गुरुवार, 8 अप्रैल 2010

ग्वालियर जिले का मैदानी अमला अब बायोमेट्रिक पध्दति से देगा हाजिरी

ग्वालियर जिले का मैदानी अमला अब बायोमेट्रिक पध्दति से देगा हाजिरी

जिले के सभी ग्राम जनमित्र समाधान केन्द्रों से जुड़े 

सांसद श्री तोमर व लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री मिश्रा ने किया शुभारंभ

ग्वालियर, 07 अप्रैल 10/ ग्रामीणों की अपनी पहुँच में उनकी समस्याओं को त्वरित गति से निराकृत करने में सार्थक परिणाम दे रहे जनमित्र सभाधान केन्द्रों की सुविधाओं से ग्वालियर जिले के सभी गाँव जुड़ गये हैं। सांसद व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर तथा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने मुरार तहसील के ग्राम बेरजा में बुधवार को इस सेवा का शुभारंभ किया। उल्लेखनीय है कि ग्वालियर जिला प्रशासन ने सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर जिले के ग्रामीण अंचल में जनमित्र समाधान केन्द्रों के रूप में एक ऐसा सिस्टम विकसित किया है, जिसके माध्यम से शासकीय मैदानी अमले की बायोमेट्रिक पध्दति (उंगली की छाप) से हाजिरी ली जाती है। साथ ही इन केन्द्रों के माध्यम से ग्रामीणों को अपने गाँव के समीप 12 विभागों से जुड़ी 72 प्रकार की सेवायें मुहैया कराई जा रही हैं।

       बायोमैट्रिक पद्वति से हाजिरी लिये जाने से मैदानी अमले की गांव में उपस्थिति सुनिश्चित हुई है, जिससे अब ग्रामीणों की यह शिकायत दूर हो गई है कि पटवारी, ग्राम पंचायत सचिव, चिकित्सक मैदानी स्वास्थ्य अमला आदि गाँव में नहीं मिलते। जनमित्र समाधान केन्द्रों में महात्मा गाँधी राष्ट्रीय रोजगार गारण्टी योजना की एम.आई.एस. डाटा प्रविष्टि की भी व्यवस्था है। ज्ञात हो जिला प्रशासन ने करीबन छ: माह पूर्व जिले के आदिवासी बहुल विकास खण्ड घाटीगाँव (बरई) के अन्तर्गत प्रयोग 12 जनमित्र समाधान केन्द्र खोले थे। इन केन्द्रों द्वारा बीते छ: माह के दौरान वहाँ दर्ज हुए 18 हजार 422 आवेदनों में से 17 हजार 771 आवेदन पत्रों का समय सीमा के भीतर निराकरण किया गया है। इन केन्द्रों की सफलता की चर्चा सुनकर जनपद पंचायत मुरार डबरा व भितरवार के गाँवों के लोग भी बड़ी शिद्दत से अपने यहाँ जनमित्र समाधान केन्द्र खोले जाने की प्रतीक्षा कर रहे थे। जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर जनपद पंचायत मुरार व भितरवार में 12-12 तथा जनपद पंचायत डबरा के अन्तर्गत 11 जनमित्र समाधान केन्द्र 7 अप्रैल से शुरू कर दिए हैं। इस प्रकार जिले में अब कुल 47 जनमित्र समाधान केन्द्र हो गये हैं।

       सांसद एवं प्रदेश भाजपाध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने जनमित्र समाधान केन्द्रों की सराहना करते हुये कहा कि ग्वालियर जिले में यह केन्द्र सरकार की योजनाओं को आम जन तक पहुँचाने में सशक्त माध्यम बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने जिस मंशा के साथ आम आदमी की तकलीफों को कम करने एवं उन्हें त्वरित गति से शासकीय सेवायें मुहैया कराने की पहल की है, उसे पूरा करने में जनमित्र समाधान केन्द्रों की स्थापना कारगर प्रयास है।

       लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने कहा कि जनमित्र समाधान केन्द्रों के माध्यम से आम जन की समस्याओं के निराकरण को देख कर यह महसूस होता है कि सरकार समाधान के लिए ग्रामीणों के दरवाजे पर खड़ी है। उन्होंने कहा कि जनमित्र समाधान केन्द्र प्रदेश सरकार की मंशा को फलीभूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, इसके लिए ग्वालियर जिला प्रशासन बधाई का पात्र है। श्री मिश्रा ने कहा कि जनमित्र समाधान केन्द्र खुल जाने से अब ग्रामीणों को तहसील अथवा कलेक्ट्रेट के अनावश्यक चक्कर लगाने से निजात मिलेगी, उनकी समस्याओं का हल अब उनके गाँव के समीप ही हो जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जनमित्र समाधान केन्द्रों की कार्यप्रणाली की समीक्षा के उपरान्त इन केन्द्रों को प्रदेश के अन्य जिलों में भी खोलेगी। लोक स्वास्थ्य मंत्री ने कहा प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय बीमा योजना में ग्वालियर जिले को भी शामिल किया है। इस योजना से 30 हजार रूपये की मदद देने का प्रावधान है, उन्होंने बताया कि ग्रामीण अंचल में पुरूष एवं महिला स्वस्थ्य कार्यकर्ताओं की कमी जल्द दूर होगी। सरकार इसके लिए 8 हजार 700 ए.एन.एम.व एम.पी.डब्ल्यू के 6 हजार पदों की भर्ती करने जा रही है।

       स्थानीय विधायक श्री मदन कुशवाह ने जनमित्र समाधान केन्द्रों को देश व प्रदेश के लिए एक अनूठी पहल बताया और इसके लिए जिला प्रशासन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। संभाग आयुक्त श्री एस.बी.सिंह ने कहा कि आम जन तक योजनाओं को सुलभ ढंग से पहुँचाने के सरकार के संकल्प को को पूरा करने में ग्वालियर जिले के जनमित्र समाधान केन्द्र महती भूमिका निभा रहे हैं।

       आरंभ में कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने जनमित्र समाधान केन्द्र की अवधारणा पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि जनमित्र समाधान केन्द्रों के माध्यम से सिटीजन चार्टर में दर्शाई गई समय सीमा से भी काफी कम समय में आवेदन पत्रों का निराकरण किया जा रहा है। इन केन्द्रों में बायोमेट्रिक पद्वति से हाजिरी ली जाने से मैदानी अमले की ग्रामीण क्षेत्र में उपस्थिति सुनिश्चित हुई है, जाहिर है समस्याओं का समाधान भी हो रहा है। कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने बताया कि जनमित्र समाधान केन्द्रों के माध्यम से खसरा व बी-वन की नकल, आय व जाति प्रमाण-पत्र, किसान क्रेडिट कार्ड, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, राशन कार्ड, हैण्डपंप संधारण, मध्यान्ह भोजन, फसल ऋण, घरेलू व गैर घरेलू विद्युत कनेक्शन, मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना का भुगतान,जन्म व मृत्यु प्रमाण-पत्र,लाडली लक्ष्मी योजना आदि सहित 72 प्रकार की सेवायें प्रदान की जा रही हैं। इन केन्द्रों पर रोजगार गांरटी योजना की एम.आई.एस.प्रविष्टि भी कराई जाती है। जनमित्र समाधान केन्द्रों में एक विशेष सॉफ्टवेयर के जरिये व उंगली की छाप से कम्प्यूटर द्वारा मैदानी शासकीय अमले की छाप लेकर ली जाने वाली हाजिरी की सूचना प्रतिदिन कलेक्टर के पास पहुँचती है। समाधान केन्द्रों में दर्ज किये जाने वाले प्रत्येक आवेदन के निराकरण की समय-सीमा निर्धारित है। उल्लेखनीय है कि जनमित्र समाधान केन्द्रों के लिये सॉफ्टवेयर ग्वालियर एन आई सी. (नेशनल इन्फॉर्मेटिक सेंटर) के  सूचना विज्ञान अधिकारी श्री संजय पाण्डेय व एन आई सी. के अन्य अमले ने जिला प्रशासन के निर्देशन में तैयार किया है।

       बेरजा में आयोजित जनमित्र समाधान केन्द्र के शुभारंभ समारोह में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मण सिंह सोलंकी, राज्य बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष श्री महेन्द्र सिंह यादव, अपर कलेक्टर श्री आर के. जैन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनोद शर्मा तथा श्री उपेन्द्र सिंह वैश सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि व संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

 

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