रविवार, 7 जून 2009

पूरक प्राप्त विद्यार्थियों के लिए कोचिंग की सुविधा

पूरक प्राप्त विद्यार्थियों के लिए कोचिंग की सुविधा

ग्वालियर, 4 जून 09/ आदिवासी तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा विभागीय हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी में अध्ययनरत विधार्थियों में से वर्ष 2008-09 की कक्षा 10 वीं बोर्ड परीक्षा में पूरक प्राप्त विद्यार्थियों को उत्तीर्ण कराने के लिए कोचिंग की सुविधा प्रारंभ की गई है । इसके तहत श्योपुर जिले के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कराहल में पूरक में आये विद्यार्थियों को 45 दिवस की निरंतर गुणवतायुक्त कोचिंग दिलाई जायेगी ।      

      संभागीय उपायुक्त आदिवासी तथा अनुसूचित जाति विकास के अनुसार 10 वीं बोर्ड की परीक्षा परिणामों की समीक्षा के दौरान यह स्पष्ट हुआ है कि गणित एवं अंग्रेजी विषय में अधिकांश विद्यार्थी पूरक में आये हैं । इन पूरक प्राप्त विद्यार्थियों को उत्तीर्ण कराने के लिए 45 दिवस की कोचिंग दिलाने की कार्ययोजना प्रारंभ की गई है । इसके लिए जिले में उपलब्ध सर्वश्रेष्ठ अंग्रेजी तथा गणित के व्याख्याता,शिक्षक, अतिथि शिक्षक एवं सेवा निवृत्त शिक्षक को कोचिंग का दायित्व सौंपा गया है । कोचिंग की सुविधा 15 जुलाई तक रहेगी और इस दौरान टेस्ट लिये जायेगे, होमवर्क दिया जायेगा तथा विद्यार्थियों की कठिनाई का निराकरण किया जायेगा । विद्यार्थियों को एक माह की विशेष शिष्यवृत्ति स्वीकृत की जायेगी तथा इस राशि से 45 दिवस नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराया जायेगा । भोजन बनाने का कार्य छात्रावास के कर्मचारी करेंगे तथा गुणवत्ता पर नियंत्रण संस्था के प्राचार्य रखेंगें ।

      इस योजना के अन्तर्गत जिन व्याख्याता, एवं शिक्षकों को कोचिंग का दायित्व सौंपा गया है, उन्हें सदैव कोचिंग केन्द्र पर उपस्थित रहना होगा । इन शिक्षकों को 100 रूपये प्रतिदिन के मान से मानदेय दिया जायेगा । पूरक प्राप्त विद्यार्थियों के शतप्रतिशत उत्तीर्ण होने पर 45 दिवस की पूरी मानदेय राशि दी जायेगी । चालीस प्रतिशत से कम विद्यार्थियों के उत्तीर्ण होने पर कोई राशि देय नहीं होगी । चालीस से 100 प्रतिशत के मध्य परिणाम आने पर उत्तीर्ण विद्यार्थियों के प्रतिशत के आधार पर मानदेय दिया जायेगा । अर्थात जितने प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण होंगें,उतने प्रतिशत मानदेय दिया जायेगा । मानदेय का भुगतान पूरक परीक्षा के परिणाम जारी होने के पश्चात ही किया जायेगा । विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी सप्ताह में दो दिन इस व्यवस्था का निरीक्षण करेंगें ।

 

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