नोडल अधिकारियों को बताईं गईं ''स्कूल चलें हम 2009'' की बारीकियाँ
आज से विद्यालयों में पहुँचकर करेंगे मॉनीटरिंग
ग्वालियर 30 जून 09। जिले में '' स्कूल चलें हम'' अभियान को प्रभावी ढंग से मूर्त रूप देने के मकसद से नोडल व जोनल अधिकारी एवं पर्यवेक्षक तैनात किये गये हैं। यह दायित्व सार्वजनिक वितरण प्रणाली की मोनीटरिंग में लगे अमले को सौंपा गया है। इस अमले को '' स्कूल चलें हम'' अभियान को सुव्यवस्थित ढंग से लागू करने की बारीकियां आज यहां आर आई. ट्रेनिंग सेंटर में बताई गईं। यह प्रशिक्षण शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के अमले के लिये पृथक-पृथक सत्रों में आयोजित किया गया। गौरतलब है कि सरकार द्वारा 5 से 14 वर्ष तक के पढ़ने योग्य सभी बच्चों को शाला में भर्ती कराने के मकसद से ''स्कूल चलें हम' अभियान चलाया जा रहा है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपर जिला दण्डाधिकारी श्री आर के. जैन ने कहा कि '' स्कूल चलें हम 2009'' अभियान के लिये नियुक्त समस्त नोडल अधिकारी आवंटित क्षेत्र के प्रत्येक विद्यालय में पहुँचे। विद्यालयों में लक्षित बच्चों के सर्वे कार्य, दीवाल लेखन, विद्यालय भवन की साफ-सफाई, पाठय पुस्तक वितरण एवं शौचालय की उपलब्धता व उसके उपयोग की स्थिति अवश्य देखें। साथ ही विद्यार्थियों के मान से शिक्षकों की पदस्थापना व छात्र-छात्राओं की उपस्थिति की जानकारी भी निर्धारित प्रपत्र में प्रस्तुत करें। ज्ञात हो नोडल अधिकारियों को तीन जुलाई तक अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिये कहा गया है। श्री जैन ने कहा कि अभियान का मुख्य उद्देश्य 5 से 14 वर्ष तक के पढ़ने योग्य सभी बच्चों को शाला में भर्ती कराना है। अत: नोडल अधिकारी इस दिशा में किये जा रहे प्रयासों को बारीकी से देखें। प्रशिक्षण में यह भी निर्देश दिये गये कि नोडल अधिकारी भ्रमण के दौरान स्थानीय समुदाय व पालक शिक्षक संघ के सदस्यों से भी अवश्य मिलें और उन्हें अभियान की जानकारी दें। साथ ही उनसे शिक्षा गतिविधियों की वस्तु स्थिति की जानकारी भी लें।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री के के. द्विवेदी ने प्रशिक्षण में कहा कि यदि किसी शाला में शिक्षक आदतन अनुपस्थित रहता है या वह स्कूल चलें हम अभियान के प्रति उदासीन है तो यह टीप निरीक्षण प्रपत्र में अवश्य अंकित करें, ताकि उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सके।
जिला शिक्षा केन्द्र के परियोजना समन्वयक श्री सुभाष शर्मा ने बताया कि आज आयोजित प्रशिक्षण के प्रथम सत्र में शहरी क्षेत्र के लिये तैनात 104 नोडल अधिकारियों व द्वितीय चरण में ग्रामीण क्षेत्र के 201 नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया। इस तरह आज कुल 335 नोडल अधिकारियों को '' स्कूल चलें हम अभियान'' के बारे में विस्तार से बताया गया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहे नोडल अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जा रही है।
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