बुधवार, 15 जुलाई 2009

तांगा की जगह ऑटोरिक्शा आदि के लिये मिलेगा अनुदान आधारित ऋण -कलेक्टर

तांगा की जगह ऑटोरिक्शा आदि के लिये मिलेगा अनुदान आधारित ऋण -कलेक्टर

नगर में यातयात सुगम बनाने के लिये तांगा मालिकों के समक्ष आसान विकल्प

ग्वालियर 14 जुलाई 09। नगर की तंग गलियों व व्यस्ततम मार्गों पर तांगों की वजह से यातायात बाधित न हो इस मकसद से तांगा मालिकों के सामने सुविधाजनक विकल्प रखे गये हैं। इस सिलसिले में जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने आज संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। यहां जिला कार्यालय में आयोजित हुई बैठक में शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी श्री एन ए. खान सहित नगर विकास व यातायात से जुड़े अन्य अधिकारी मौजूद थे।

      जिला कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने बताया कि नगर के व्यस्ततम मार्गों पर आये दिन विभिन्न प्रकार के वाहनों के बीच तांगा अक्सर यातायात बाधित होने का कारण बन रहे हैं। इसलिये तांगा मालिकों के रोजगार का पूरा ध्यान रखकर जिला यातायात समिति व प्रशासन ने आसान व सुविधाजनक विकल्प सोचे हैं। जिनके तहत तांगा मालिकों को तांगा के स्थान पर ऑटो रिक्शा व टाटा मैजिक आदि वाहन क्रय करने के लिये स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना के तहत 25 प्रतिशत अनुदान के आधार पर ऋण मुहैया कराया जायेगा। इसी तरह नगर निगम की एक अन्य योजना के तहत भी 20 प्रतिशत अनुदान पर उन्हें उक्त वाहन क्रय करने के लिये ऋण की व्यवस्था कराई जायेगी। तांगा चालकों को ऑटो रिक्शा आदि वाहन चलाने का प्रशिक्षण भी दिलाया जायेगा। जो तांगा मालिक ऑटो रिक्शा आदि के स्थान पर रोजगार का अन्य विकल्प अर्थात किराना दुकान व जनरल स्टोर आदि व्यवसाय अपनाना चाहते हैं, उन्हें इन व्यवसायों के लिये भी अनुदान के आधार पर ऋण मुहैया कराया जायेगा। कलेक्टर ने बताया कि व्यस्ततम मार्गों पर तांगों की बजह से यातायात तो वाधित होता ही है, साथ ही इनसे पशु क्रूरता निवारण अधिनियम का उल्लंघन भी होता है। श्री त्रिपाठी ने बताया कि इस बात के मद्देनजर जिला यातायात समिति जल्द ही नगर के विभिन्न व्यस्ततम मार्गों से तांगों को हटाने का निर्णय लेने जा रही है।

 

कोई टिप्पणी नहीं: