शुक्रवार, 17 जुलाई 2009

अनुपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों की वेतन वृध्दि रोकने एवं चिकित्सक को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश

अनुपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों की वेतन वृध्दि रोकने एवं चिकित्सक को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश

शासकीय कामकाज में कसावट के सिलसिले में ग्रामीण अंचल में पहुँचे कलेक्टर

ग्वालियर 16 जुलाई 09। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पारसेन में पदस्थ दो स्वास्थ्य कर्मियों की दो-दो वेतन वृध्दि रोकने एवं यहां के चिकित्सक को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने दिये हैं। अचानक इस अस्पताल के निरीक्षण के लिये पहुँचे जिला कलेक्टर को ये सभी अनुपस्थित मिले थे। सरकार द्वारा ग्रामीण अंचल में मुहैया कराई जा रहीं सेवाओं में कसावट लाने के मकसद से श्री त्रिपाठी ने आज जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा के साथ पारसेन सहित आधा दर्जन से अधिक गांवों का जायजा लिया। जिला शिक्षाधिकारी श्री के के. द्विवेदी, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती सीमा शर्मा, जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी डॉ. विजय दुबे व ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री श्री के एम. गुप्ता सहित अन्य संबंधित अधिकारी उनके साथ थे। पारसेन अस्पताल में पदस्थ चिकित्सक श्री वीरेन्द्र कुमार, ड्रेसर श्री एल एस. यादव व ए एन एम. श्रीमती मीना कलेक्टर को अनुपस्थित मिलीं थीं। चिकित्सक अस्पताल में यह बता कर गये थे कि वे आवश्यक कार्य से बाहर जा रहे हैं। कलेक्टर ने दोनों स्वास्थ्य कर्मियों की वेतन वृध्दि रोकने और चिकित्सक को वस्तुस्थिति जानने के लिये कारण बताओ नोटिस देने को कहा है।

      जिला कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने आज जनपद पंचायत क्षेत्र मुरार के ग्राम बरेठा, गुठीना, सिहोली, बहादुरपुर, सरसपुरा,पारसेन व बेरजा आदि ग्रामों का सघन भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने इन ग्रामों में संचालित शासकीय स्कूलों का निरीक्षण       कर '' स्कूल चलें हम'' अभियान के तहत भर्ती कराये गये बच्चों की जानकारी लेने के साथ मध्यान्ह भोजन, पाठयपुस्तक, गणवेश व साइकिल वितरण की वस्तुस्थिति देखी। उन्होंने स्कूली बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता भी परखी। कलेक्टर ने स्कूलों के निरीक्षण के दौरान बच्चों की नियमित उपस्थिति के साथ-साथ गुणवत्तापरक शिक्षा देने पर विशेष जोर दिया। स्कूलों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षण संस्था के प्रमुख यह सुनिश्चित कर लें कि छात्र छात्राओं के नाम एक ही संस्था में दर्ज हों। उन्होंने पाठयपुस्तक वितरण की भांति गणवेश व साइकिल वितरण भी समय सीमा में करने के निर्देश दिये हैं। आंगन वाडी केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को हिदायत दी कि मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था की भांति सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में पोषण आहार वितरण व्यवस्था स्व-सहायता समूहों को सौंपें। भ्रमण के दौरान उन्होंने ग्राम बरैठा, गुठीना व पारसेन आदि ग्रामों में रोजगार गारण्टी की नंदन वन उप योजना के तहत अनुसूचित जाति के हितग्राहियों द्वारा स्थापित किये जा रहे फलोद्यानों का भी अवलोकन किया। उन्होंने रोजगार गारण्टी योजना के तहत उक्त ग्रामों में निर्माणाधीन मिट्टी मुरम सड़क, खरंजा तथा अन्य रोजगारमूलक कार्यों का जायजा भी लिया। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को हिदायत दी कि पौध रोपण के लिये जो गड्डे खुदवाये हैं, उनमें सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के साथ जल्द से जल्द पौध रोपण करायें। ग्राम पारसेन में जल संसाधन विभाग द्वारा निर्माणाधीन तालाब तक वाहन न पहुँचने पर जिला कलेक्टर पैदल चलकर इस तालाब के निरीक्षण के लिये पहुँचे। उन्होंने इसके अलावा ग्राम बेरजा में शासकीय उचित मूल्य की दुकान का भी आकस्मिक निरीक्षण किया। यहां नोडल अधिकारी की मौजूदगी में व्यवस्थित ढंग से राशन व मिट्टी का तेल वितरित हो रहा था।

सुरक्षा भी रोजगार भी

       जिले के ग्रामीण अंचल में संचालित विद्यालय सहित अन्य शासकीय संस्थाओं के भवनों को सी पी. डब्ल्यू (पशु अवरोध दीवाल) से सुरक्षा देने का काम बड़े पैमाने पर हाथ में लिया जा रहा है। जिला प्रशासन की पहल पर सी पी डब्ल्यू. का निर्माण रोजगार गारण्टी योजना के तहत कराया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पत्थरों से बनाई जा रही इस वाउण्ड्रीवालनुमा दीवाल से जहां शासकीय संस्थाओं के भवन समेत उससे जुड़ी जमीन सुरक्षित हो रही है वहीं स्थानीय जरूरतमंद श्रमिककों को रोजगार भी मिल रहा है। जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने आज भ्रमण के दौरान विभिन्न ग्रामों में बनाई जा रही सी पी. डब्ल्यू. का जायजा भी लिया।

 

पी एम जी एस वाय. सड़क के लिये सेम्पल

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पारसेन से चितौरा रोड़ तक बनाई गई सड़क में प्रयुक्त किये गये मटेरियल के सेम्पल भी भ्रमण के समय जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने साथ गये तकनीकी अधिकारियों के माध्यम से लिये। इन सेम्पल की जांच लेबोरेटरी में कराई जायेगी। उक्त सड़क की गुणवत्ता खराब होने की शिकायत जिला कलेक्टर को मिली थी। उन्होंने सड़क के मटेरियल लेने के साथ साथ जहां-जहां से सड़क उखड़ गई उसकी फोटोग्राफी भी कराई है।

 

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