गुरुवार, 11 जून 2009

ग्वालियर सहित प्रदेश 36 जिले बाढ़ोन्मुख

ग्वालियर सहित प्रदेश 36 जिले बाढ़ोन्मुख

भोपाल 9 जून 09 । राज्य के सभी जिलों द्वारा बाढ़ से बचाव एवं राहत के लिये जिला स्तर पर एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है । आगामी मानसून के दौरान यदि बाढ़ या अतिवृष्टि की स्थिति उत्पन्न होती है तो जिले इसी एक्शन प्लान के अनुसार पूरी सजगता एवं तत्परता से कार्यवाही करेंगें । प्रदेश के ग्वालियर सहित कुल 36 जिलों को बाढ़उन्मुख जिलों के रूप में चिन्हित किया गया है । यद्यपि मध्यप्रदेश सामान्यत: बाढ़ की गंभीर आपदाओं से प्रभावित होने वाला क्षेत्र नहीं है तथापि कम समय के लिए यहाँ की मुख्य नदियों में बाढ़ आती है। नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में अतिवृष्टि तथा इन नदियों के समीप स्थित बांधों से अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने पर बाढ़ की स्थिति निर्मित होती है। राज्य में वर्ष 1982 से वर्ष 2008 की 26 वर्षों की अवधि में जिन जिलों में छह वर्षों से अधिक वर्षों में बाढ़ का प्रभाव रहा है। वे इस प्रकार हैं- ग्वालियर, मुरैना, मंदसौर, गुना, बुरहानपुर, जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, दमोह, विदिशा, खण्डवा, देवास, रायसेन, मण्डला, छिन्दवाड़ा, बैतूल, रतलाम, खरगौन, धार, बालाघाट, सतना, रीवा, छतरपुर, शिवपुरी, झाबुआ, सागर, हरदा, बड़वानी, श्योपुरकलां, नीमच, कटनी, डिंडोरी, राजगढ़, अशोकनगर, शाजापुर और इंदौर।

 

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