शनिवार, 20 दिसंबर 2008

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक संपन्न

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक संपन्न

ग्वालियर 19 दिसम्बर 08 । कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में आज स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक कलेक्टर कक्ष में संपन्न हुई । बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. अर्चना शिंगवेकर, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री प्रवीण गर्ग, सिविल सर्जन डा. एस के श्रीवास्तव, जिला मलेरिया अधिकारी डा. आर के सोनी, जिला कुष्ठ नियंत्रण अधिकारी डा. ए पी श्रीवास्तव, जिला टीकाकरण अधिकारी डा. डी के गौर एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे ।

      कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में जिले को प्रथम स्थान मिलना चाहिये । उन्होंने यह भी कहा कि आगामी जनवरी- फरवरी माह में जिले में विशाल स्तर पर नसबंदी एवं नेत्रशिविर आयोजित किये जायें । इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाये और इसका अभी से व्यापक प्रचार प्रसार किया जाये । शिविर में मरीजों को लाने के लिये पटवारी और ग्राम सचिवों का भी सहयोग लिया जाये । उन्होंने कहा कि पुरूष नसबंदी पर विशेष जोर दिया जाये । महिला नसबंदी के शिविर जनवरी के प्रथम और द्वितीय सप्ताह में जिला और विकासखंड स्तर पर आयोजित किये जायें ।

      मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. शिंगवेकर ने बताया कि जिले में अभी तक 3 हजार 395 नसबंदी आपरेशन किये जा चुके हैं जो जिले के प्राप्त लक्ष्य का 122 प्रतिशत है । उन्होंने यह भी बताया कि नसबंदी कराने पर हितग्राही को 1100 रूपये और प्रेरक को 200 रूपये प्रोत्साहन राशि दी जाती है ।

      कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुये कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि इस अभियान में तेजी ला कर गावं गाव, घर-घर जाकर स्वास्थ्य कार्यकर्ता सघन सर्वेक्षण करें और राज्य शासन द्वारा दिये गये लक्ष्य से अधिक रोगियों का इलाज एमडीटी पध्दत्ति से करें ।

      अंधत्व निवारण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुये कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि जिला स्तर पर ठाठीपुर क्षेत्र में अगले माह विशाल नेत्रशिवर का आयोजित किया जाये । इस शिविर के एक बड़ी धर्मशाला की व्यवस्था की जाये । जहां मरीजों की देखभाल के लिये लायन्स और रोटरी क्लब से सहयोग लिया जाये । उन्होंने यह भी बताया कि अंधत्व निवारण कार्यक्रम को गति प्रदान करने के लिये डेढ़ लाख रूपये की लागत से अत्याधुनिक माइक्रोस्प मशीन क्रय की जायेगी, जिसका भुगतान रेडक्रास मद से किया जायेगा ।

      मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुये उन्होंने कहा कि आगामी गर्मियों में मलेरिया के खिलाफ व्यापक पैमाने पर जागृति अभियान शुरू किया जाये । जिले के बड़े तालाबों में आगामी जुलाई अगस्त माह में गम्बूशिया मछली छोड़ी जाये जिससे मच्छरों को लार्वास्तर पर पूरी तरह नष्ट किया जा सके ।

      उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. शिंगवेकर को निर्देश दिये कि वे ब्लॉक और जिला स्तर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित करें तथा स्वास्थ्य योजनाओं की नियमित रूप से समीक्षा करें । उन्होंने बैठक में आश्वासन दिया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हस्तिनापुर, बड़ागांव और दौरार के भवन निर्माण के लिये शासकीय भूमि शीघ्र आवंटित कर दी जायेगी । इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये जा रहे हैं ।

 

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