स्वास्थ्य मंत्री द्वारा सिविल अस्पताल के बाह्य रोगी भवन का शिलान्यास
ग्वालियर 14 मार्च 10। जिला अस्पताल की तर्ज पर सिविल अस्पताल का उन्नयन किया जायेगा। जिला अस्पताल के लिये 13 मापदण्डों की आवश्यकता होती है। उसी मापदण्डों को ध्यान में रखते हुए सिविल अस्पताल का बाह्यरोगी भवन का निर्माण कराया जा रहा है। यह बात आज यहां लोक स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने सिविल अस्पताल ग्वालियर के बाह्य रोगी भवन के शिलान्यास के अवसर पर कही। सिविल अस्पताल में नवीन ओपीडी. भवन के लिये प्रथम चरण की राशि 50 लाख रूपये से 505 वर्गमीटर में निर्माण कराया जा रहा है। इसके लिये आर सी सी. फ्रेम स्ट्रेक्चर भवन बनाया जा रहा है।
श्री अनूप मिश्रा ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में लगातार प्रयासरत है। मेडीकल कॉलेज के चिकित्सालय में 1000 बेड वाले नये भवन का भूमिपूजन किया जा चुका है। साथ ही 950 बेड पहले से उपलब्ध हैं जिनका निरंतर उपयोग जारी रहेगा। जिससे अस्पताल की क्षमता 1950 बिस्तर हो जायेगी। उन्होंने बताया कि ग्वालियर पॉटरीज की जमीन मेडिकल कॉलेज को दे दी गई है। जिसमें प्रोफेसर, नर्स, स्टॉफ के रहने हेतु जरूरी आवासगृह बनाये जावेंगे। सिविल अस्पताल परिसर में स्थित विकलांग पुनर्वास केन्द्र को बिड़ला नगर में ले जाया जा रहा है। जिससे वहां की जमीन के हिस्से का उपयोग भी अस्पताल के लिये किया जा सकेगा।
श्री मिश्रा ने कहा कि हर जिला चिकित्सालय को एक-एक जनरेटर सेट देने की भी व्यवस्था की जा रही है। लगभग चार माह के अंदर पूरे प्रदेश के अस्पतालों में डीजल वाले जनरेटर सेट उपलब्ध करा दिये जावेंगे। उन्होंने चेतावनी दी है कि शासकीय सेवकों की डयूटी में लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी। अकारण किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो लापरवाह पर क्रिमिनल केस भी दर्ज होगा।
श्री अनूप मिश्रा ने दीनदयाल अस्पताल में प्रसूति सुविधा के लिये एक प्रसूति रोग विशेषज्ञ पदस्थ करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मुरार में गहन चिकित्सा इकाई शुरू कर दी गई है। इसी प्रकार की अन्य 13 यूनिट बनाई गई हैं जिसके जरिये 60 हजार बच्चों को लाभ पहुँचाया गया है। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिये कि ऑपरेशन थियेटर में गाईनिक और सर्जरी की अलग-अलग व्यवस्था की जाये। साथ ही केजुअल्टी भी केजुअल्टी की तरह ही चले। उन्होंने कहा कि शासकीय अस्पतालों में मरीजों को दवायें अस्पतालों में ही उपलब्ध कराई जा रही हैं अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो वहां के सिविल सर्जन और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दोषी है। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अस्पतालों में दवायें एवं उसकी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी उनकी है वे दौरा कर पैथोलॉजी, अस्पताल आदि का निरीक्षण करें।
सांसद श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में ग्वालियर अंचल में सभी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराई जायेंगी। जिससे यहां के लोगों को किसी अन्यत्र स्थान पर जाकर अपनी चिकित्सा न करानी पड़े। उन्होंने कहा कि सर्व सुविधा युक्त अस्पताल के बन जाने से क्षेत्र के लोग और बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग को फायदा पहुँचेगा।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री श्री अनूप मिश्रा के मार्गदर्शन में प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हो रहा है। प्रदेश में 108 एम्बुलेंस चलाई गई हैं। जिसके माध्यम से मौके पर पहुँचकर कई जान बचाई जा चुकी है। शासकीय अस्पतालों में गरीब आदमी को सभी सुविधायें उपलब्घ कराई जायें। इसके लिये सरकार प्रयासरत है।
विधायक श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि विकास एवं कल्याण के नाम पर दलगत राजनीति नहीं होना चाहिये इसके लिये सभी लोगों को मिलजुलकर कार्य करें तभी हम प्रदेश को विकास की क्षितिज पर ले जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि विकास एवं लोक कल्याण के लिये हम सब एक हैं।
इस मौके पर महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता, समाज सेवी सर्वश्री अभय चौधरी, राकेश जादौन, धीर सिंह तोमर, प्रदीप रत्नानकर, प्रदीप कश्यप सहित गणमान्य नागरिक भी मौजूद थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में संयुक्त संचालक डॉ. एच एच. शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। सिविल सर्जन डॉ. निधि व्यास ने सिविल अस्पताल के बारे में विस्तार से बताया और अंत में मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना शिंगवेकर ने आभार व्यक्त किया।
समाजसेवी श्री चिरोंजीलाल शिवहरे का सम्मान
कार्यक्रम में सांसद श्री नरेन्द्र सिंह तोमर और स्वास्थ्य मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने वरिष्ठ नागरिक और समाजसेवी श्री चिरोंजीलाल शिवहरे का उनकी सेवाओं के लिये सम्मान किया। श्री शिवहरे ने कार्यक्रम में 20 X 20 के हॉल का निर्माण और एक्स-रे मशीन लगवाने की घोषणा की।
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