मंगलवार, 9 मार्च 2010

शहर को 24 घण्टे सातों दिन जलप्रदाय के लिये परिचर्चा प्रांरभ

शहर को 24 घण्टे सातों दिन जलप्रदाय के लिये परिचर्चा प्रांरभ

 

ग्वालियर दिनांक-06.03.2010-    शहर में 24 घण्टे सातों दिन पानी उपलब्ध कराने की परियोजना के उद्देश्य को लेकर वॉटर एण्ड सेनीटेशन प्रोग्राम एवं समाज विकास संस्था के सहयोग से विभिन्न स्तर पर परिचर्चा का आयोजन किया जा रहा है जिसके तहत आज प्रथम सत्र में नगर निगम परिषद के मेयर-इन-कांउसिल के सदस्यों एवं चयनित प्रतिनिधियों तथा दूसरे सत्र में मीडिया के सदस्यों के साथ चर्चा की जिसमें वॉटर एण्ड सेनीटेशन प्रोग्राम एवं समाज विकास संस्था के प्रतिनिधियों द्वारा शहर की वर्तमान पेयजल स्थिति एवं 24 घण्टे सातों दिन उपलब्ध कराने के लिये किये जाने वाले प्रयास तथा इसके लिये आने वाली चुनौतियों के बारे में जानकारी दी।

       एडीबी परियोजना के बलवीर सिंह सिकरवार ने जानकारी देते हुये बताया कि शहर में 24 घण्टे सातों दिन पानी उपलब्ध कराने की परियोजना को लेकर दो सत्रों में परिचर्चा का आयोजन किया गया है जिसमें से प्रथम सत्र में मेयर-इन-कांउसिल के सभी सदस्यों एवं चयनित प्रतिनिधियों तथा दूसरे सत्र में मीडियाजनों को जानकारी दी गई कि शहर में निर्वाध एवं निरंतर जलापूर्ति के लिये सम्प्रेषण की रणनीति क्या होनी चाहिये एवं इसके लिये किये गये सर्वेक्षण के क्या निष्कर्ष निकलेंगे। परिचर्चा के दौरान संबंधित संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा बताया गया कि किस प्रकार से शहर में 24 घण्टे जलप्रदाय किया जाता है तथा उसके लिये हमें क्या-क्या प्रयास करना चाहिये और इसके लिये जनता के साथ संवाद कैसे स्थापित करें। उन्हाेंंने बताया कि वर्तमान में जलप्रदाय की स्थिति को देखते हुये आमजनों को यह विश्वास दिलाना की शहर में 24 घण्टे सातों दिन लगातार जलप्रदाय किया जायेगा काफी कठिन है। इसलिये इसके लिये हमें काफी प्रयास करने होंगे जिसमें लोगों को समझाना होगा कि इस परियोजना के बाद उन्हें क्या-क्या लाभ होंगे। वहीं लोगों को यह विश्वास दिलाना होगा कि जो पानी का भण्डारण अभी उनके घर के टैंकों एवं अन्य साधनों में रहता है वह भण्डारण नगर निगम की टंकियों में रहेगा जिससे हमेशा जलप्रदाय किया जायेगा। इसके साथ ही इसके लिये पानी की वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ करना होगा तथा अभी तक जो पानी का वेस्टेज लगभग 50 प्रतिशत है उसको 15 प्रतिशत तक लाना होगा एवं शहर के सभी घरों में जल कनेक्शन एवं उन पर मीटरीकरण होना आवश्यक होगा इसके साथ ही जितना पानी का उपभोग उतना ही भुगतान की व्यवस्था लागू करनी होगी।  

वहीं इसके लिये लोगों में जन-जागरूकता लानी होगी तभी यह परियोजना प्रांरभ होना संभव है। कम्पनी के प्रतिनिधियों द्वारा बताया गया कि अभी वर्तमान में हुवली एवं धारवाड़ में प्रयोग के तौर पर यह परियोजना चलाई जा रही है तथा वहां इसके अच्छे परिणाम मिल रहे हैं इसी के चलते ग्वालियर शहर में भी कुछ चुनिन्दा क्षेत्रों में यह परियोजना प्रारंभी की जायेगी तथा सफलता मिलने पर शहर के अन्य क्षेत्रों में इस परियोजना को प्रांरभ किया जायेगा। इस दौरान संस्था के प्रतिनिधियों द्वारा परिचर्चा में उपस्थित सदस्यों की विभिन्न शंकाओं का भी समाधान किया गया।

इस दौरान वॉटर एण्ड सेनीटेशन प्रोग्राम की ओर से संजय गुप्ता एवं समाज विकास संस्था की ओर से डॉ. वी.के.डी. शर्मा एवं पवन मिराज ने यह जानकारियां उपलब्ध कराई। परिचर्चा के प्रथम सत्र में महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता, मेयर-इन-कांउसिल के सदस्य जगत सिंह कौरव, डॉ. अंजली रायजादा, महेश गुप्ता, सतीश बोहरे, खुशबू गुप्ता, राजेश मौर्य, नीतू गुप्ता, गिर्राज कंसाना, श्रीमती आशा संतोष राठौर, श्रीमती लक्ष्मी दिवाकर शर्मा सहित नगर निगम के अनेक अधिकारी उपस्थित थे।

       वहीं दूसरे सत्र में शहर के विभिन्न समाचारपत्रों एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधि तथा उपायुक्त एवं जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. प्रदीप श्रीवास्तव उपस्थित रहे।

 

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