मंगलवार, 9 जून 2009

ग्वालियर में पशुपालन महाविद्यालय खोला जायेगा

ग्वालियर में पशुपालन महाविद्यालय खोला जायेगा

स्थापित होगा मृदा परीक्षण केन्द्र तथा पोषण आहार संयंत्र - डॉ. कुसमरिया

समाचार अपडेशन- बिजली कटोती के कारण नहीं

खेद सूचना

हमें खेद है कि मुरैना म.प्र. में चल रही पिछले चार पाँच दिन से पूरे दिन और रात की बिजली कटोती के कारण समाचार अद्यतन नहीं हो पा रहा है । फेलुअर विद्युत व्यवस्था सही होने पर पूर्ववत अद्यतन किया जा सकेगा । अभी शहर मुरैना में हर दस मिनिट बाद घण्टे दो घण्टे के लिये बिजली कटोती की जा रही है ।

ग्वालियर 7 जून 09। ग्वालियर-चंबल संभाग में पशुपालन की भरपूर संभावनाओं को देखते हुये ग्वालियर में पशुपालन महाविद्यालय खोला जावेगा । यह घोषणा प्रदेश के कृषि मंत्री डा. रामकृष्ण कुसमरिया ने आज यहां कृषि महाविद्यालय परिसर में आयोजित तीन दिवसीय कृषि मेले के उद्धाटन अवसर पर की। साथ ही उन्होंने ग्वालियर में मृदा परीक्षण केन्द्र, पोषण आहार संयंत्र लगाने तथा कृषि विश्वविद्यालय को अधोसंरचना के लिये 55 करोड़ रूपये सुलभ कराने का भी मंच से वादा किया।

      कृषि मंत्री ने पशुपालकों की सुविधा की दृष्टि से गुजरात की तर्ज पर पशु आहार केन्द्र खोले जाने की भी बात कही । इन पशु आहार केन्द्रों से गुणवत्ता युक्त पशु आहार उचित मूल्य पर सुलभ हो सकेगा । कृषि मंत्री डॉ. कुसमरिया ने कहा कि किसानों को कृषि क्षेत्र में होने वाली शोध का लाभ मिले तथा खेती को लाभ का धन्धा बनाया जा सके इसके लिये खेती के साथ-साथ उद्यानिकी तथा पशुपालन को बढ़ावा देकर जैविक खेती अपनाने के लिये प्रेरित किया जावेगा जिससे क्षतिकारक रसायनों के उपयोग से बचा जा सकेगा। उन्होंने जल्द ही ''हैलो चौपाल'' कार्यक्रम आरंभ करने जिसमें स्वयं कृषि मंत्री सप्ताह में एक दिन किसानों से सीधे वार्तालाप करेंगे। उन्होंने 'हलधर' योजना प्रारंभ करने की भी मंच से जानकारी दी। ' हलधर ' योजना में जमीन की गहरी जुताई, कटाव रोकने के प्रयास और समतलीकरण को शामिल किया जावेगा। इस योजना में किसानों को एक हजार रूपये प्रति हेक्टर की दर से सहायता भी दी जावेगी।

       कृषि आदानों पर चर्चा करते हुये डा. कुसमरिया ने कहा कि जहां अब कृषकों को तीन प्रतिशत की ब्याज दर पर ऋण मिलेगा वहीं गुणवत्ता बनाये रखने की दृष्टि से घटिया खाद-बीज और कीटनाशक प्रदाय करने वालों को सख्त सजा का भी प्रावधान किया गया है। ऐसे मामलों में अब सीधे एफआईआर दर्ज होगी।

       कृषि मंत्री ने कहा कि मंडियों में अब इलेक्ट्रॉनिक तुला का उपयोग प्रारंभ हो चुका है भविष्य में वहां वेयर हाउस भी बनाये जावेंगे जिससे कृषि उपज को नष्ट होने से बचाया जा सकेगा। कृषकों की सुविधा की दृष्टि से अब मंडियों में पांच रूपये में भोजन सुलभ है। भविष्य में अन्य सुविधाओं का भी विस्तार किया जावेगा।

       किसानों को कृषि क्षेत्र के नवाचार से परिचित करवाने के लिये किसान रथ चलाये जाते हैं तथा किसान मेलों का आयोजन किया जाता है । कृषि मंत्री ने अधिक से अधिक किसानों को इन मेलों में हिस्सा लेकर लाभ उठाने की अपील की । ग्वालियर कृषि महाविद्यालय परिसर में आज से प्रारंभ हुआ यह मेला 9 जून तक चलेगा। मेले में जहां कृषि एवं ग्रामीण विकास से संबंधित प्रदर्शनी लगाई गई है, वहीं विषय विशेषज्ञ किसानों को उन्नत खेती के तरीकों, पशुपालन, मत्स्य पालन और उद्यानिकी की जानकारी भी दे रहे हैं।

       कृषि मेले के उद्धाटन सत्र की अध्यक्षता प्रदेश के स्वास्थ्य एवं ऊर्जा मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने की । उन्होंने इस अवसर पर कृषि में आधुनिक तौर तरीकों को अपनाकर युवाओं को कृषि से जोड़ने पर बल दिया । साथ ही उन्होंने नीम की निम्बोली की तासीर को पहचानने और रासायनिक कीटनाशकों की तुलना में जैविक समाधान अपनाने की सलाह दी। इस दिशा में उन्होंने अपना एक अनुभव भी सुनाया । कैसे विविध उपचार के बावजूद उनके आम के रोग ग्रस्त पेड़ ठीक नहीं हो रहे थे और तब उन्होंने गो-मूत्र, नीम की पत्ती और निम्बोली के मिश्रण से तैयार लेप का उपयोग कर अपने आम के वृक्षों को बचाया व पुन: फल प्राप्ति संभव हुई। उन्होंने मंचासीन कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. वी. एस तोमर की तरफ मुखातिब होते हुये आग्रह किया कि कीटनाशकों के जैविक विकल्पों पर शोध हो तथा उसकी जानकारी कृषकों तक भी पहुंचाई जावे । श्री मिश्रा ने राज्य शासन के कृषक हितकारी फैसले और योजनाओं की भी मंच से जानकारी दी।

       प्रारंभ में कृषक मोर्चा के अध्यक्ष श्री वेद प्रकाश शर्मा ने अपने उद्बोधन में राज्य शासन द्वारा किसानों को दी जाने वाली आपदा राहत राशि में की गई वृध्दि सहित अन्य कृषक हितकारी फैसलों की जानकारी दी तथा सराहना की । कृषि विश्वविद्यालय के कलपति डा. वी एस तोमर , ग्वालियर ग्रामीण के विधायक श्री मदन सिंह कुशवाह विशिष्ट अतिथि बतौर मंचासीन थे । भाजपा नगर अध्यक्ष श्री अभय चौधरी, अध्यक्ष ग्रामीण श्री बज्जर सिंह गुर्जर, समाज सेवी श्री महेन्द्र सिंह यादव, श्री पद्म बरैया, श्री बाल मुकुंद गुर्जर, श्रीमती अरूणा किरार, श्रीमती मीना सचान सहित गणमान्य नागरिक एवं भारी संख्या में कृषकगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. यशवंत इन्द्रापुरकर ने किया।

 

 

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