गुरुवार, 18 दिसंबर 2008

कम प्रगति पर सी.आर. में विपरीत टिप्पणी दर्ज होगी- कलेक्टर

कम प्रगति पर सी.आर. में विपरीत टिप्पणी दर्ज होगी- कलेक्टर

ग्रामीण विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक सम्पन्न

 

ग्वालियर 17 दिसम्बर 08। राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत मंजूर किये गये सभी कार्य अभियान चलाकर सात दिवस के भीतर शुरू कराये जायें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई होगी। यह निर्देश जिला कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने जिले की सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों समेत अन्य संबंधित अधिकारियों को दिये हैं। बुधवार को यहां जिला कार्यालय में आयोजित हुई ग्रामीण विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने साफ तौर पर कहा कि चूंकि अब आचार संहिता समाप्त हो चुकी है, अत: किसी प्रकार की    बहानेबाजी बर्दाश्त नहीं होगी और जिस विकास खण्ड में रोजगार गारण्टी की प्रगति अच्छी नहीं होगी वहां के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की सी. आर . में विपरीत टिप्पणी दर्ज की जायेगी। साथ ही संबंधित तकनीकी अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विनोद शर्मा व सहायक कलेक्टर कुमारी स्वाति मीणा भी मौजूद थीं।

       जिला कलेक्टर श्री त्रिपाठी ने  खासतौर पर रोजगार गारण्टी योजना और अन्य विभागों की योजनाओं व स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के संयोजन से मंजूर किये गये कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण कराने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने रोजगार गारण्टी योजना की सहस्त्र धारा उपयोजना के तहत किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए लिंक नाली (कूल) इत्यादि बनवाने की हियायत दी। श्री त्रिपाठी ने कहा कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर ऐसे खेतों को चिन्हित करें जहां पानी पहुंचाने के लिए छोटी -छोटी लिंक कूल बनाई जा सकती हैं। उन्होंने रोजगार गारंटी योजना के तहत समुदाय मूलक कार्य व उपयोजनाओं मसलन शैलपर्ण, निर्मल नीर, निर्मल वाटिका व मीनाक्षी सहित हितग्राही मूलक कपिल धारा, नंदन फलोद्यान व भूमि शिल्प आदि की भी समीक्षा की। उन्होंने रोजगार गारण्टी योजना के तहत धान वाले क्षेत्र में मेड़ बंधान के कार्य प्रमुखता से कराने पर बल दिया।

       स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने कहा कि सभी स्वीकृत प्रकरणों में आगामी 15 जनवरी तक शत प्रतिशत वितरण सुनिश्चित किया जाय, ताकि स्व सहायता समूह में संगठित स्वरोजगारी अपनी आर्थिक गतिविधि शुरू कर सकें और समय पर ऋण वापसी कर सकें। ज्ञातव्य हो स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत सरकार द्वारा गरीबी रेखा के नीचे जिन्दगी बसर परिवारो को स्वयं का रोजगार संचालित करने के लिये स्व सहायता समूहों के माध्यम से ऋण- अनुदान  मुहैया कराया जाता है। चालू वित्तीय वर्ष में इस योजना के तहत जिले में अब तक 63 स्व सहायता समूहों व 36 व्यक्तिगत स्वरोजगारियों को करीबन 276 लाख रूपये का ऋण -अनुदान  मुहैया कराया जा चुका है।

       बैठक में इन्दिरा आवास योजना, मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम, सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान तथा वित्त आयोग व मूलभूत योजना की भी समीक्षा की गई।

 

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