तीन अधिकारियों को कारण बताओं सूचनापत्र सहायकयंत्री पी.एन. सक्सैना निलंबित - जलप्रदाय के 6 कर्मचारी भी निलंबित
ग्वालियर दिनांक 18.12.2008- निगमायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा द्वारा आज पेच रिपयेरिंग कार्य का आकस्मिक निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान पेच रिपेयरिंग का कार्य सही गति से नहीं पाये जाने पर एवं पेच रिपेयरिंग सामग्री स्थल पर डम्बर की भट्टिया बंद पाये जाने पर प्रमोद चौहान, उपयंत्री जनकार्य को कारण बताओं सूचनापत्र जारी किया गया है। निगमायुक्त ने अपने सूचनापत्र में यह उल्लेख किया है कि श्री प्रमोद चौहान द्वारा कार्य के प्रति लापरवाही बरती गई है। पूर्व में इनको निर्देशित किया गया था कि पेच रिपेयरिंग का कार्य तेज गति से चलाया जावे। इसके उपरांत भी इनके द्वारा कार्य के प्रति लापरवाही बरती गई है, इन कारणों से इन्हें कारण बताओं सूचनापत्र जारी किया गया कि क्यों न आपके विरूद्व दण्डात्मक कार्यवाही की जावे।
अधीक्षणयंत्री सी.एस. यादव, जनकार्य विभाग को भी कारण बताओं सूचनापत्र जारी किया गया। श्री यादव को पूर्व में निगमायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया था कि भोपाल जानकारी तत्काल भेजी जावे, इनके द्वारा वह जानकारी नहीं भेजी गई एवं हुडको से निर्मित सड़कों पर अवैध रूप से सीवर खुदाई का कार्य पाया गया, इस पर भी अधीक्षणयंत्री द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। निगमायुक्त ने पूर्व में भ्रमण के दौरान अधीक्षणयंत्री को निर्देश दिये थे कि रॉक्सी पुल एवं पाटनकर चौराहे पर अवैध रूप से टैम्पो, ऑटो एवं मिनी बसें खड़ी की जाती हैं जिससे यातायात में अवरूद्व उत्पन्न होता है, इस संबंध में तत्काल एस.पी. को पत्र भेजा जावे। इनके द्वारा आज दिनांक तक इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं की गई, इन सभी कारणों के कारण सी.एस. यादव को कारण बताओं सूचनापत्र जारी किया गया कि क्यों न आपके विरूद्व कार्यवाही की जावे।
विद्युत प्रभारी एच.एस. कौचर के विरूद्व अनुशासनात्मक कार्यवाही, सेवा से निलंबन एवं विभागीय जांच हेतु प्रस्ताव एम.आई.सी. की ओर भेजा गया। निगमायुक्त द्वारा दीपावली से पूर्व श्री कौचर को कारण बताओं सूचनापत्र जारी किया गया था, इसके उपरांत कई बार निरीक्षण के दौरान इनको हिदायत दी गई थी कि शहर की विद्युत व्यवस्था तत्काल दुरूस्त कराई जावे। निगमायुक्त के इन आदेशों के उपरांत भी इनके द्वारा अपने अधीनस्थ कर्मचारी एवं अधिकारियों पर किसी भी प्रकार का नियंत्रण नहीं किया गया, इन सभी कारणों की वजह से इनके विरूद्व कार्यवाही किये जाने हेतु मेयर-इन-कांउसिल की ओर प्रस्ताव किया गया।
विद्युत विभाग के सहायकयंत्री पी.एन. सक्सैना को कार्य के प्रति लापरवाही बरतने एवं दो बार कारण बताओं सूचनापत्र जारी किये जाने के बावजूद भी इनके क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था दुरूस्त नहीं पाये जाने पर निलंबित किया गया।
जलप्रदाय विभाग के 6 कर्मचारियों को निलंबित किया गया। इन 6 कर्मचारियों पर पूर्व से ही राशि गमन का आरोप चल रहा था जिसकी विभागीय जांच में 6 कर्मचारी दोषी पाये गये। इन दोषी कर्मचारियों में रवि पांडरिक बिल लिपिक स्थाई वर्गीकृत, जगदीश शर्मा मीटर रीडर, सुल्तान सिंह बिल क्लर्क, अशोक वर्मा मीटर रीडर, रमेश पठारिया हेल्पर एवं रामस्वरूप घुरैया पम्प चालक हैं । इन सभी कर्मचारियों पर बिल वितरण में गडबड़ी एवं इनके द्वारा काटी गई रसीद की राशि निगम कोष में जमा नहीं कराया जाना पाया गया। इनमें से 4 कर्मचारियों द्वारा दो वर्ष बाद राशि जमा कराई गई तथा दो कर्मचारियों द्वारा किसी भी प्रकार की राशि निगम कोष में जमा नहीं कराया जाना पाया गया। इन सभी कारणों से उपरोक्त कर्मचारियों को निलंबित किया गया।
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