बुधवार, 10 जून 2009

किसान कल्याण मंत्री ने कृषि विश्वविद्यालय की प्रगति को सराहा

किसान कल्याण मंत्री ने कृषि विश्वविद्यालय की प्रगति को सराहा

समाचार अपडेशन- बिजली कटोती के कारण नहीं

खेद सूचना

हमें खेद है कि मुरैना म.प्र. में चल रही पिछले चार पाँच दिन से पूरे दिन और रात की बिजली कटोती के कारण समाचार अद्यतन नहीं हो पा रहा है । फेलुअर विद्युत व्यवस्था सही होने पर पूर्ववत अद्यतन किया जा सकेगा । अभी शहर मुरैना में हर दस मिनिट बाद घण्टे दो घण्टे के लिये बिजली कटोती की जा रही है ।

ग्वालियर 8 जून 09। मध्य प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री डॉ. रामकृष्ण कुसमारिया ने यहां राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्विविद्यालय, ग्वालियर का अवलोकन कर विश्वविद्यालय की प्रगति की सराहना करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि इसी प्रकार परिश्रम से कृषि विश्विद्यालय देश के अग्रणी विश्वविद्यालयों की पंक्ति में आ सकेगा।

      उन्होंने कल सायंकाल राजमाता विजयराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय, विश्रामगृह, तथा विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन किया। विश्विविद्यालय के कुलपति डॉ. विजय सिंह तोमर ने उन्हें विश्वविद्यालय की अब तक की प्रगति तथा आगामी योजनाओं के विषय में बताया। मंत्री ने अवलोकन के पश्चात विश्वविद्यालय के अधिकारियों व वैज्ञानिकों से चर्चा करते हुए इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि नवगठित विश्विविद्यालय के सभी कार्यों में उच्च गुणवत्ता एवं तकनीक, आधुनिक संसाधनों का प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने निर्माण कार्यों की गति एवं गुणवत्ता की भी सराहना की। डॉ कुसमारिया ने कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा पुराने भवनों का जिस रूचि पूर्ण ढंग से नवीनीकरण कराया जा रहा है, वह प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि इतने कम स्टाफ के होते हुए भी अब तक हुई प्रगति प्रशंसनीय है।

      साथ ही वर्तमान में जिस भवन से कुलपति कार्यालय का संचालन किया जा रहा है। उसके स्वरूप में किये गये बदलाव की भी उन्होंने प्रशंसा की। मंत्री ने वैज्ञानिकों से चर्चा करते हुए कहा कि शासन ने प्रदेश के किसानों की तथा कृषि की दशा सुधार कर प्रदेश को विकास की मुख्य धारा में शामिल करने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय का गठन किया है। अब जिम्मेदारी वैज्ञानिकों की है, कि वह अनुसंधान कृषि शिक्षा और प्रसार कार्यक्रमों को अधिकतम गति से लागू करें। उन्होने कहा कि विश्विविद्यालय की अधोसंरचना हेतु 55 करोड़ बकाया राशि के जारी करने के अलावा भी शासन विश्वविद्यालय की प्रगति के लिये हर संभव सहायता करेगा। इस अवसर पर कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के अधिष्ठाता कृषि संकाय,  डॉ. एस एल. नायक, संचालक अनुसंधान डॉ. एच एस. यादव, अधिष्ठाता कृषि संचालक विस्तार सेवायें डॉ. वाय एम. कूल, लेखा नियंत्रक डॉ. राजीव सक्सेना, अधिष्ठाता छात्रकल्याण डॉ. एस पी एस. तोमर, सहायक कुलसचिव डॉ. सी बी. संचान आदि उपस्थित थे।

 

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