से जोड़ने वाले पहुँचमार्ग को बनाने के लिये उठ खड़े हुए और गुरूवार को यानि 8 अप्रैल से यह काम शुरू करने का निश्चय किया। इस दिन सुबह से ग्राम दौनी व समीपवर्ती गांव के करीबन 200 लोग लगभग 40 ट्रेक्टर व दो जे सी बी. मशीन के साथ इस नेक काम में जुट गये, जाहिर है उन्हें सफलता भी मिली और देखते ही देखते इन लोगों ने 700 मीटर लम्बा पहुँच मार्ग तैयार कर लिया। गांववासियों ने आरंभ में इस पहुँचमार्ग के पहली दो किलोमीटर लम्बाई के रास्ते पर पहुँचमार्ग तैयार करने का काम हाथ में लिया।

       कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने यहां के लोगों की कड़ी मेहनत व लगन से खुश होकर एवं इस अंचल की जरूरत को ध्यान में रखकर दौनी से चरखा गांव तक करीबन सात किलोमीटर लम्बाई के इस पहुँच मार्ग को महात्मागांधी राष्ट्रीय रोजगार गारण्टी योजना के तहत पूर्ण कराने की हामी भरी है। उन्होंने मौके पर तकनीकी अधिकारियों को इस कार्य का प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने बताया कि यह मुरमीकृत पहुँचमार्ग रोजगार गारण्टी योजना तथा जनसहयोग से तैयार कराया जायेगा। अपनी बहुप्रतीक्षित मांग की मंजूरी मिलने पर सभी गांववासियों ने कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों को सरोफा बांधकर सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री की पहल पर प्रदेश सरकार द्वारा चलाये जा रहे ''आओ बनायें अपना मध्यप्रदेश अभियान'' में जनभागीदारी पर विशेष जोर दिया गया है। कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप जिले में जनभागीदारी को बढ़ावा देने के लिये हर सप्ताह श्रमदान पर आधारित काम कराये जा रहे हैं। इससे प्रेरित होकर जिले के विभिन्न ग्रामों के लोग जनभागीदारी के लिये आगे आये हैं।

       ग्राम दोनी के श्रमदान कार्यक्रम में भितरवार के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री शिवराज सिंह वर्मा, कार्यपालन यंत्री पी एच ई. श्री आर एल एस. मौर्य व आर ई एस. श्री गुप्ता, जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी डॉ. विजय दुबे व जनपद पंचायत भितरवार के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राजीव मिश्रा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

जनमित्र केन्द्रों व गेहूँ खरीदी का भी लिया जायजा

       कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने भ्रमण के दौरान भितरवार तहसील के विभिन्न ग्रामों में संचालित जनमित्र समाधान केन्द्रों व इस अंचल में समर्थन मूल्य पर की जा रही गेहूँ की खरीदी का भी जायजा लिया।

       कलेक्टर ने ग्राम बनवार, चीनौर, घरसौंदी व ग्राम सिकरौदा आदि ग्रामों में संचालित जनमित्र समाधान केन्द्रों का अवलोकन किया और यहां से ग्रामीणों को मुहैया कराई जाने वाली सेवाओं को बेहतर ढंग से प्रदान करने के लिये आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। कलेक्टर ने यह भी हिदायत दी कि जनमित्र समाधान केन्द्रों के संबंध में गॉवों में दृश्य एवं श्रव्य माध्यमों से व्यापक प्रचार प्रसार करें, ताकि ग्रामीण जन यहां की सेवाओं से लाभान्वित हो सकें। उन्होंने आगामी सात दिनों तक जनमित्र समाधान केन्द्रों के बारे में प्रचार प्रसार करने के लिये कहा है। ज्ञात हो कि बुधवार से जिले के सभी गांव जनमित्र समाधान केन्द्रों से जुड़ गये हैं। उल्लेखनीय है कि जनमित्र समाधान केन्द्रों के माध्यम से ग्रामीणों को 12 विभागों से जुड़ी 72 प्रकार की सेवायें मुहैया कराई जा रही है। साथ ही इन केन्द्रों पर बायोमीट्रिक पध्दति से मैदानी शासकीय अमले की हाजिरी भी ली जाती है।

       ग्रामीण अंचल के भ्रमण पर निकले कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने ग्राम बनवार में सहकारी साख समिति द्वारा की जा रही समर्थन मूल्य पर गेहूँ की खरीदी देखी। इसी तरह कृषि उपज मण्डी समिति परिसर चीनौर में सहकारी साख समिति चीनौर, उर्वा, करहिया व घरसौंदी द्वारा की जा रही गेहूँ की खरीदी व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने खासतौर पर खरीदी के लिये निर्धारित किये गये दस्तावेजों व भुगतान के संबंध में संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली। कलेक्टर ने इस मौके पर स्पष्ट किया कि वास्तविक किसानों से ही गेहूँ की खरीदी की जाये। साथ ही ऐसी व्यवस्था बनाये रखें, जिससे गेहूँ खरीदी के दौरान किसानों को अपनी बारी का अधिक इंतजार न करना पड़े और उनका भुगतान भी समय से हो जाये। भ्रमण के दौरान कलेक्टर ने ग्राम टोड़ा के अन्तर्गत जनसहभागिता से किये जा रहे एक पहुँच मार्ग के निर्माण कार्य और इस गाँव के एक नाले पर पी एच ई. द्वारा बनाये गये स्टॉप डेम का अवलोकन भी किया।

 

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