स्कूल खुलने के पहले ही दिन कलेक्टर द्वारा विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण
6 शिक्षकों की वेतनवृध्दि रोकी
ग्वालियर एक जुलाई 09 । शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने ''स्कूल चलें हम'' अभियान को सफल बनाने एवं स्कूल खुलने के पहले दिन से ही छात्र-छात्राओं की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने आज जिले के अनेक विद्यालयों का भ्रमण कर शिक्षक व छात्र-छात्राओं की उपस्थिति का जायजा लिया । उन्होंने इस दौरान विभिन्न विद्यालयों के कार्य के प्रति लापरवाह 6 शिक्षकों की वेतन वृध्दि रोकने के निर्देश दिये । कलेक्टर ने जितने विद्यालयों का निरीक्षण किया वे सभी आज खुले हुये थे । भ्रमण के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा एवं परियोजना अधिकारी श्री विजय दुबे भी उनके साथ थे ।
कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने आज जिले की मुरार जनपद पंचायत के ग्राम गणेशपुरा, सोनी, बिजौली, जनारपुरा, स्यावनी तथा इकहरा का भ्रमण कर प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों का निरीक्षण किया । इस दौरान उन्होंने शिक्षकों को निर्देश दिये कि विद्यालयों में दर्ज संख्या के अनुसार छात्र-छात्राओं की उपस्थित सुनिश्चित की जाये । साथ ही शाला त्यागी एवं अप्रवेशी बच्चों का सर्वे तत्काल कर उनको भी विद्यालय लाया जाये। गांव के सभी बच्चे स्कूल जायें, यह शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि गांव का कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित नही रहे । श्री त्रिपाठी ने निर्देश दिये कि शिक्षक बच्चों को अच्छे संस्कार दें, उन्हें साफ-सुथरा रहना सिखायें तथा शासन द्वारा बालिकाओं को प्रदाय किये गये निर्धारित गणवेश में ही विद्यालय आने को कहा जाये । उन्होंने विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया तथा पंजी में दर्ज शत प्रतिशत बच्चों की उपस्थित पर बल दिया, ताकि परीक्षा परिणाम बेहतर लाया जा सके ।
उन्होंने कार्य के प्रति लापरवाह 6 शिक्षकों की वेतनवृध्दि रोकने के निर्देश जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिये । जिन शिक्षकों की वेतन रोकने के निर्देश दिये उनमें गणेशपुरा प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक श्री राजराम मौर्य की दो, माध्यमिक विद्यालय सोनी के सभी तीन शिक्षकों की एक-एक, शासकीय प्राथमिक बालक विद्यालय बिजौली के शिक्षक श्री रामदास गोयल की दो तथा इकहरा प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री सैयद याकूब की दो वेतन वृध्दि रोकने के निर्देश दिये । श्री त्रिपाठी ने विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन का भी निरीक्षण किया और बच्चों से भोजन के बारे में पूछा । इस संबंध में बच्चों ने बताया कि भोजन में उन्हें दाल, रोटी व सब्जी मिलती है । इस दौरान सोनी, जुनारपुरा एवं स्यावनी ग्राम के विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन तैयार करने वाले स्व-सहायता समूह की शिकायत मिलने पर वर्तमान समूह को बदलकर अन्य समूह का गठन कर भोजन तैयार कराने के निर्देश दिये । इस दौरान उन्होंने बच्चों से पुस्तक वितरण तथा ग्रामीणों से स्कूल नियमित खुलने एवं शिक्षकों के नियमित आने की जानकारी ली । निरीक्षण के दोरान उन्होंने प्राथमिक विद्यालय गणेशपुरा परिसर का फर्श पक्का करवाने, माध्यमिक विद्यालय बिजौली में एक ही शिक्षक है वहां ग्राम सोनी के विद्यालय के अतिशेष दो शिक्षकों को भेजने की व्यवस्था करने, इकहरा विद्यालय परिसर में मुरमीकरण करने, बाउंड्रीवाल बनवाने तथा पानी की निकासी के लिये नाली बनवाने के निर्देश मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को दिये ।
ग्राम गणेशपुरा में उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्र, पशु औषद्यालय, निर्माणाधीन किचिन शेड एवं गांव की सीसी रोड देखी । आंगनबाड़ी के संबंध में उन्होंने निर्देश दिये कि जो बच्चे दर्ज हैं उन सभी की उपस्थिति सुनिश्चित की जाये । इसके लिये सहायिका घर-घर जाय और बच्चों को लेकर आये । उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रकरणों की भी जानकारी ली । साथ ही गांव में नंदनवन फलोद्यान योजना के तहत किये गये कार्य का मूल्यांकन कर भुगतान करने के निर्देश सीईओ को दिये । विद्यालय की निर्माणाधीन किचिन शैड के संबंध में सरपंच को निर्देश दिये कि कार्य शीघ्र पूर्ण करायें अन्यथा उनके विरूध्द कार्यवाही की जायेगी । पशु औषद्यालय के एव्हीएफओ को कलेक्टर ने उपलब्ध वेक्सीन को पशुओं को समय से लगाने के निर्देश दिये । उन्होंनें गांव की सीसी रोड का अवलोकन भी किया ।
बालिकाओं ने की हायर सेकेंडरी स्कूल की मांग
शिक्षा लोगों में जागरूकता लाने का मूलमंत्र है। इसे साबित किया ग्राम गणेशपुरा की आठवीं पांस बालिकाओं ने । इन बालिकाओं ने कलेक्टर से गांव में हायर सेकेंडरी तक स्कूल खुलवाने की पूरी दृढ़ता से मांग की । कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी आज ग्राम गणेशपुरा में विद्यालय के निरीक्षण के लिये पहुंचे । निरीक्षण के पश्चात जब वे गाड़ी में बैठकर अन्य गांव की ओर जा रहे थे, तो गांव की आठवीं पास बालिकओं ने उनकी गाड़ी को रोक लिया तथा कहा कि गांव में आठवीं तक स्कूल हैं एवं आगे की पढ़ाई के लिये लड़कियों को दूसरे गांव में जाना पड़ता है । इसलिये ग्राम गणेशपुरा में ही हायर सेकेंडरी स्कूल खुलवाया जाये । इस पर श्री त्रिपाठी ने कहा कि आप तो पांच ही लड़कियां हैं , तो बालिकायें बोली हम 5 नहीं पूरे गांव की लड़कियां आठवीं से आगे की पढ़ाई करने के लिये दूसरे गांव जाती है । बालिकाओं की इस बात पर कलेक्टर ने गांव में हायर सेकेंडरी स्कूल खुलवाने का आश्वासन देकर बालिकाओं के चेहरे खुशी से भर दिये।
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