रविवार, 21 दिसंबर 2008

राज्यस्तरीय पशुमेला शुरू कृषि और पशुपालन एक दूसरे के पूरक - श्री सहाय

राज्यस्तरीय पशुमेला शुरू कृषि और पशुपालन एक दूसरे के पूरक - श्री सहाय

ग्वालियर 20 दिसम्बर 08 । ग्वालियर  व्यापार मेला परिसर में आज राज्यस्तरीय पशुमेले का शुभारंभ गौ पूजन से हुआ । इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री शीतला सहाय , अध्यक्ष मप्र वित्त आयोग ने कहा कि कृषि और पशुपालन एक दूसरे के पूरक हैं । पशुपालन किसानों के लिये एक लाभ का व्यवसाय है । इसमें कम लागत से किसान अधिक लाभ कमा लेता है । पशुपालन से न केवल हमारी आध्यात्मिक उन्नति होती है बल्कि हमें जैविक खाद, दूध, दही घी आदि भी प्राप्त होते हैं । इस अवसर पर मध्यप्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष श्री वेद प्रकाश शर्मा भी उपस्थित थे ।

       इस अवसर पर साडा के अध्यक्ष श्री जयसिंह कुशवाह ने कहा कि ग्वालियर व्यापार मेले की शुरूआत  आज से लगभग 100 पूर्व पशुमेले के रूप में हुई थी । इस पशु मेले में अब पशु प्रतियोगिता और पशुओं पर केंद्रित प्रदर्शनी भी लगाई जाने लगी है । इस प्रकार दो नये आयाम जुड़ गये हैं । पशुओं के संरक्षण में स्वयंसेवी संस्था पीपुल फार एनीमल्स का सराहनीय योगदान रहा है । उन्होंने कहा कि पशुपालन एक लाभ का व्यवसाय है । इसे बढ़ावा दें । मनुष्य और पशु निश्चित रूप से एक -दूसरे पर निर्भर हैं, इसलिये पशुपालन को बढ़ावा दिया जाना चाहिये।

       नगर निगम ग्वालियर के सभापति श्री बृजेन्द्र सिंह जादौन ने कहा कि ग्वालियर पशुमेला एक ऐतिहासिक मेला है और इसके विकास में राज्य शासन, जिला प्रशासन, पशुपालन विभाग और नगर निगम ग्वालियर का विशेष योगदान रहा है । यहां पर अगले तीन दिन तक पशुओं की विभिन्न प्रतियोगितायें होंगी । सर्वोत्तम पशुओं को साढ़े सात हजार रूपये पुरस्कार दिया जायेगा । यह पुरस्कार पशुपालकों को प्रोत्साहन और पशुओं के विशेष रख-रखाव के लिये दिया जायेगा ।

       इस पशुमेले में 22 दिसम्बर को भैंसवशीय पशुओं की प्रतियोगिता, 23 दिसम्बर को बकरा-बकरा प्रतियोगिता और 24 दिसम्बर को किसान और पशुपालक संगोष्ठी का आयोजन किया जायेगा ।

       मेले में पशुपालन विभाग, कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय, ग्वालियर दुग्ध संघ, स्वयंसेवी संस्था बोवीकल-डी और पीपुल फॉर एनीमल्स द्वारा प्रदर्शनी / स्टॉल लगाये गये हैं ,जो कि 24 दिसम्बर तक चलेंगें । मेले में ऊंट दौड़, घोड़ी डांस, मुर्गा-मुर्गी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जायेगा ।

       कार्यक्रम के प्रारंभ में मेले के विषय में संयुक्त संचालक पशुचिकित्सा सेवायें डा. जी एस डाबर ने इस पशुमेले के संबंध में विस्तार से जानकारी दी और इसके महत्व को प्रतिपादित किया । कार्यक्रम में मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अनुराग बंसल, सचिव श्री अरूण श्रीवास्तव, उप संचालक पशुचिकित्सा सेवायें डा. रमेश श्रीवास्तव भी मौजूद थे ।

कार्यक्रम का संचालन डा. ओ पी त्रिपाठी ने किया ।

 

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