सोमवार, 1 दिसंबर 2008

वृहद लोक अदालत में साढ़े तीन हजार प्रकरणों का निराकरण

वृहद लोक अदालत में साढ़े तीन हजार प्रकरणों का निराकरण

ग्वालियर 30 नवम्बर 08। न्यायालयों में लम्बित प्रकरणों के निराकरण की दिशा में चलाये गये प्रदेश व्यापी अभियान के तहत आज ग्वालियर जिला न्यायालय परिसर में आयोजित वृहद लोक अदालत में हजारों की संख्या में न्यायालयीन प्रकरणों का निराकरण हो सका। जिले की तहसील स्तरीय न्यायालयों, श्रम न्यायालय एवं राजस्व न्यायालय आदि को शामिल करते हुए ग्वालियर जिले में साढ़े तीन हजार प्रकरण निपटे। यह जानकारी आज यहां लोक अदालत के समापन उपरान्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री ए के. मिश्रा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए दी। उन्होंने कहा कि ग्वालियर की वृहद लोक अदालत की सफलता में न्यायपालिका के स्थानीय सदस्यों, कार्यपालिका के सहयोगी अधिकारियों, अधिवक्ताओं का सहयोग तथा सम्प्रेषण माध्यमों द्वारा किये गये प्रचार प्रसार का विशेष महत्व है। उन्होंने आगे कहा कि लोक अदालत का रास्ता पक्षकारों को सुलह समझौते से विवाद को पूरी तरह समाप्त कर आपसी वैमनस्यता को दूर करने का मार्ग प्रशस्त करता है। अत: लोक अदालत के इस उजले पक्ष को उजागर कर मीडिया जन अभिप्रेरण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है।

        लोक अदालत में की गई कार्यवाही का खुलासा करते हुए उन्होंने बताया कि आज यहां 33 पीठों में सिविल व्यवहार वाद के 80, सिविल अपील -2, मोटर दुर्घटना क्लेम के 217, क्रिमिनल अपील-10, इजरा- 20, विविध विवाद -3, विद्युत सम्बन्धी- 302, चैक बाउन्स के 200, आपराधिक -1176, सहकारिता वसूली के 15, कुटुम्ब न्यायालय से -15, लोकोपयोगी प्री लिटीगेशन प्रकरण-151, राजस्व प्रकरण-1109 सहित सहकारिता , रेलवे, श्रम न्यायालय आदि के प्रकरणों को शामिल करते हुए लगभग साढ़े तीन हजार प्रकरणों का निपटारा किया गया।

       वृहद लोक अदालत का शुभारम्भ माननीय न्यायमूर्ति श्री सुभाष संवत्सर प्रशासनिक एवं पोर्ट फोलियो न्यायाधिपति उच्चन्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर व दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने महात्मागांधी जी के चित्र पर भी माल्यार्पण किया। इस अवसर पर माननीय न्यायमूर्तिगण म प्र. उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर, अभिभाषकगण व अधिकारियों सहित भारी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

       उद्धाटन उपरान्त मोटर यान दुर्घटना सम्बन्धी प्रकरणों के निराकरण हेतु स्थापित खण्ड पीठ में माननीय न्यायमूर्तिगण सर्वश्री सुभाष संवत्सर , बी एस गुप्ता, एस एस गंगेले, ए पी. श्रीवास्तव, श्रीमती इन्द्राणी दत्ता तथा बार एसोसिसेशन के अध्यक्ष श्री डी. के. कटारे ने क्लेम प्रकरणों का आपसी सुलह से निराकरण करवाया। मोटर यान दुर्घटना के 217 प्रकरणों में 2 करोड़ 45 लाख 82 हजार 892 रूपये के एवार्ड पारित किये गये।

       लोक उपयोगी सेवाओं की स्थायी लोक अदालत की खण्डपीठ ने भी कई जन हितकारी फैसले किये। पीठ की अध्यक्ष प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश सुश्री गिरिबाला सिंह ने किला स्थित गुरूद्वारे से गन्दे पानी के रिसाव, सड़क निर्माण सम्बन्धी प्रकरणों तथा दीनदयाल नगर के आवासीय क्षेत्र के मार्गों से भारी वाहनों की आवागमन पर रोक लगाने सम्बन्धी माकूल व्यवस्थाएं करने के सम्बन्धित नागरिक संस्थाओं को निर्देश दिये। फलस्वरूप लिटीगशन पूर्व ही इन प्रकरणों का निराकरण सम्भव हुआ।

       सहकारिता सम्बन्धी 15 प्रकरणों के निराकरण में लाखों की वसूली सम्भव हुई। इसीप्रकार विद्युत प्रकरणों में भारी वसूली तथा बगैर टिकट रेल यात्रियों से भी हजारों रूपये की वसूली की जा सकी।

       लोक अदालत में पक्षकारों ने गहरी रूचि प्रदर्शित करते हुए शिरकत की तथा न्याय पर्व के से इस माहौल में ऐसा लगता था जैसे न्याय का ही सार्वजनिकीकरण कर दिया गया हो।

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