बुधवार, 3 दिसंबर 2008

तानसेन संगीत समारोह का शुभारंभ म प्र. उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति श्री पटनायक करेंगे

तानसेन संगीत समारोह का शुभारंभ म प्र. उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति श्री पटनायक करेंगे

ग्वालियर 2 दिसम्बर 08। तानसेन संगीत समारोह का आयोजन 5 दिसम्बर से 8 दिसम्बर तक हो रहा है। समारोह का शुभारंभ 5 दिसम्बर को शाम 7 बजे म प्र. उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति श्री ए के. पटनायक द्वारा तानसेन समाधि स्थल हजीरा ग्वालियर में किया जायेगा। इसका आयोजन म प्र. शासन के संस्कृति विभाग के तहत उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी भोपाल एवं मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा किया जा रहा है।

       तानसेन संगीत समारोह में 5 दिसम्बर को प्रात: 9 बजे हरिकथा एवं मीलाद कार्यक्रम होंगे। इसमें कुल 6 सभायें होंगी। जिसमें देश के ख्यातिनाम कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी जायेगी। पांच दिसम्बर को सायंकालीन प्रथम सभा में शासकीय माधव संगीत महाविद्यालय ग्वालियर द्वारा ध्रुपद , भिमण्णा जाधव शोलापुर द्वारा शहनाई , सुश्री कौशिकी देशिकान कोलकाता द्वारा गायन, श्री श्रीराम उमड़ेकर ग्वालियर द्वारा सितार एवं पंडित छन्नूलाल मिश्र वाराणसी द्वारा गायन प्रस्तुत किया जायेगा। समारोह के दूसरे दिन प्रात: कालीन द्वितीय सभा में तानसेन संगीत महाविद्यालय  ग्वालियर द्वारा ध्रुपद, श्री प्रेमकुमार मलिक इलाहाबाद द्वारा ध्रुपद, श्री विजय सरदेशमुख पुणे द्वारा गायन, श्री प्रवीण शेवलीकर भोपाल द्वारा वायलिन, सुश्री विजया जाधव गटलेवार मुम्बई द्वारा गायन तथा उस्ताद इमरत खांन कोलकाता द्वारा सितार की प्रस्तुति दी जायेगी। इसी दिन सायंकालीन तृतीय सभा में भारतीय संगीत महाविद्यालय ग्वालियर द्वारा ध्रुपद, श्री जयतीर्थ मेंवुंडी हुबली का गायन, श्री उल्हास बापट मुम्बई का संतूर, सुश्री मंजूषा कुलकर्णी पाटिल पुणे द्वारा गायन एवं श्री अनिन्दो चटर्जी कोलकाता द्वारा तबला सोलो की प्रस्तुति दी जायेगी।

       इसी प्रकार 7 दिसम्बर को प्रात:कालीन चतुर्थ सभा में शंकर गन्धर्व संगीत महाविद्यालय ग्वालियर का ध्रुपद, श्री महेन्द्र डी टोके अहमदाबाद का गायन, श्री राजन कुलकर्णी पुणे का सरोद , श्री सारथी चटर्जी नई दिल्ली का गायन, श्री ध्रुव  घोष मुम्बई का सारंगी तथा पंडित जगदीश प्रसाद कोलकाता का गायन प्रस्तुत किया जायेगा। इसी दिन सायंकालीन पांचवी सभा में महारूद्र मंडल संगीत महाविद्यालय ग्वालियर का ध्रुपद, श्री हरीश तिवारी नई दिल्ली द्वारा गायन, श्री पूर्वायन चटर्जी कोलकाता द्वारा सितार, श्री परमेश्वर  हेगड़े बैंगलोर द्वारा गायन एवं पंडित हरिप्रसाद चौरसिया मुम्बई द्वारा बांसुरी की प्रस्तुति दी जायेगी। समारोह के आखिरी दिन 8 दिसम्बर को तानसेन की जन्म स्थली बेहट ग्राम में कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस दिन प्रात:कालीन छटवीं सभा में साधना संगीत महाविद्यालय ग्वालियर एवं तानसेन संगीत विद्यापीठ बेहट का ध्रुपद, सुश्री ऋतु मसूरकर ग्वालियर का गायन , श्री प्रकाश पाठक विदिशा का गायन, श्री अंकुर धारकर ग्वालियर का वायलिन तथा सुश्री रूचिरा काले भोपाल का गायन प्रस्तुत किया जायेगा।

       तबले पर इनकी संगत देंगे सर्वश्री रामस्वरूप रतौनिया, मुकुन्द भाले,  दीपक     गरूड़, उल्हास राजहंस, पुण्डलिक भागवत, अनंत मसुरकर, अनिल मोघे, नफीस अहमद खां, आशिक हुसैन, हितेन्द्र दीक्षित, हिमांशु महंत, संगीता अग्निहोत्री, मनीष करवड़े तथा गंधार राजहंस। सहयोगी कलाकारों में सारंगी पर सर्वश्री फारूख लतीफ खां, सरवर हुसैन खां, कदीर हुसैन खां तथा हारमोनियम पर सर्वश्री मोहन मुंगरे, गोविन्द पोटधन, जमीर हुसैन खां, विवेक बनसोड़, संतोष अग्निहोत्री , महेश पाण्डे तथा पखावज पर श्री संजय पंत आगले साथ देंगे। सभी सभाओं का समय प्रात: नौ बजे से एवं शाम 7 बजे से रहेगा।

 

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