मंगलवार, 14 जुलाई 2009

सी.डी.सी. कर्मचारी संघर्ष मोर्चे ने सी.डी.सी. कम्पनी को पुन: चालू करने की मांग की

सी.डी.सी. कर्मचारी संघर्ष मोर्चे ने सी.डी.सी. कम्पनी को पुन: चालू करने की मांग की

आज परिषद में होने वाले निर्णय से होगा फैसला

ग्वालियर दिनांक 13.07.2009- सी.डी.सी. कर्मचारी संघर्ष मोर्चा आज नगर निगम ग्वालियर के महापौर विवेक नारायण शेजवलकर से मिला। मोर्चे के अध्यक्ष रायसिंह के बनाफल तथा सचिव दिनेश लोधे द्वारा सी.डी.सी. में कार्यरत ग्वालियर शहर के सैकड़ों कर्मचारियों के भविष्य को देखते हुये सी.डी.सी. कम्पनी को पुन: कार्य चालू करने की अनुमति देने का निवेदन महापौर महोदय से किया।

महापौर को सौंपे ज्ञापन में उन्होंने लेख किया है कि सी.डी.सी. कम्पनी जो विगत 13 जून को किन्हीं कारणों से शहर की सफाई व्यवस्था का कार्य छोड़कर चली गई थी उक्त कम्पनी के सचिव विवेक अग्रवाल शहर में आये तथा उन्होंने मान. महापौर महोदय, निगमायुक्त तथा सी.डी.सी. कम्पनी के कर्मचारियों से व्यक्तिगत मुलाकात कर कम्पनी को पुन: चालू करने की मंशा प्रकट की है। विदित हुआ है कि उक्त मामला निगम परिषद के समक्ष निर्णय हेतु भेजा गया है तथा यह भी ज्ञात हुआ है कि 14 जुलाई 2009 की निगम परिषद में नगर निगम परिषद तथा निगमायुक्त को सी.डी.सी. कम्पनी को चालू करने का महत्वपूर्ण निर्णय लेना है।

कर्मचारी संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधियों ने मान. महापौर महोदय को ज्ञापन प्रस्तुत कर अनुरोध किया है कि 14 जुलाई को परिषद में लिये जाने वाले निर्णय में ग्वालियर के सैकड़ों बेरोजगार सफाई श्रमिकों की जीवन का सवाल है इसलिये परिषद में निर्णय लिये जाने से पूर्व ग्वालियर के सैकड़ों बेरोजगारों के भविष्य का ध्यान रखा जावे। उन्होंने अपने ज्ञापन में लेख किया है कि निगम प्रशासन द्वारा 50 सफाई कर्मचारियों की भर्ती हेतु आवेदन आंमत्रित किये हैं लेकिन उक्त भर्ती में निगम द्वारा शासन की मंशा के अनुरूप सफाई कर्मचारियों की भर्ती हेतु 8वी कक्षा उत्तीर्ण होने की शर्त अनिवार्य रूप से रखी है। उक्त शर्त के कारण सी.डी.सी. में कार्य कर रहे कर्मचारी नगर निगम में स्थाई नौकरी नहीं पायेंगे बल्कि उक्त शर्त के कारण गरीब बाल्मीकी परिवार के हजारों युवा बेरोजगारों के लिये अपने परिवार के भरण-पोषण की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जायेगी। क्योंकि आज भी बाल्मीकी समाज के बहुसंख्यक ऐसे बेरोजगार युवा है जो अपनी पारिवारिक परिस्थितियों के कारण 8वीं कक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाये हैं अत: निश्चित रूप से उक्त सफाई कर्मचारी भर्ती में पात्रता नहीं रखते हैं। ऐसे सफाई कर्मचारियों को सी.डी.सी. कम्पनी में स्वच्छता दूत के रूप में नियुक्ति दी गई थी। यदि सी.डी.सी. कम्पनी चली जाती है तो हमारे ऐसे हजारों युवक बेरोजगार हो जावेंगे।

अत: ज्ञापन में महापौर महोदय से अनुरोध किया गया है कि 14 जुलाई को होने वाली परिषद की बैठक में बाल्मीकि समाज के युवाओं व उनके हितों व भविष्य को देखते हुये सी.डी.सी. कम्पनी को पुन: चालू कराये जाना अत्यंत आवश्यक है ताकि भर्ती की आवश्यक शर्त का प्रभाव बाल्मीकि समाज के युवाओं पर न पड़े। उन्होंने अपने ज्ञापन में नगर निगम परिषद के महापौर तथा पार्षदों से मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुये गरीब बाल्मीकि समाज के परिवारों के हितों को सुरक्षित रखने की दृष्टि से सी.डी.सी. कम्पनी को पुन: चालू करने की मांग की है।

 

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