बुधवार, 1 जुलाई 2009

संभागायुक्त एवं पुलिस महानिरीक्षक द्वारा बाढ़ से निपटने संबंधी तैयारियों की समीक्षा

संभागायुक्त एवं पुलिस महानिरीक्षक द्वारा बाढ़ से निपटने संबंधी तैयारियों की समीक्षा

समय पूर्व पानी छोड़ने की दी जावेगी जानकारी

ग्वालियर 30 जून 09 । संभागायुक्त डा. कोमल सिंह ने आज पुलिस महानिरीक्षक श्री अरविंद कुमार के साथ स्थानीय जिला पंचायत कार्यालय में अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने संबंधी पूर्व तैयारियों की वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा की । बैठक में दतिया जिला कलेक्टर श्री प्रदीप खरे, ग्वालियर जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी, मुख्य अभियंता द्वय श्री राजन श्रीवास्तव एवं श्री पी एन नायक सहित सभी संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे ।

       संभागायुक्त ने बाढ़ संबंधी सूचनाओं के सम्प्रेषण के प्रति पूरी संवेदनशीलता बरतने पर जोर देते हुये सिंचाई, चिकित्सा,पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों को पूरी मुस्तैदी से अपने दायित्व निर्वहन हेतु तत्पर रहने की हितदायत दी । साथ ही उन्होंने जल संग्रहण के प्रति सचेत करते हुये कहा कि जलाशयों के कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण एवं अवरोधों को भी दूर करें ताकि अच्छे से वर्षा जल का संचय किया जा सके । उन्होंने मौसम विभाग से निरंतर सम्पर्क बनाये रखने की हिदायत दी व इस काम के लिये सिंचाई विभाग का एक अधिकारी तैनात करने को भी कहा ताकि तेज वर्षा की संभावनाओं का समय पूर्व पता लग सके व सभी माकूल बन्दोबस्त भी किये जा सकें ।

       पुलिस महानिरीक्षक श्री अरविंद कुमार ने बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील स्थलों, रपटों, नदी-नालों के डूब में आने वाले क्षेत्रों आदि की सूची उपलब्ध करवाने को कहा ताकि संबंधित थानों को पहले से ही सचेत किया जा सके ।

       बैठक में बांध से पानी छोड़ने की समय पूर्व सूचना देने का निर्णय लिया गया । संवेदनशील जल स्त्रोंतों, नदी और नहरों के जल स्तर पर नजर रखने का फैसला लिया गया। अधिक वर्षा में डूब जाने वाले रपटों पर नागरिकों को सावधान करने वाले बोर्ड भी लगाने का निर्णय  लिया गया ।

       बैठक में बताया गया कि क्षेत्र के सभी जलाशयों के जलस्तर की निगरानी, गेट के रखरखाव, गेट खोलने और बंद करने की रिहर्सल आदि कर ली गई है । मणीखेड़ा बांध में दस रेडियल व हरसी बांध में तीन गेट लगे हैं और सभी अच्छे से काम कर रहे हैं । इसी प्रकार अन्य जलाशयों और उनके भर जाने पर स्पिल-वे के पानी से किसानों की फसलों को क्षति न होने पावे इसका भी ख्याल रखा जावेगा ।  यह जानकारी सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बैठक में दी ।

 

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