जीवाजी विश्वविद्यालय में विज्ञान कार्यशाला सम्पन्न ज्ञान भण्डार की चाबी हर व्यक्ति के हाथ में -डॉ. जैन
ग्वालियर 01 दिसम्बर 08। गत दिवस जीवाजी विश्वविद्यालय परिसर में विज्ञान कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य जन समान्य को विज्ञान की उपलब्धियों से अवगत कराना था।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित डॉ. राजीव जैन ने कहा कि डिजिटल माध्यम ने आज सभी क्षेत्रों में अपनी पैठ बना ली है। उन्होंने कहा कि इसी माध्यम के कारण आज यह संभव हो सका की दुनियां के ज्ञान के भंडार की चाबी आज हर एक व्यक्ति के हाथ में आ गई, जिसे इसमें से जैसा चाहिए, वह अपनी आवश्यकता के अनुसार ले लेता है। उन्होंने कहा कि यह बड़ा अच्छा प्रयास है कि डिजिटल माघ्यम द्वारा विज्ञान संचार विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया।
डॉ.डी.ए. गोस्वामी ने प्रतिभागियों के प्रजेन्टेशन देखने के बाद उनका विश्लेषण करते हुए कहा कि कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है, किन्तु हमें इसे अंतिम नहीं मान लेना चाहिए, क्याेंकि सुधार की हमेशा गुंजाइश रहती है। कुछ प्रतिभागियों के प्रजेन्टेशन वाकई काफी स्तरीय थे, किन्तु अनेक ऐसे भी थे, जिनमें काफी सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मेरा सभी प्रतिभागियों से कहना है कि समाज में जागरूकता की आवश्यकता है और आपको लोगों तक विज्ञान और प्रौद्यौगिकी की जानकारियों को सरल रूप में पहुंचाने के लिए बहुत कार्य करने की आवश्यकता है।
इससे पूर्व प्रतिभागियों द्वारा अपने प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किये, जिसमें कश्यप शर्मा द्वारा प्रस्तुत इंडियन स्पेस, पी सी. गुप्ता द्वारा प्रस्तुत जल और सेनीटेशन , प्रियंका दीक्षित द्वारा प्रस्तुत भारत में सूचना प्रौद्योगिकी, संजीव गौतम द्वारा प्रस्तुत खगोलिकीय, सौम्यता गुप्ता द्वारा पृथ्वी ग्रह, राहुल निगम द्वारा प्राथमिक उपचार, श्रुति जैन द्वारा यूनिवर्स, मानसी द्वारा स्पेस एक्सप्लोरेशन , छाया गुप्ता द्वार रोबोटिक्स, जूली तिवारी द्वारा मोबाइल तकनीक आदि अनेक प्रजेन्टेशन ऐसे थे, जिसमें विषय के ज्ञान के साथ साथ ग्राफिक्स का बहुत ही अच्छा उपायोग किया गया।
अंत में कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए परिषद के सचिव सुनील जैन ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य डिजिटल माध्यम द्वारा विज्ञान संचार अर्थात जन सामान्य के बीच नवीन माध्यमों का उपयोग करते हुए विज्ञान और प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को आम आदमी तक पहुंचाना है, जिससे कि समाज से अंधविश्वास दूर हो सके और इन महत्वपूर्ण जानकारियों का उपयोग कर आम आदमी शक्तिशाली बने और अपनी समस्याओं का स्वयं समाधान करे।
अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये एवं सभी प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत प्रजेण्टेशन में से चयनित तीन प्रजेण्टेशन को पुरस्कृत किया गया, जिसमें प्रथम स्थान कश्यप शर्मा, डबरा द्वितीय स्थान राहुल निगम एवं तृतीय स्थान छाया गुप्ता मुरैना ने प्राप्त किया।
संयुक्त संचालक जनसंपर्क श्री एस सी अरोरा द्वारा प्रतिभागियों द्वारा किये गये कार्य का अवलोकन किया और प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि यह बड़ा सुखद अनुभव है कि आप नवीन माध्यम के साथ अपने आप को ढाल रहे हैं और भविष्य में आपके लिए अनंत संभावनाओं के द्वार यह माध्यम खोलेगा। उन्होंने कहा कि हमें यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि हमारे द्वारा किये गये कार्य में हमारे समाज का हित अवश्य सम्मिलित हो।
कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को तृप्ति शर्मा एवं लक्ष्मी गुर्जर द्वारा प्रशिक्षित किया गया।
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