सौ दिवसीय कार्य योजना के अमल में ढिलाई न हो-कलेक्टर
विभागीय अधिकारियों को कलेक्टर के निर्देश
ग्वालियर 23 दिसम्बर 08। विभागीय अधिकारी योजनाबध्द ढंग से काम करें, जिससे सौ दिवस की कार्य योजना के लक्ष्यों की पूर्ति आगामी मार्च माह के अन्त तक हो सके। सौ दिवस की कार्य योजना पर प्रभावी अमल के संबंध में राज्य शासन के स्पष्ट दिशा निर्देश हैं, अत: इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई न हो। यह निर्देश जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने आज जिला कार्यालय में आयोजित हुई बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दिए। बैठक में अपर जिला दण्डाधिकारी श्री आर के. जैन व जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री श्री विनोद शर्मा एवं स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, विद्युत आदि विभागों सहित अन्य संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
जिला कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने कहा कि विभिन्न विभागों की सौ दिवस की कार्य योजना में जन हित से जुड़े उन सभी बिन्दुओं का आवश्यक रूप से समावेश किया जाय, जो राज्य शासन की उच्च प्राथमिकताओं में शामिल हैं। उन्होंने अधिकारियों को सचेत किया कि कार्य योजना पर अमल की सतत रूप से समीक्षा की जायेगी, अत: विभागीय अधिकारी स्वयं मुस्तैद रहें और अधीनस्थ अमले को भी कार्ययोजना के लक्ष्यों की पूर्ति के लिए सचेत करें। श्री त्रिपाठी ने विभागीय अधिकारियों को अपने-अपने विभाग की सौ दिवसीय कार्ययोजना की एक प्रति जिला कार्यालय में भेजने के भी निर्देश दिये।
स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना की समीक्षा के दौरान जिला कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने जिला शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी को हिदायत दी कि जिन बैंकों के शाखा प्रबंधकों द्वारा जानबूझकर व अनावश्यक रूप से हितग्राहियों को ऋण- अनुदान का वितरण नहीं किया जा रहा है, उनके रवैये के संबंध में बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों को लिखें। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि चूंकि इस योजना के तहत शहरी गरीबों को रोजगार मुहैया कराया जाता है, अत: इसके लक्ष्य पूर्ति में किसी भी प्रकार की ढिलाई अक्षम्य होगी। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से भी कहा वे यह सुनिश्चित कर लें कि संबंधित बैंक शाखा में लक्ष्य के अनुरूप पर्याप्त प्रकरण पहुंच गये हैं। श्री त्रिपाठी ने योजना की समीक्षा के लिए बैंकर्स व विभागीय अधिकारियों की संयुक्त बैठक बुलाने के लिए भी कहा।
जिला कलेक्टर ने विभिन्न विभागों को समय-सीमा में जनसमस्या निराकृत करने के लिए भेजे गये पत्रों के निराकरण की स्थिति की विभागवार समीक्षा भी बैठक में की।
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