मंगलवार, 9 जून 2009

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत मध्यप्रदेश प्रथम स्थान पर

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत मध्यप्रदेश प्रथम स्थान पर

27 हजार किलोमीटर सड़कों का निर्माण कार्य पूर्ण

समाचार अपडेशन- बिजली कटोती के कारण नहीं

खेद सूचना

हमें खेद है कि मुरैना म.प्र. में चल रही पिछले चार पाँच दिन से पूरे दिन और रात की बिजली कटोती के कारण समाचार अद्यतन नहीं हो पा रहा है । फेलुअर विद्युत व्यवस्था सही होने पर पूर्ववत अद्यतन किया जा सकेगा । अभी शहर मुरैना में हर दस मिनिट बाद घण्टे दो घण्टे के लिये बिजली कटोती की जा रही है ।

भोपाल 7जून 09 । प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत मध्यप्रदेश ने उल्लेखनीय सफलताएं अर्जित की हैं। राज्य द्वारा इस योजनांतर्गत निर्माण कार्यों एवं भारत निर्माण कार्यक्रम के अंतर्गत सभी पैरामीटर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। सड़क निर्माण के लिए 52 हजार 457 किलोमीटर लम्बाई की सड़कों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। अभी तक 26 हजार 956 किलोमीटर लम्बाई की सड़कों का निर्माण किया गया है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत और एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा वित्त पोषित कार्यक्रम के अंतर्गत 12 हजार 429 करोड़ के प्रस्तावों की वित्तीय स्वीकृति प्राप्त की गई। निर्मित एवं निर्माणाधीन सड़क कार्यों पर 6 हजार 560 करोड़ रुपये व्यय किये गये।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008-09 में भारत निर्माण कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य द्वारा वित्तीय वर्ष 2008-09 में 7 हजार 676 किलोमीटर लम्बाई की नवीन सड़कें बनाकर देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। भारत निर्माण कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य द्वारा वित्तीय वर्ष 2008-09 में 2 हजार 361 संपर्क विहीन ग्रामों को संपर्क प्रदान कर देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। राज्य द्वारा वर्ष 2008-09 में 2 हजार 199 करोड़ का व्यय कर देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

कार्यों को त्वरित गति देने और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए संपादित कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विभागीय अमले के अतिरिक्त सुपरविजन एवं क्वालिटी कंट्रोल कंसलटेंट को रखा गया है। इसके अतिरिक्त त्रिस्तरीय गुणवत्ता नियंत्रण व्यवस्था लागू की गई है। जिसके अंतर्गत विभागीय निरीक्षण के अतिरिक्त, स्टेट क्वालिटी मॉनिटर तथा नेशनल क्वालिटी मॉनिटर रखे गए हैं, जो समय-समय पर सभी कार्यों का निरीक्षण करते हैं और उसी के अनुसार मार्गों का श्रेणीकरण करते हैं। राष्ट्रीय क्वालिटी मॉनीटर द्वारा देखे गए 4 हजार 653 कार्यों में से लगभग 97.12 प्रतिशत कार्य प्रथम दृष्टया संतोषजनक पाये गए हैं, शेष 181 कार्यों में से भी 53 कार्यों में आवश्यक सुधार कर सुधार प्रतिवेदन भारत सरकार को प्रस्तुत कर दिये गए हैं।

 

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