मंगलवार, 9 जून 2009

कृषि मेला से कृषकों को मिल रही है उपयोगी जानकारी

कृषि मेला से कृषकों को मिल रही है उपयोगी जानकारी

समाचार अपडेशन- बिजली कटोती के कारण नहीं

खेद सूचना

हमें खेद है कि मुरैना म.प्र. में चल रही पिछले चार पाँच दिन से पूरे दिन और रात की बिजली कटोती के कारण समाचार अद्यतन नहीं हो पा रहा है । फेलुअर विद्युत व्यवस्था सही होने पर पूर्ववत अद्यतन किया जा सकेगा । अभी शहर मुरैना में हर दस मिनिट बाद घण्टे दो घण्टे के लिये बिजली कटोती की जा रही है ।

ग्वालियर 8 जून 09। कृषि महाविद्यालय परिसर में तीन दिवसीय कृषि मेले का आयोजन किया गया है। यह मेला 9 जून तक चलेगा। इसमें किसानों को कृषि वैज्ञानिकों, द्वारा कृषि से संबंधित उपयोगी जानकारी दी जा रही है। जिसमें जैविक खेती, मृदा परीक्षण, उन्नत बीज, कृषि यंत्र के साथ मत्स्य पालन एवं पशु पालन की जानकारी शामिल है। साथ ही विभिन्न स्टाल, पोस्टर फोल्डर तथा अन्य माध्यमों से कृषकों को नई-नई तकनीक के अलावा जन कल्याणकारी योजनाओं से भी अवगत कराया जा रहा है। बड़ी संख्या में जिले के किसान कृषि मेले का लाभ ले रहे हैं।

कृषि मेले में कृषि एवं ग्रामीण विकास से संबंधित प्रदर्शनी लगाई गई है, वहीं विषय विशेषज्ञ किसानो को उन्नत खेती के तरीको, पशु पालन, मत्स्य पालन और उद्यानिकी की जानकारी दे रहे हैं। मेला में प्रदर्शनी के कुल 22 स्टाल लगाये गये हैं। इनमें 10 शासकीय एवं 12 अशासकीय स्टाल शामिल हैं। कृषि विकास एवं किसान कल्याण विभाग की स्टाल में उन्नत बीज एवं विभिन्न प्रकार के उर्वरकों के अलावा जैविक पध्दति से कीटनाशक तैयार करने को प्रदर्शित किया गया है। कीट नियंत्रण के लिये गाय की छाछ, भभूत अमृत पानी एवं मटका खाद को प्रदर्शन के लिये रखा गया है। मटका खाद से कीट नियंत्रण के साथ ही उत्पादन में वृध्दि भी होती है। इसी प्रकार कृषि यंत्रों में टिलप्लाटर, रोटा वेटर, लो लिफ्ट पम्प, मूंगफली छीलक यंत्र, हैण्ड हो, हैण्ड व्हील हो, उन्नत बख्खर, डबरा हल, तिफारा, सीड ट्रीटिंग ड्रम, बन्ड फार्म, सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, पोटेटो डिगर, जीरो टिलिच तथा रिज फरो पध्दति को प्रदर्शित  किया गया है। इन सभी यंत्रों पर 25 प्रतिशत अनुदान है। साथ ही प्रत्येक पर अनुदान की अधिकतम सीमा है।

      कृषि विज्ञान केन्द्र की प्रदर्शनी में बाजरा, मूंग एवं अरहर का बीज विक्रय के लिये रखा गया है। साथ ही फसलो के रोग को चित्र के माध्यम से समझाया गया है। मुख्यमंत्री कृषक जीवन कल्याण योजना के अन्तर्गत कृषि कार्य में कृषि यंत्रों का उपयोग करते हुए (जिसमें खेती से संबंधित सिंचाई कार्य भी शामिल है) दुर्घटना में मृत्यु या अंग-भंग होने पर दी जाने वाली आर्थिक सहायता को प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया है। जिसमें जानकारी दी गई है कि मृत्यु होने पर 50 हजार, दुर्घटना में स्थाई अपंगता होने पर 25 हजार, अंग भंग होने से आंशिक अपंगता होने पर सात हजार 500 तथा अंत्येष्टि अनुदान के रूप में दो हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। मत्स्य पालन विभाग के स्टाल पर जानकारी दी गई है कि मत्स्य पालन करके किसान अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते हैं। इसमें कोमन कार्प, मृगल, रोहू एवं मच्छर खाने वाली मछली गम्बूशिया को दिखाया गया है। साथ ही योजनाओं में मीनाक्षी योजना की जानकारी किसानों को दी जा रही है। इसके अलावा ग्रामीण विकास विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, म प्र. एग्रो इन्डस्ट्रीज पशुपालन तथा स्वास्थ्य विभाग की प्रदर्शनी भी लगाई गई है।

      कृषि में बड़ी संख्या में कृषक आकर लाभ ले रहे हैं। ग्राम खेरिया कछाई निवासी कृषक श्री देवी सिंह ने बताया कि मेला में जो जानकारी दी गई है, उसका उपयोग वे करेंगे और अपनी फसल की पैदावार बढ़ायेंगे। रूद्रपुरा निवासी श्री रामप्रसाद ने बताया कि मेला में कृषि से संबंधित सब कुछ सीखने को मिला है। जो किसानों के हित में है। खेती के नये तरीके सीखे हैं, जिससे फायदा मिलेगा। उन्होंने बताया कि वे मिट्टी परीक्षण करायेंगे। इसी प्रकार सहसारी निवासी श्री पातीराम ने भी मेला को उपयोगी बताया।

 

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