शुक्रवार, 26 दिसंबर 2008

मशीनी युग में भी पशु पालन की प्रासंगिकता बरकरार-श्रीमती यशोधरा राजे

मशीनी युग में भी पशु पालन की प्रासंगिकता बरकरार-श्रीमती यशोधरा राजे

राज्य स्तरीय किसान मेला एवं पशु प्रतियोगिताओं का समापन

ग्वालियर 24 दिसम्बर 08। राज्य स्तरीय किसान मेला एवं पशु प्रतियोगिताओं का आज समापन हुआ। यहां व्यापार मेला परिसर में स्थित पशु मेला प्रांगण में आयोजित हुए समारोह में स्थानीय सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने पशु प्रतियोगिताओं के विजेताओं को नकद पुरस्कार एवं शील्ड प्रदान कीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने की।

समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए सांसद श्रीमती यशोधरा राजे ने कहा कि हालांकि आधुनिक युग में खेती किसानी में ट्रैक्टर आदि मशीनी उपकरणों का अधिक प्रयोग होने लगा है, फिर भी पशुओं की प्रासंगिकता आज भी कम नहीं हुई है। पशु, खेती किसानी में मदद करने के साथ-साथ किसानों को आय का अतिरिक्त जरिया भी प्रदान करते है। इसलिए उन्नत नस्ल के पशुपालन को बढावा देने की महती आवश्यकता है। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार ने गत पांच वर्षों में खेती को लाभकारी धन्धा बनाने के लिये क्रान्तिकारी कदम उठाये हैं। प्रदेश में हाल ही में नई सरकार के गठन के पश्चात मुख्यमंत्री ने खेती -किसानी को लाभ का धंधा बनाने के संकल्प को पुन: दोहराया है।  मुख्यमंत्री ने खेती को अपनी उच्च प्राथमिकताओं मे शामिल किया है। श्रीमती यशोधरा राजे ने कहा कि यह ऐतिहासिक मेला अब देश में प्रसिध्द ट्रेड फेयर मेले के रूप में भी जाना जाने लगा है। उन्होने इस मेले की उत्तरोत्तर प्रगति के लिये दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर और आपस में मिलजुलकर काम करने का आह्वान किया।

महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने अपनी अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि किसानों की समृध्दि के लिए पशुओं की समृध्दि भी जरूरी है। इसलिये किसानों को उन्नत नस्ल का पशु धन रखना चाहिए, जिससे खासतौर पर दुधारू पशु अधिक दुग्ध उत्पादन दे सकें और किसानों की आय में बढ़ोत्तरी हो सके। उन्होंने किसानो के हित में प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख किया। कार्यक्रम में श्री अभय चौधरी व श्री बज्जर सिंह गुर्जर ने भी अपने विचार व्यक्त किये । स्वागत उद्बोधन पशु मेले के उपसंयोजक श्री कल्याण सिंह यादव ने प्रस्तुत किया। पशु चिकित्सा विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. जी एस. डाबर ने मेले में आयोजित हुईं गतिविधियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अनुराग बंसल व व्यापार मेला प्राधिकरण के संचालकगण तथा ग्वालियर के पशु चिकित्सा विभाग के उपसंचालक डॉ. रमेश चंन्द्र श्रीवास्तव तथा संभाग के अन्य जिलों के पशुचिकित्सा विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन पशु चिकित्सक डॉ.ओ पी. त्रिपाठी ने किया।

भदावरी भेंस को रानी एवं मुर्रा भैंसा को राजा का खिताब

गत 20 दिसम्बर से शुरू हुए पशु मेले में आयोजित हुईं पशुओं की विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मुख्य अतिथि सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने पुरूस्कार  प्रदान किये। मादा पशुओं की प्रतियोगिता में ठाठीपुर ग्राम निवासी किसान श्री सुरजीत सिंह की  भदावरी नस्ल की भेंस को प्रथम पुरस्कार व रानी के खिताब से नवाजा गया। नर पशुओं की प्रतियोगिता में चार शहर का निवासी किसान श्री नौमी सिंह के मुर्रा नस्ल के भैंसे को प्रथम पुरस्कार प्रदान कर राजा का खिताब दिया गया। दोनों विजेताओं को पुरस्कार क रूप में साढ़े सात-सात हजार रूपये नगद और शील्ड व प्रमाण पत्र प्रदान किये गये। गत 21से 23 दिसम्बर तक चली विभिन्न वर्ग की 25 पशु प्रतियोगिताओं में कुल 250 पशु शामिल हुए। प्रतियोगिताओं में 94 पशुओं के मालिक किसानो  को लगभग 40 हजार रूपये की राशि पुरस्कार के रूप में वितरित की गई। समारोह में पीपुल फॉर एनीमल्स संस्था के प्रमुख को आवारा पशुओं की सेवा के लिये प्रशस्ति पत्र व शील्ड प्रदान की गई। 

 

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